सावधान; भूल कर भी न करे इस्तेमाल पब्लिक वाईफाई!: चार्जर पॉइंट आपके एकाउंट को कर सकते हैं खाली...बरते ये सावधानियां?
सावधान; भूल कर भी न करे इस्तेमाल पब्लिक वाईफाई!

 नोएडा: अगर आप भी मॉल, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट या किसी कैफे में फ्री वाईफाई का इस्तेमाल करते हैं या फोन चार्ज करने के लिए पब्लिक चार्जिंग पॉइंट का सहारा लेते हैं, तो सावधान हो जाइए। आपकी एक छोटी सी लापरवाही आपके बैंक अकाउंट को खाली कर सकती है। साइबर ठगों ने अब एक नया तरीका अपनाया है, जिसमें वे फ्री इंटरनेट और चार्जिंग स्टेशनों के जरिए लोगों के मोबाइल में सेंध लगा रहे हैं और अकाउंट से लाखों रुपये उड़ा रहे हैं।
हाल ही में नोएडा में भी कुछ ऐसा ही मामला आया है जिसके बाद सावधान रहने की अपील की गई थी।

पब्लिक चार्जिंग स्टेशनों से कैसे होती है जासूसी?

अब एक नई खतरे की घंटी पब्लिक चार्जिंग स्टेशन भी बन गए हैं। इस तकनीक को "जूस जैकिंग" कहा जाता है। ठग चार्जिंग पोर्ट्स में खास डिवाइस फिट कर देते हैं, जो आपके फोन के डेटा तक पहुंच बना लेते हैं। जैसे ही आप अपने फोन को चार्जिंग से जोड़ते हैं, आपके फोन की सारी जानकारी — बैंक डिटेल्स से लेकर पासवर्ड तक — चुपचाप चुराई जा सकती है।

फ्री वाईफाई बना नया हथियार!

 अक्सर लोग फ्री इंटरनेट के लालच में अनजाने नेटवर्क से मोबाइल या लैपटॉप जोड़ लेते हैं। यह आदत अब बेहद खतरनाक बन चुकी है। ऐसे नेटवर्क से कनेक्ट होते ही साइबर ठग आपके डिवाइस का पूरा डेटा चुरा सकते हैं। बैंक अकाउंट खाली करना अब पुरानी बात हो गई, अब डीमैट अकाउंट भी सीधा निशाने पर है।

एक्सपर्ट ने कहा है कि "अब समय आ गया है कि अनजान वाईफाई, चार्जर और किसी भी तरह के फ्री ऑफर से सतर्क रहें। थोड़ी सी लापरवाही से आपका पूरा फाइनेंशियल पोर्टफोलियो तबाह हो सकता है।"

डीमैट अकाउंट से सेंधमारी की बड़ी वारदात

हाल ही में नोएडा में रहने वाले एक युवक के डीमैट अकाउंट से 22 अप्रैल को देर रात करीब 500 शेयर ट्रांसफर कर लिए गए। इन शेयरों की कुल कीमत 5 लाख रुपये से अधिक आंकी गई है। पीड़ित युवक ने तुरंत साइबर थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। डीसीपी साइबर सुरक्षा प्रीति यादव के मुताबिक, शुरुआती जांच में यह शक भी सामने आया है कि कहीं ये फ्री वाईफाई नेटवर्क से जुड़ने के बाद से युवक का मोबाइल ठगों के कंट्रोल में तो नहीं आ गया।

इससे मोबाइल से ओटीपी, अकाउंट लॉगिन डिटेल्स और अन्य संवेदनशील जानकारियां चोरी कर ली गईं हों, जिससे ठगों ने डीमैट अकाउंट तक पहुंच बनाकर रातोंरात सारे शेयर ट्रांसफर कर लिए।

फ्री वाईफाई इस्तेमाल करते समय अपनाएं ये सावधानियां!

वैसे तो कोशिस करें कि अनजान वाईफाई और पब्लिक चार्जिंग पॉइंट का प्रयोग न करना पड़े, लेकिन किसी कारणवश अगर करना ही पड़ता है तो निम्नलिखित सावधानियां जरूर उठाएं।

 1. बैंकिंग या ऑनलाइन ट्रांजैक्शन न करें: फ्री वाईफाई का इस्तेमाल करते वक्त कभी भी अपने बैंक अकाउंट लॉगिन, यूपीआई ट्रांजैक्शन या किसी भी फाइनेंशियल एप्लीकेशन को ओपन न करें। खतरा सीधा अकाउंट खाली होने का है।

 2. अपने पर्सनल पासवर्ड सेव न करें: अगर आप फ्री वाईफाई पर हैं, तो किसी भी वेबसाइट या एप में लॉगिन करते समय "Remember Password" का ऑप्शन कभी न चुनें। यह डेटा हैकर्स के हाथ आसानी से लग सकता है।

 3. बिना वेरीफिकेशन के नेटवर्क से न जुड़ें: कोई भी "Free_WiFi" या "Public_Network" नाम से दिख रहे नेटवर्क से बिना वेरीफाई किए कनेक्ट न हों। ये नकली नेटवर्क हो सकते हैं, जो आपके फोन को जाल में फंसाने के लिए बनाए गए हैं।

 4. VPN का इस्तेमाल किए बिना ब्राउजिंग न करें: अगर फ्री वाईफाई का इस्तेमाल जरूरी हो, तो भी बिना VPN (Virtual Private Network) के ब्राउजिंग न करें। VPN आपके डाटा को एन्क्रिप्ट कर सुरक्षित करता है।

 5. सोशल मीडिया या ईमेल भी लॉगिन करने से बचें: फेसबुक, इंस्टाग्राम, जीमेल जैसी साइट्स पर फ्री वाईफाई से लॉगिन करना भी जोखिम भरा हो सकता है। आपकी पर्सनल जानकारी लीक हो सकती है, जिससे भविष्य में बड़े साइबर फ्रॉड हो सकते हैं।

सावधानी ही सुरक्षा है!

साइबर अपराधी हर दिन नए तरीके ढूंढते हैं, लेकिन थोड़ी सी सतर्कता और जागरूकता से आप बड़े नुकसान से बच सकते हैं। याद रखें, मुफ्त का इंटरनेट या चार्जिंग अगर आपकी गोपनीयता को खतरे में डालता है, तो उसकी कीमत आप अपने जीवन भर की कमाई से न चुका दे,इसलिये सावधान रहें।

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