यूपी बना देश का पहला स्मार्ट पुलिस स्टेट!: अब 112 पर कॉल करने वाले को नही बतानी पड़ेगी लोकेशन, पीड़ित भी कर सकेगा लाइव ट्रैक...जानें क्यों जरूरी था यह कदम?
यूपी बना देश का पहला स्मार्ट पुलिस स्टेट!

लखनऊ : अब अगर आप मुसीबत में हैं और यूपी 112 पर कॉल करते हैं, तो पुलिस की लोकेशन आप लाइव ट्रैक कर सकेंगे। मतलब मोबाइल स्क्रीन पर साफ दिखेगा कि पुलिस कितनी दूर है और कितने मिनट में आपके पास पहुंचेगी। सबसे खास बात आपको अपना पता तक बताने की जरूरत नहीं पड़ेगी!

नोएडा, लखनऊ, वाराणसी में शुरू ट्रायल :

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य बनने जा रहा है जहां पुलिस की इमरजेंसी सर्विस अब “एंड्रॉयड इमरजेंसी लोकेशन सर्विस (ELS)” पर काम करेगी। यह फीचर नवंबर 2025 तक पूरे राज्य में शुरू हो जाएगा। फिलहाल इसका ट्रायल लखनऊ, नोएडा और वाराणसी में चल रहा है।

क्या है ELS टेक्नोलॉजी?

ELS यानी Emergency Location Service एक स्मार्ट सिस्टम है जो कॉल करने वाले की रियल-टाइम लोकेशन पुलिस कंट्रोल रूम को भेज देता है। मतलब, जैसे ही आप 112 पर कॉल करेंगे —

●आपकी सटीक लोकेशन अपने आप सिस्टम पर आ जाएगी,

●कंट्रोल रूम देख सकेगा कि आप कहां हैं,

●और पास की PRV (Police Response Vehicle) को ऑटो अलर्ट चला जाएगा।

अब तक आपको अपनी जगह बतानी पड़ती थी, लेकिन अब सिस्टम खुद बताएगा कि आप कहां हैं।

“कितने मिनट में पहुंचेगी पुलिस?” - अब मोबाइल बताएगा जवाब :

विदित है कि नई सुविधा में एक बड़ा फीचर जोड़ा गया है। आपके फोन पर एक लाइव ट्रैकिंग लिंक भेजा जाएगा, जिसके जरिए आप देख सकेंगे कि आपकी मदद के लिए निकली पुलिस गाड़ी कितनी दूर है और कितने मिनट में पहुंचेगी। यह वैसा ही होगा जैसे आप Zomato या Swiggy पर डिलीवरी बॉय ट्रैक करते हैं, बस फर्क ये कि अब “आपकी सुरक्षा” डिलीवर होगी।

हर दिन आती हैं 40 हजार कॉलें :

उत्तर प्रदेश में रोजाना 40,000 से ज्यादा कॉलें यूपी 112 पर आती हैं।
त्योहारों पर ये संख्या 60 हजार तक पहुंच जाती है। पुलिस का दावा है कि अब तक का औसत रिस्पॉन्स टाइम सिर्फ 7 मिनट है और ELS सिस्टम आने के बाद ये 5 मिनट से भी कम होने की उम्मीद है।

यूपी 112 की ताकत; अब 6,278 गाड़ियां और 60,000 पुलिसकर्मी :

आपको बता दें कि पहले यूपी 112 के पास सिर्फ 4800 गाड़ियां थीं, अब यह संख्या बढ़कर 6278 हो गई है। इनमें 2000 दोपहिया वाहन और बाकी फोर-व्हीलर PRVs शामिल हैं। दिसंबर 2025 तक बेड़े में 284 नई हाईटेक गाड़ियां (Innova, Scorpio और Pulsar) शामिल की जा रही हैं। कुल 60,000 पुलिसकर्मी तीन शिफ्टों में इस सेवा में ड्यूटी कर रहे हैं। हर गाड़ी पर अब Apple टैबलेट, लाइव GPS, PTZ कैमरा, बॉडी वॉर्न कैमरा और AI सिस्टम लगे हैं। मतलब अब न पुलिस की लोकेशन छिप सकती है, न अपराधी की हरकत।

कैसे करेगा काम ELS सिस्टम?

  1. आप 112 पर कॉल करते हैं।

  2. फोन का GPS और नेटवर्क आपकी लोकेशन ऑटोमैटिकली भेजता है।

  3. कंट्रोल रूम नजदीकी PRV को अलर्ट करता है।

  4. पुलिस गाड़ी चल पड़ती है और आप मोबाइल पर LIVE उसकी मूवमेंट देख सकते हैं।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?

पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश सिंह के मुताबिक, “यूपी की 112 सर्विस देश ही नहीं, दुनिया की टॉप इमरजेंसी सर्विस में से एक है। अब ELS आने के बाद यह भारत की सबसे स्मार्ट पुलिस सर्विस बन जाएगी।” उन्होंने बताया कि यूपी 112 को पहले ही 2019 में शारजाह में दुनिया की तीसरी सबसे बेहतरीन इमरजेंसी सर्विस का खिताब मिल चुका है।

क्यों जरूरी था ये कदम?

कई बार आपात स्थिति में लोग डर या घबराहट में सही पता नहीं बता पाते, या फोन पर नेटवर्क की दिक्कत के कारण लोकेशन ट्रेस नहीं हो पाती। ऐसे में पीड़ित की सुरक्षा में हर सेकंड कीमती होता है। ELS सिस्टम पुलिस को वही “सेकंड्स की बढ़त” देता है जो किसी की जान बचाने और हादसे को रोकने के बीच फर्क बना सकती है।

अब यूपी में सुरक्षा GPS और AI के सहारे दौड़ेगी। ना पता बताने की झंझट, ना इंतजार की बेचैनी बस “112” डायल कीजिए और स्क्रीन पर देखिए आपकी मदद कितनी दूर है।

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