सर्दियों में हार्ट-अटैक का बढ़ जाता है 2× खतरा!: जरा-सी लापरवाही भी पड़ सकती हैं बहुत भारी, भूलकर भी न करें ये गलतियां?
सर्दियों में हार्ट-अटैक का बढ़ जाता है 2× खतरा!

स्वास्थ्य : सर्दियों का मौसम जितना सुहावना लगता है, दिल के मरीजों के लिए उतना ही खतरनाक साबित हो सकता है। हर साल ठंड बढ़ते ही हार्ट अटैक, स्ट्रोक और अचानक कार्डिएक अरेस्ट के मामले तेजी से बढ़ जाते हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह ठंड के साथ हमारी गलत आदतें हैं। देश के जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. बिमल छाजेड़ के मुताबिक, “सर्दियों में नसें सिकुड़ जाती हैं, ब्लड प्रेशर बढ़ता है और दिल को सामान्य से ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। अगर इस दौरान कुछ आम लेकिन खतरनाक गलतियां हो जाएं, तो हार्ट अटैक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।”

सर्दियों में दिल पर क्यों बढ़ जाता है खतरा?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ठंड में खून की नलियां सिकुड़ जाती हैं, ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ सकता है इसके साथ ही खून थोड़ा गाढ़ा हो जाता है और दिल को ज्यादा ताकत लगानी पड़ती है। यही कारण है कि हार्ट पेशेंट, हाई बीपी, डायबिटीज और मोटापे से जूझ रहे लोगों को इस मौसम में अतिरिक्त सतर्क रहने की जरूरत होती है।

ठंड में ये 7 गलतियां हार्ट अटैक को दे सकती हैं न्योता :

1. बहुत सुबह ठंड में वॉक पर जाना
गौरतलब है कि सुबह-सुबह कड़ाके की ठंड में नसें सबसे ज्यादा सिकुड़ी रहती हैं। ऐसे में तेज वॉक या अचानक ठंडी हवा लगना ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है साथ ही सीने में दर्द या एंजाइना पैदा कर सकता है। इसके लिए बेहतर समय दोपहर या शाम है। अगर सुबह जाएं तो पहले वार्म-अप करे, इसके साथ ही गर्म कपड़े और धीमी चाल बहुत जरूरी है।

2. जरूरत से ज्यादा कड़ी एक्सरसाइज
गौरतलब है कि ठंड में लोग सोचते हैं ज्यादा एक्सरसाइज से सेहत बनेगी, लेकिन ठंडी हवा में हार्ड वर्कआउट से दिल पर अचानक दबाव पड़ सकता है जिससे चक्कर, कमजोरी और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। इसकी जगह हल्की-मध्यम एक्सरसाइज, योग, स्ट्रेचिंग या घर में टहलना ज्यादा सुरक्षित माना जायेगा।

3. बहुत ज्यादा तला-भुना, नमक और फैट वाला खाना (सबसे खतरनाक गलती)
विदित है कि सर्दियों में पकौड़े, समोसे, घी-तेल, ज्यादा नमक कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड बढ़ते हैं जिससे खून गाढ़ा होता है और दिल की नसों में रुकावट का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में फल, हरी सब्जियां, सूप और हल्का भोजन दिल के लिए सबसे अच्छा है।

4. शरीर के चेतावनी संकेतों को नजरअंदाज करना
आपको बता दें कि आपके शरीर मे अगर ये लक्षण दिखें तो सावधान हो जाएं -
● सीने में दबाव या दर्द
● सांस फूलना
● बेचैनी
● हाथ-पैर ज्यादा ठंडे पड़ना

ये दिल तक खून के प्रवाह में रुकावट के संकेत हो सकते हैं। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

5. शराब से शरीर गर्म रखने की कोशिश
आपको बता दें कि यह सबसे बड़ी गलतफहमी है कि शराब नसों को फैलाती है। शरीर की गर्मी तेजी से निकलती है बल्कि इससे ब्लड प्रेशर और हार्ट रिस्क बढ़ता है। शराब नहीं बल्कि इस जगह गर्म सूप, हर्बल चाय या गुनगुना पानी अपनाएं।

6. ठंड के डर से पूरी तरह सुस्त हो जाना
विदित है कि सर्दियों में एक्टिविटी छोड़ देने से वजन बढ़ता है, शुगर और कोलेस्ट्रॉल बिगड़ता है और जिससे दिल कमजोर पड़ता है। इसलिए घर के अंदर ही सही, रोज थोड़ा चलना-फिरना जरूरी है।

7. तनाव और अकेलेपन को हल्के में लेना
ठंड में सोशल एक्टिविटी कम हो जाती है, जिससे तनाव, घबराहट और दिल की धड़कन अनियमित (Arrhythmia) हो सकती है। मेडिटेशन, पूजा-पाठ, संगीत, सकारात्मक बातचीत दिल को मजबूत रखती है।

दिल को सुरक्षित रखने का आसान मंत्र

● सही समय पर वॉक
● हल्की एक्सरसाइज
● संतुलित भोजन
● शराब से दूरी
● तनाव पर कंट्रोल

सर्दियों में दिल की सुरक्षा कोई मुश्किल काम नहीं, बस इन 7 गलतियों से बचना जरूरी है। जरा-सी समझदारी आपको हार्ट अटैक जैसे बड़े खतरे से बचा सकती है। इसलिये अपना ध्यान अवश्य रखें।

डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट चिकित्सा शोध, जनरल जानकारी और विशेषज्ञों की सलाह पर आधारित है। किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या के लिए योग्य चिकित्सक से परामर्श ज़रूर करें। NCR पत्रिका इसकी सटीकता या व्यक्तिगत असर की जिम्मेदारी नहीं लेता।

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