मोटापा बन रहा हैं खतरनाक साइलेंट किलर!: डॉक्टरों के चौंकाने वाले खुलासे? लिवर, दिल और जोड़ों पर सीधा हमला_एक नज़र
मोटापा बन रहा हैं खतरनाक साइलेंट किलर!

मोटापा अब सिर्फ दिखने की समस्या नहीं, अंदरूनी नुकसान ज्यादा
भारत में तेजी से बढ़ता मोटापा अब केवल बाहरी रूप-रंग तक सीमित नहीं रहा है। डॉक्टरों के अनुसार इसका असली खतरा शरीर के अंदर शुरू होने वाली उन प्रक्रियाओं से है जो धीरे-धीरे हार्मोनल बदलाव, सूजन (Inflammation), मेटाबॉलिक गड़बड़ी और अंगों को नुकसान पहुंचाती हैं।

सर गंगाराम अस्पताल के बारीएट्रिक सर्जन डॉ. विवेक बिंदल बताते हैं कि मोटापा अब एक “क्रॉनिक बीमारी” बन चुका है, जो शरीर को बाहर नहीं अंदर से नष्ट करता है। WHO और ICMR के अनुसार भारत में हर तीसरा वयस्क मोटापे की ओर बढ़ रहा है।

हार्मोनल सिस्टम में 'स्टॉर्म' - भूख और चर्बी तेजी से बढ़ती है

शरीर में फैट बढ़ने के साथ इंसुलिन, घ्रेलिन, लेप्टिन और थायरॉइड जैसे हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है। इसका असर भूख बढ़ने, शुगर लेवल अनियंत्रित होने, वजन बढ़ने, थकान, मूड स्विंग और लगातार मीठा खाने की इच्छा के रूप में सामने आता है। यह बदलाव चुपचाप होते हैं और लोग अक्सर इन्हें पहचान नहीं पाते।

दिल सबसे पहले प्रभावित - हार्ट अटैक का खतरा दोगुना

AIIMS की रिपोर्ट के अनुसार पेट की चर्बी (Visceral Fat) दिल पर सबसे तेज असर डालती है। यह दिल की धमनियों में सूजन बढ़ाती है, ब्लड थिक करती है और ब्लॉकेज के खतरे को 2-3 गुना तक बढ़ा देती है। वहीं हाई BP, हाई कोलेस्ट्रॉल और अचानक ब्लड शुगर बढ़ने जैसी समस्याएं मोटापे के साथ तेजी से जुड़ जाती हैं, जो आगे चलकर दिल के दौरे और स्ट्रोक का कारण बन सकती हैं।

लिवर को ‘धीमा और खतरनाक’ नुकसान - फैटी लिवर से सिरोसिस तक

ICMR की रिपोर्ट बताती है कि आज भारत में 30% लोग शराब न पीने के बावजूद फैटी लिवर से जूझ रहे हैं, और इसका सबसे बड़ा कारण बढ़ता वजन है। शरीर में जमा अतिरिक्त फैट लिवर कोशिकाओं को कमजोर करता है, सूजन बढ़ाता है और धीरे-धीरे सिरोसिस और लिवर फेलियर की स्थिति तक पहुंचा सकता है।

जोड़ों और हड्डियों पर 40 गुना अतिरिक्त दबाव

ऑर्थोपेडिक विशेषज्ञों के अनुसार हर 10 किलो अतिरिक्त वजन घुटनों पर लगभग 40 किलो का अतिरिक्त भार डालता है। इसके कारण घुटनों में दर्द, पीठ दर्द, कूल्हों में भारीपन और सुबह उठते समय जकड़न की समस्या बढ़ जाती है। लंबे समय तक यह स्थिति ओस्टियोआर्थराइटिस जैसी गंभीर समस्या का कारण बन सकती है।

सांस रुकने की बीमारी ‘स्लीप एपनिया’ — सबसे कम पहचानी गई समस्या

गर्दन और गले के आसपास फैट जमा होने से नींद में सांस रुकने की समस्या (स्लीप एपनिया) बढ़ रही है। इसके मुख्य संकेत हैं- तेज़ खर्राटे, नींद में सांस रुकना, सुबह सिर दर्द और दिनभर थकान। WHO के अनुसार यह हार्ट डिजीज का खतरा कई गुना बढ़ा देती है।

शुगर का सबसे बड़ा कारण - मोटापा

मोटापा इंसुलिन की कार्यक्षमता कम कर देता है, जिससे शरीर में शुगर कंट्रोल नहीं होता और टाइप-2 डायबिटीज की शुरुआत हो जाती है। यही वजह है कि भारत को “डायबिटीज कैपिटल” कहा जा रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि मोटापा न हो तो भारत में 50% डायबिटीज के केस कम हो जाएं।

महिलाओं और पुरुषों में मोटापे का असर अलग

महिलाओं में मोटापा PCOS/PCOD, हार्मोनल असंतुलन और थायरॉइड जैसी समस्याओं को ट्रिगर करता है। वहीं पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन लेवल गिरने, पेट की चर्बी बढ़ने और दिल की बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि दोनों ही समूह में मोटापे के परिणाम अलग-अलग और गंभीर होते हैं।

मोटापा और कैंसर का सीधा संबंध, WHO का अलर्ट

WHO और Mayo Clinic के अनुसार मोटापा कई तरह के कैंसर का जोखिम बढ़ाता है। इसमें ब्रेस्ट, कोलन, पैनक्रियाज, लिवर और किडनी कैंसर शामिल हैं। इसे "Obesity Related Cancer" कहा जाता है और यह पिछले 10 वर्षों में तेजी से बढ़ा है।

भारतीय लाइफस्टाइल मोटापा बढ़ाने वाला सबसे बड़ा कारण

डॉक्टरों का मानना है कि भारतीयों में मोटापा इसलिए तेजी से फैल रहा है क्योंकि खाने में तला-भुना, मैदा, चीनी और नमक अधिक है। साथ ही तनाव, देर रात सोना, कम चलना, और 3–6 घंटे का स्क्रीन टाइम शरीर की ऊर्जा खपत कम कर देता है, जिससे फैट तेजी से जमा होता है।

किन लोगों को मोटापे का खतरा सबसे ज्यादा

ऑफिस में घंटों बैठकर काम करने वाले, जंक फूड खाने वाले, थायरॉइड/PCOS मरीज, 35 की उम्र पार कर चुके लोग, परिवार में मोटापे का इतिहास, और तनाव से घिरे लोग इस बीमारी की ओर सबसे तेजी से बढ़ते हैं।

डॉक्टर की चेतावनी, मोटापा बाहर से नहीं, अंदर से मारता है

डॉ. विवेक बिंदल का कहना है “मोटापा शरीर के अंदर ऐसी स्थायी सूजन पैदा करता है जो दिल, लिवर और दिमाग को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाती है। इसे हल्के में लेना सबसे बड़ी गलती है।”

कैसे बचें? डॉक्टरों के 5 आसान उपाय

• रोज 25–30 मिनट चलें
• पानी 3-4 लीटर पिएं
• चीनी कम करें
• रात का खाना जल्दी खाएं
• स्क्रीन टाइम घटाएं

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