लखनऊ मेट्रो के नए फेज को मिली मंजूरी!: 12 नए स्टेशन...केंद्र ने किये इतने हजार करोड़ रुपये मंजूर और यह रहेगा रूट
लखनऊ मेट्रो के नए फेज को मिली मंजूरी!

लखनऊ : प्रदेश राजधानी का ट्रैफिक जाम अब बीते दिनों की बात बनने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में लखनऊ मेट्रो फेज-2 (ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर) को हरी झंडी मिल चुकी है। केंद्र सरकार ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए ₹5,801 करोड़ का बजट मंजूर कर दिया है। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (UPMRC) ने ऐलान किया है कि अक्टूबर 2025 से निर्माण कार्य की शुरुआत होगी और लक्ष्य है पांच साल में पूरा ट्रैक कम्प्लीट हो जाये।

चारबाग से वसंतकुंज में लगेंगे सिर्फ 24 मिनट में :

आपको बता दें की नई मेट्रो लाइन 11.165 किलोमीटर लंबी होगी, जिसमें 12 स्टेशन बनाए जाएंगे जिनमें 7 भूमिगत और 5 एलिवेटेड रहेंगे। चारबाग से वसंतकुंज तक का सफर अब सिर्फ 24 मिनट का होगा, जो फिलहाल सड़क से करने पर लगभग एक घंटे का है।

देखें स्टेशनों की लिस्ट :

गौरतलब है कि इस नए फेज में भूमिगत में चारबाग, गौतम बुद्ध नगर, अमीनाबाद, पांडेयगंज, सिटी रेलवे स्टेशन, मेडिकल चौराहा, चौक स्टेशन रहेंगे। वहीं एलिवेटेड में ठाकुरगंज, बालागंज, सरफराजगंज, मूसाबाग, वसंतकुंज रहेंगें।

पुराने लखनऊ को मिलेगा नया कनेक्शन :

विदित है कि यह लाइन चारबाग से होकर अमीनाबाद, चौक, ठाकुरगंज जैसे पुराने शहर के भीड़भाड़ वाले हिस्सों को सीधे वसंतकुंज और हरदोई-सीतापुर रोड से जोड़ेगी। इसका मतलब है कि नए बस रहे लखनऊ का पुरानी तहज़ीब वाले लखनऊ से सीधा जुड़ाव होगा।

ट्रैफिक में आएगी 30% की गिरावट :

गौरतलब है कि फिलहाल इस रास्ते पर रोज़ ही 3 से 4 लाख वाहनों का आना-जाना लगा रहता है। मेट्रो प्रशासन का दावा है कि इस नए फेज के शुरू होने के बाद रोड पर लोड करीब 30% तक कम हो जाएगा। ढाई लाख यात्री रोज़ मेट्रो से सफर करेंगे, जिससे बाजारों और दफ्तरों तक पहुंच आसान होगी।

जानें कैसे होगा निर्माण :

आपको बता दें कि पहले चरण ने वसंतकुंज मेट्रो डिपो का निर्माण होगा उसके बाद पिलरों और अंडरग्राउंड टनल का काम शुरू होगा। इसके साथ ही पतंगबाजी से होने वाली तकनीकी परेशानियों से बचने के लिए थर्ड रेल के ऊपर सेकंड कॉरिडोर बनाया जाएगा, जिससे डोर कटने की घटनाओं से बचा जा सके।

पार्किंग और सुविधा का रखा जाएगा ख्याल :

गौरतलब है कि इस निर्माण योजना में 12 में से 8 स्टेशनों पर पार्किंग की सुविधा होगी। जहां जगह कम है, वहां नगर निगम और LDA की मल्टीलेवल पार्किंग का इस्तेमाल किया जाएगा।

जमीन अधिग्रहण का काम होगा शुरू :

विदित है कि ज्यादातर जमीन सरकारी विभागों की है, जिसे आपसी सहमति से लिया जाएगा। प्राइवेट जमीन का अधिग्रहण सरकार के तय सर्किल रेट पर मुआवजा देकर होगा।

क्या होगा टाइमलाइन :

गौरतलब है कि इस साल के सितंबर माह में टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाएगी। इसके साथ ही अक्टूबर 2025 से निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। इसका संचालन 5 साल में शुरू होना है, लेकिन संभावना है कि यह समय से पहले पूरी हो जाये।

इससे परियोजना से पुराने लखनऊ के बाजरों में ग्राहकों और आम लोगो की की पहुंच बढ़ेगी, साथ ही ऑफिस को जाने वालों का टाइम बचने के साथ-साथ जाम और प्रदूषण में कमी भी आएगी, निम्न आय वर्ग के यात्रियों के लिए सस्ती और तेज़ यात्रा का साधन उपलब्ध होगा।

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