नई दिल्ली: दिल्ली की 'शिक्षा क्रांति' में भ्रष्टाचार का नया चेहरा सामने आया है। आम आदमी पार्टी के सबसे बड़े चेहरों में शामिल पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन की मुश्किलें अब दोहरी हो गई हैं। शराब नीति घोटाले में पहले से घिरे ये दोनों नेता अब एक 2,000 करोड़ रुपये के शिक्षा निर्माण घोटाले में घिर गए हैं। भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) ने सरकारी स्कूलों में कक्षाओं के निर्माण में भारी अनियमितताओं के चलते दोनों के खिलाफ FIR दर्ज कर दी है।
घोटाले की बड़ी बातें:
ACB ने घोटाले की निम्नलिखित बातें बताई है -
●28 लाख रुपये प्रति कमरा: ACB के मुताबिक, एक क्लासरूम का निर्माण मात्र 5 लाख रुपये में होना चाहिए था, लेकिन AAP सरकार ने प्रति कमरा 28 लाख रुपये खर्च दिखाए।
●इसमें 34 ठेकेदारों को दिया गया काम जिनमें से अधिकांश AAP से जुड़े थे।
● एक भी प्रोजेक्ट समय पर पूरा नहीं हुआ,जबकि भुगतान पूरा कर दिया गया।
●टॉयलेट को क्लासरूम बताकर दिखाया गया जबकि कई जगहों पर कक्षाओं का निर्माण ही नहीं हुआ।
जाने क्या है ACB, कैसे करती है काम?
आपको बता दे कि ACB यानी भ्रष्टाचार निरोधक शाखा एक सरकारी जांच एजेंसी है जो सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा किए गए भ्रष्टाचार, घूसखोरी और वित्तीय अनियमितताओं की जांच करती है। यह एजेंसी शिकायत, सतर्कता रिपोर्ट या कानूनी मंजूरी के आधार पर कार्रवाई करती है और दोषियों के खिलाफ FIR दर्ज कर सकती है। इसका उद्देश्य सरकारी तंत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना है।
तीन साल तक दबी रही रिपोर्ट, अब खुली परतें
गौरतलब है कि इस घोटाले की परतें तब खुलीं जब केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) के मुख्य तकनीकी परीक्षक की एक रिपोर्ट सामने आई, जिसमें निर्माण में की गई अनियमितताओं और अत्यधिक खर्च की बात कही गई थी। चौंकाने वाली बात यह है कि इस रिपोर्ट को तीन साल तक जानबूझकर दबाकर रखा गया। अब जाकर POC अधिनियम की धारा 17-A के तहत मंजूरी मिलने पर केस दर्ज किया गया है।
AAP से जुड़े ठेकेदारों को मिला ठेका, काम अधूरा
आपको बता दे कि FIR में स्पष्ट आरोप है कि इस परियोजना का ठेका AAP से जुड़े 34 ठेकेदारों को दिया गया, जिनके साथ मिलीभगत कर घटिया गुणवत्ता से निर्माण कराया गया। अधिकांश काम तय समय पर पूरा नहीं हुआ और जो हुआ, उसमें घटिया सामग्री का इस्तेमाल कर बच्चों की सुरक्षा से समझौता किया गया।
भाजपा का बड़ा हमला: “बच्चों की जिंदगी से किया खिलवाड़”
भाजपा नेता नीलकांत बख्शी, कपिल मिश्रा और हरीश खुराना ने इस मामले को सार्वजनिक किया। बख्शी ने कहा कि AAP ने शिक्षा को उपलब्धि के रूप में बेचा, लेकिन पर्दे के पीछे संगठित लूट चल रही थी। ये सिर्फ घोटाला नहीं, बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ है।
उन्होंने यह भी दावा किया कि शराब घोटाले से पहले सिसोदिया और जैन को इस मामले में जेल जाना तय है।
AAP की चुप्पी: अब तक नहीं आई कोई प्रतिक्रिया
आपको बता दे कि घोटाले का खुलासा होते ही राजनीतिक भूचाल आ गया है, लेकिन आप पार्टी की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। विपक्ष ने इसे "शिक्षा के नाम पर महाघोटाले" की संज्ञा दी है।
अब आगे क्या?
आपको बता दे कि इस मामले में जांच एजेंसी की अगली कार्रवाई पर सबकी निगाहें टिकी हैं। सिसोदिया और जैन पहले से ही शराब नीति घोटाले में जेल जा चुके हैं या न्यायिक जांच में हैं, और अब ये नया मामला उनके लिए राजनीतिक और कानूनी बवंडर बन सकता है।