नोएडा एयरपोर्ट के इर्द-गिर्द खुलेंगे स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी!: यीडा लाया 15 संस्थागत भूखंड की योजना...इस तारीख तक करें आवेदन, इस माह होगी नीलामी?
नोएडा एयरपोर्ट के इर्द-गिर्द खुलेंगे स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी!

 ग्रेटर नोएडा : यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे बसने जा रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास अब स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी का मंज़र बदलेगा। YEIDA (यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) ने 15 बड़े संस्थागत प्लॉटों की नीलामी का ऐलान कर दिया है। यह कदम यूपी की सबसे बड़ी “शैक्षिक ज़मीन नीति” बन सकता है।

शिक्षा के नाम पर प्लॉटों की बोली, 31 जुलाई तक करें आवेदन :

YEIDA ने बताया कि 15 प्लॉटों के लिए आवेदन की प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो चुकी है और 31 जुलाई 2025 तक आवेदन किया जा सकेगा। योग्य आवेदकों की सूची 28 अगस्त को आएगी और 4 सितंबर को ई-नीलामी के जरिए आवंटन होगा। इनमें 10 प्लॉट माध्यमिक विद्यालयों (12वीं तक) के लिए आरक्षित हैं, और 5 प्लॉट विश्वविद्यालय, मेडिकल, डिग्री-कॉलेज, R&D और खेल कॉलेजों के लिए रखे गए हैं।

कितने बड़े हैं ये प्लॉट?

 प्लॉट के प्रकार  -  आकार (वर्ग-मीटर)  -  कुल प्लॉट संख्या 

 स्कूल (12वीं तक)  -     8,000 – 10,115  -  10

 यूनिवर्सिटी/कॉलेज  -      27,000 – 83,822   -    5

सबसे बड़े प्लॉट की आरक्षित कीमत 105 करोड़ रुपए तक है। सेक्टर 13, 17, 17A, 20, 22E जैसे इलाके शिक्षा के नए केंद्र बनने जा रहे हैं।

एयरपोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर + एजुकेशन हब = बिलियन डॉलर ज़ोन!

गौरतलब है कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास सेक्टर-18 और 20 को केंद्र बनाकर YEIDA अब एक संपूर्ण शैक्षिक और आवासीय शहर खड़ा करने जा रहा है। अधिकारियों का दावा है कि इस रूट पर चलने वाली रैपिड रेल, दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर और जेवर एयरपोर्ट मिलकर इसे उत्तर भारत का सबसे बड़ा एजुकेशन-कम-इंफ्रास्ट्रक्चर हब बनाएंगे।

आम आदमी को मिलेगा प्लॉट – मात्र ₹3 लाख सालाना आय वालों के लिए स्कीम :

आपको बता दें कि YEIDA ने ऐलान किया है कि सेक्टर 18 और 20 में करीब 30,000 सस्ते प्लॉटों की योजना भी लाई जा रही है। पहले फेज में 4,288 प्लॉट दिए जाएंगे। शर्त यह है कि आवेदक की सालाना आय ₹3 लाख से कम होनी चाहिए। प्लॉट की साइज 30 मीटर होगी और कीमत आम आदमी की पहुंच में रखी जाएगी।

क्या कहता है एक्सपर्ट पैनल? :

विशेषज्ञ मानते हैं कि एयरपोर्ट के पास शिक्षण संस्थानों के लिए जमीन देना दीर्घकालिक निवेश साबित होगा। “अगर कोई विश्वविद्यालय या मेडिकल कॉलेज यहां खुले, तो निवेश, नौकरियों और आबादी तीनों में उछाल आएगा।”

यमुना प्राधिकरण के इस मास्टर प्लान से नोएडा-ग्रेटर नोएडा और जेवर का भूगोल बदलने वाला है। जिस ज़मीन पर कभी सिर्फ खेत थे, अब वहां शिक्षा के किले खड़े होंगे। यदि आप एक संस्थान चलाना चाहते हैं या प्लॉट खरीदने का सपना देख रहे हैं, तो 31 जुलाई से पहले इस योजना में भाग लें क्योंकि इस बार हवाईअड्डा ही नहीं, उसके आस पास का क्षेत्र भी विकसित होने वाला है।

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