फाइनेंस/सुरक्षा : बढ़ती जरूरतें, सीमित आय और अचानक आने वाले खर्च इन सबके बीच आजकल लोन आम आदमी की मजबूरी बन गया है। लेकिन जितनी आसानी से लोग पर्सनल लोन, डिजिटल लोन या होम लोन ले लेते हैं, उतनी ही आसानी से एक गलत कदम उन्हें कर्ज के जाल में भी फंसा देता है। Fraud ऐप से लेकर गलत EMI तक ऐसी छोटी-छोटी गलतियाँ कई लोगों को आर्थिक संकट में डाल चुकी हैं। आप भी लोन लेने का सोच रहे हैं? इन बातों का जरूर ध्यान रखें वरना पछताना पड़ सकता है।
1. थर्ड पार्टी या फ्रॉड ऐप पर भरोसा; कर्ज नहीं, मुसीबत मिलती है :
आपको बता दें कि आजकल सैकड़ों नकली ऐप 5 मिनट में लोन देने का लालच देते हैं। लोग सिर्फ “Instant Approval” देखकर ऐप डाउनलोड कर लेते हैं।
जो होता है उसके बाद?
●फोन की Contact List, गैलरी और डेटा चोरी
●EMI लेट होने पर ब्लैकमेल, धमकी
●कुछ ऐप पहले ही “Processing Fee” लेकर गायब!
विशेषज्ञों की सलाह:
सिर्फ बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या RBI रजिस्टर्ड NBFC से ही लोन लें। अत्यधिक कम ब्याज, Instant Cash जैसे लालच सबसे बड़ा जाल हैं।
2. ब्रोकर के चक्कर में फंसना; फीस कटेगी, लोन मिलेगा नहीं :
गौरतलब है कि लोग सोचते हैं कि बैंक तक पहुंचने में समय लगेगा, इसलिए ब्रोकर रख लेते हैं। ब्रोकर पहले पैसे लेता है, फिर या तो गलत जानकारी देता है या महीनों घुमाता रहता है। कई मामलों में -
●फीस ली जाती है
●लोन मिलता ही नहीं
●कागज़ों की कॉपी भी गलत तरीके से इस्तेमाल हो सकती है
सच यह है कि आज हर बैंक का कस्टमर केयर, ऐप और ऑनलाइन पोर्टल इतना आसान है कि आपको किसी मध्यस्थ की जरूरत ही नहीं।
3. बिना पढ़े दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर; आगे चलकर बड़ा फंदा :
विदित है कि बहुत लोग कागज़ों की लंबी फाइल देखकर परेशान हो जाते हैं और कह देते हैं -“चलो साइन कर देते हैं।” और बाद में पता चलता है—
●ब्याज असल में बहुत ज्यादा है
●प्रोसेसिंग शुल्क ऊपर से
●Hidden Charges हर EMI में जोड़ा गया है
●Penalty चार्ज आपकी जेब खाली कर देगा
इसलिए नियम याद रखें कि किसी भी दस्तावेज पर बिना पढ़े कभी साइन न करें। लाइन-दर-लाइन पढ़ें, समझें और तभी आगे बढ़ें।
4. अपनी आय से ज्यादा EMI तय करना; पूरा बजट बिगड़ जाता है :
कई लोग लोन अमाउंट देखकर खुश हो जाते हैं, EMI का असली बोझ बाद में महसूस होता है। EMI ज्यादा हुई तो महीने का बजट बिगड़ता है, खर्च पूरे नहीं होते और एक बार EMI मिस हुई तो Credit Score गिरता है और अगला लोन लेना लगभग नामुमकिन हो जाता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि EMI आपकी मासिक आय का 30–35% से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। पहले EMI कैलकुलेटर में देखकर तय करें कि कौन सा प्लान आपके लिए सुरक्षित है।
लोन राहत है बस सही तरीके से लिया जाए। लोन लेना गलती नहीं है, लेकिन गलत जगह से लोन लेना सबसे बड़ी गलती है। थोड़ी सतर्कता, थोड़ी जांच और थोड़ी समझदारी आपको भारी आर्थिक संकट से बचा सकती है। इसलिये :
●केवल मान्यता प्राप्त बैंक/NBFC से लोन
●दस्तावेज़ अच्छी तरह पढ़ें
●EMI अपनी क्षमता के अनुसार
●फ्रॉड ऐप और ब्रोकर से पूरी दूरी बनाये रखें।