सेकेंड-हैंड कार खरीदने का कर रहे हैं प्लान, तो रहे अलर्ट!: पुराना कार बन रहा हैं आतंकियों का नया हथियार? कार खरीदते-बेचते समय बरते ये सावधानियां?
सेकेंड-हैंड कार खरीदने का कर रहे हैं प्लान, तो रहे अलर्ट!

सुरक्षा: लाल किला के पास हुए भीषण कार ब्लास्ट ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है।
जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि आतंकियों ने विस्फोट के लिए एक पुरानी कार का इस्तेमाल किया, जिसे कई बार खरीदा-बेचा गया था। यह घटना उन सभी लोगों के लिए एक डरावनी चेतावनी है जो पुरानी कारों की खरीद-बिक्री को हल्के में लेते हैं।

जानें क्यों बन रही हैं पुरानी कारें खतरा?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आतंकी पुरानी कारों को प्राथमिकता में रखते हैं। ऐसे में बिना पूरी जांच के खरीदन भारी पड़ सकता है। दिल्ली पुलिस ने कार के सभी पूर्व मालिकों को किया हिरासत में ले लिया है

कार खरीदते समय ये 8 डॉक्यूमेंट्स जरूर चेक करें:

  1. RC बुक - मालिकाना हक की पुष्टि के लिए

  2. इंश्योरेंस - वैध पॉलिसी की जांच करें

  3. PUC सर्टिफिकेट - पॉल्यूशन नियमों का पालन

  4. रोड टैक्स - बकाया टैक्स न हो

  5. NOC - लोन हो तो बैंक से क्लीयरेंस

  6. चालान रिकॉर्ड - पेंडिंग चालान न हो

  7. सर्विस रिकॉर्ड - गाड़ी की हिस्ट्री जानें.

  8. खरीद समझौता - लिखित एग्रीमेंट जरूरी

कार बेचते समय बरतें ये 11 सावधानियां:

गौरतलब है कि कार खरीदने के साथ ही कार बेचते समय भी सावधानी रखना अत्यंत आवश्यक है।

  1. खरीदार का आधार-पैन वेरिफाई करें

  2. डिलीवरी लेटर पर साइन करवाएं

  3. अपना फास्टैग तुरंत ब्लॉक करें

  4. पेमेंट डिटेल्स सेफ रखें

  5. पर्सनल डॉक्यूमेंट्स निकाल लें

  6. इंश्योरेंस कंपनी को सूचित करें

  7. सर्विस रिकॉर्ड की कॉपी दें

  8. सेल एग्रीमेंट میں तारीख-समय लिखें

  9. कार हैंडओवर का फोटो-वीडियो लें

  10. RTO में फॉर्म 28, 29, 30 जमा करें

  11. कुछ दिन बाद RC ट्रांसफर की पुष्टि करें

एक्सपर्ट की क्या है चेतावनी:

विदित है कि संभागीय परिवहन अधिकारी सौरभ कुमार कहते हैं - "कार बेचने के बाद लोग सोचते हैं कि जिम्मेदारी खत्म, लेकिन अगर RC ट्रांसफर नहीं हुई तो कानूनी जिम्मेदारी पुराने मालिक की ही रहती है। लाल किला ब्लास्ट इसकी डरावनी मिसाल है।"

ऑनलाइन कार खरीदने वाले भी हो जाएं सावधान!

आपको बता दें कि ऑनलाईन गाड़ी खरीदते वक्त भी सावधानी बरतें। सिर्फ फोटो देखकर डील न करें। गाड़ी खुद देखकर टेस्ट ड्राइव लें। सभी डॉक्यूमेंट्स की हार्ड कॉपी चेक करें। बहुत सस्ते ऑफर से बचें साथ ही डीलर की पहचान वेरिफाई करें। आपकी एक छोटी सी लापरवाही बन सकती है बड़ी तबाही का कारण बन सकती है। कार खरीदते-बेचते समय पूरी सावधानी बरतें और कानूनी प्रक्रिया का पालन जरूर करें।

RC ट्रांसफर कितना जरूरी है?

गौरतलब है कि 14 दिन के भीतर RC ट्रांसफर जरूरी है। दूसरे राज्य में कार बेची है तो 45 दिन RC ट्रांसफर से पहले अगर कोई एक्सीडेंट हुआ, कोई अपराध हुआ, चालान हुआ या कार से कोई आपराधिक घटना हुई कानूनी जिम्मेदारी पूरी तरह पुराने मालिक पर
इसीलिए लाल किले ब्लास्ट में पहले मालिक तक को बुलाया गया। इसलिये समय रहते RC ट्रांसफर जरूर कराएं।

लाल किला केस ने एक बात साबित कर दी कि पुरानी कार खरीद-बेचना मजाक नहीं, पूरा कानूनी ऑपरेशन है।
जिस कार ने 13 लोगों की जान ली, उसके सभी पुराने मालिकों को पुलिस पूछताछ में बुलाया गया। क्योंकि RC ट्रांसफर ही असली मालिक तय करता है। इसमें पेमेंट नहीं, कागज़ चलते हैं और डिलीवरी ही नहीं, रजिस्ट्री मायने रखती है इसलिए पुरानी कार खरीदते समय 8 डॉक्यूमेंट्स चेक करें। बेचते समय 11 सावधानियां जरूर बरतें नहीं तो किसी और की गलती का केस आपके नाम पर भी दर्ज हो सकता है।

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