दिल्ली CM रेखा शर्मा का महिला-सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक फैसला!: नाइट शिफ्ट में काम करने की मिली इजाजत, सुरक्षा व्यवस्था...इन शर्तों पर?
दिल्ली CM रेखा शर्मा का महिला-सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक फैसला!

नई दिल्ली : दिल्ली महिलाओं के लिए बहुत बड़े बदलाव का साक्षी हुआ है। दिल्ली में अब महिलाएं भी रात की पाली में दुकानों और ऑफिसों में काम कर सकेंगी। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की अगुवाई में राजधानी को महिला सशक्तिकरण और कारोबारी तरक्की की नई दिशा देने की पहल की गई है। पहली बार दिल्ली में महिलाएं आधिकारिक रूप से नाइट शिफ्ट में काम कर सकेंगी, लेकिन इसके लिए कुछ सख्त नियम लागू किए जा रहे हैं।

जानें क्या है फैसला?

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने ऐलान किया कि दिल्ली दुकान एवं स्थापना अधिनियम-1954 में संशोधन कर महिलाओं को रात्रि पाली (नाइट शिफ्ट) में काम की अनुमति दी जाएगी। अभी तक महिलाओं को रात 8 या 9 बजे के बाद काम करने की छूट नहीं थी सीएम रेखा गुप्ता का बड़ा बयान देते हुए कहां कि : "दिल्ली को कारोबारी राजधानी बनाना है तो महिलाओं की भागीदारी ज़रूरी है। ये फैसला महिला सुरक्षा, आर्थिक आजादी और शहर के विकास की दिशा में बड़ा कदम है।"

लेकिन सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम होंगे ज़रूरी :

सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि रात में काम करने के लिए महिलाओं की "लिखित सहमति" जरूरी होगी। लेकिन साथ ये इंतजाम अनिवार्य होंगे:

●कार्यस्थल पर CCTV कैमरे

●महिला सुरक्षा गार्ड की तैनाती

●सुरक्षित ट्रांसपोर्ट सुविधा (पिक एंड ड्रॉप)

●रेस्ट रूम, टॉयलेट, लॉकर की व्यवस्था

●यौन उत्पीड़न रोकथाम समिति (POSH)

●वेतन बैंक या ECS के माध्यम से

●साप्ताहिक अवकाश और ओवरटाइम का भुगतान

●ईएसआई, पीएफ, बोनस आदि का पूरा लाभ

उपराज्यपाल से मंजूरी बाकी :

विदित है कि मुख्यमंत्री ने बताया कि इस प्रस्ताव को उपराज्यपाल वीके सक्सेना को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। इससे पहले हरियाणा, तेलंगाना और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में नाइट शिफ्ट में महिला कामगारों की अनुमति दी जा चुकी है।

दिल्ली की रातों में अब बढ़ेगी रौनक?

गौरतलब है कि इस फैसले से साफ है कि सरकार अब दिल्ली को एक ऐसा शहर बनाना चाहती है जहां महिलाएं दिन हो या रात, हर वक्त बिना डर के काम कर सकें। कामकाजी महिलाओं को इसका बड़ा फायदा मिलेगा, खासकर बीपीओ, रिटेल, फार्मा, हॉस्पिटैलिटी और हेल्थ सेक्टर में।

ये सवाल भी उठेंगे?

आपको बता दें कि ऐसे में कई सवाल ही उठ रहे जैसे क्या हर दुकान और प्रतिष्ठान इन सुरक्षा शर्तों को पूरा कर पाएगा? क्या दिल्ली पुलिस और प्रशासन सुरक्षा में कोई चूक नहीं होने देगा? ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि यह फैसला महिलाओं को अवसर देगा या सिर्फ औपचारिकता बनकर रह जाएगा

दिल्ली सरकार ने महिलाओं को रात में कानून और जिम्मेदारी के साथ काम करने की आजादी दे दी है।
दिल्ली सरकार का यह कदम रोजगार वृद्धि, अर्थव्यवस्था को तेज रफ्तार के साथ ही महिला सशक्तिकरण के लिहाज से अहम माना जा रहा है। यह सिर्फ नीति नहीं, बदलाव की आहट है जब बेटियां रात में भी बिना डर काम कर सकेंगी, तभी असली विकास कहलाएगा।

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