गुरुग्राम : अगर आप गुरुग्राम में मकान, दुकान या जमीन खरीदने की सोच रहे हैं तो आपके लिए बड़ी खबर है, 1 अगस्त 2025 से जिले में नया सर्कल रेट लागू हो चुका है, जिसमें 30% तक की बढ़ोतरी हुई है। कुछ इलाकों में तो यह उछाल 100% से भी ज्यादा रहा है।
पहले ही दिन दिखा असर – रजिस्ट्रियों की संख्या घटी :
आपको बता दें कि जहां रोजाना 600 से 800 रजिस्ट्रियां होती थीं, नए रेट लागू होने के बाद शुक्रवार को सिर्फ 200 से ज्यादा रजिस्ट्रियां ही हो पाईं। पोर्टल भी धीमा रहा, लोग तहसीलों में जानकारी लेने उमड़े, और प्रॉपर्टी बाज़ार में अचानक “महंगाई का झटका” देखने को मिला।
कहां कितनी बढ़ी कीमतें, कुछ इलाकों में रिकॉर्ड तोड़ इजाफा :
एरिया - रिहायशी सर्कल रेट (₹/sq yard) - बढ़ोतरी (%)
यहाँ उन प्रॉपर्टीज़ का एक टेबल तैयार किया गया है जिसमें नाम, मूल कीमत (₹), छूट (%), और छूट के बाद की कीमत (₹) शामिल हैं:
प्रॉपर्टी नाम | मूल कीमत (₹) | छूट (%) | छूट के बाद कीमत (₹) |
---|---|---|---|
वाटिका सिटी | ₹90,000 | 20% | ₹72,000 |
तत्व विला | ₹88,000 | 10% | ₹79,200 |
मालिबू टाउन | ₹86,250 | 10% | ₹77,625 |
रोज वुड | ₹95,000 | 10% | ₹85,500 |
उप्पल साउथ इंड | ₹85,100 | 10% | ₹76,590 |
पाम ड्राइव | ₹9,500 | -15% | ₹10,925 |
नोट:
"पाम ड्राइव" में -15% का मतलब है कि यह कीमत बढ़ी है, यानी 15% अधिक।
गलती से बजघेड़ा में 145% और सरहौल में 108% तक की की गई थी उछाल!
गौरतलब है कि शुरू में बजघेड़ा में कृषि भूमि का सर्कल रेट 145% बढ़ा वहीं सरहौल में 108% का जबरदस्त इजाफा, गुड़गांव गांव में भी 77% तक बढ़ोतरी देखी गयी थी। साथ ही बाद में अफसरों ने मान लिया कि “कहीं गलती से ज्यादा बढ़ोतरी कर दी गई थी, जिसे अब सुधारा गया है। अधिकतम वृद्धि 20 से 30% ही हुई है”
वेबसाइट पर नई दरें अपलोड नहीं, लोग भटके :
आपको बता दें कि जिला प्रशासन की वेबसाइट पर शुक्रवार शाम तक नई दरें अपलोड नहीं हुईं, जिससे लोग पुरानी प्रस्तावित लिस्ट देखकर भ्रमित रहे। आखिरी वक्त तक राजस्व विभाग ने 49 आपत्तियों की सुनवाई की, और राज्य सरकार को अंतिम रिपोर्ट भेजी।
क्या है सर्कल रेट और इसका असर? :
आपको बता दें कि सर्कल रेट वह न्यूनतम मूल्य है जिस पर प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री होती है। जैसे ही सर्कल रेट बढ़ता है रजिस्ट्री के लिए ज्यादा स्टांप ड्यूटी देनी होती है। इससे प्रॉपर्टी खरीदना और महंगा हो जाता है। इससे EMI, टैक्स, रजिस्ट्री खर्च, सब कुछ बढ़ जाता है।
सर्कल रेट बढ़ने के पीछे की बड़ी वजहें :
मार्केट रेट और सरकारी दरों में बड़ा अंतर
राजस्व बढ़ाने की सरकार की नीति
IT और इंडस्ट्रियल एरिया में तेजी से प्रॉपर्टी की डिमांड
गुरुग्राम की प्रॉपर्टी मार्केट अब गरीबों के लिए पहुँच से बाहर होती जा रही है। नए सर्कल रेट ने आम आदमी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। जहां गांवों में किसान खुश हैं, वहीं शहरों में खरीददार परेशान। राजस्व बढ़ाने की इस चाल ने आम जनता की जेब पर सीधा वार किया है।