मुजफ्फरनगर जन आक्रोश रैली में राकेश टिकैत की बिगड़ी तबियत!: पगड़ी गिराने वाले मामले ने पकड़ा तूल? जानें क्या है पूरा मामला और क्यों हैं चर्चा में
मुजफ्फरनगर जन आक्रोश रैली में राकेश टिकैत की बिगड़ी तबियत!

किसान आंदोलन: मुजफ्फरनगर में जन आक्रोश रैली में राकेश टिकैत के साथ धक्का मुक्की तथा पगड़ी गिराने का मामला बढ़ता ही जा रहा है। इसी बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत की तबीयत भी अचानक बिगड़ गई। गौरतलब है कि अधिक गर्मी के कारण उनकी हालत बिगड़ गई जिससे उनका बीपी बढ़ गया है। हालांकि उपचार के लिए उनको हॉस्पिटल ले जाने के लिए तत्काल रूप से एंबुलेंस बुलाई गई और उनको अस्पताल ले जाया गया। वहीं दूसरी तरफ नरेश टिकैत का भाषण खत्म होने के पश्चात पंचायत के समापन की भी घोषणा कर दी गई है। इसके बाद अब सभी किसान टाउन हॉल की तरफ रवाना हुए हैं। 

राकेश टिकैत की पगड़ी गिराने वाले शख्स को पुलिस ने पकड़ा:

वहीं जन आक्रोश रैली के दौरान टिकैत पर हमला करने वाले को पुलिस के द्वारा पकड़ लिया गया है। पुलिस के मुताबिक पकड़े गए शख्स का नाम सौरभ वर्मा है और वह मुजफ्फरनगर का ही रहने वाला युवक है। उसने पुलिस को बताया है कि वह जन आक्रोश रैली में हिस्सा लेने के लिए गया था। लेकिन धक्का-मुक्की के दौरान अचानक उसका हाथ राकेश टिकैत की पगड़ी से टकरा गया, जिस वजह से पगड़ी नीचे गिर गई।

जिसके बाद भाकियू नेता राकेश टिकैत पर हमले के विरोध में मुजफ्फरनगर में महापंचायत की जा रही है। जिसमें यूपी के अतिरिक्त हरियाणा, पंजाब तथा दिल्ली सहित कई राज्यों से किसान जीआईसी ग्राउंड में पहुंचे हैं। वहीं भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत के साथ सरधना से सपा विधायक अतुल प्रधान भी मंच पर मौजूद हैं।

आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला और क्यों आया चर्चा में?

दरअसल पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में सिविल लाइन थाना क्षेत्र में स्थित टाउन हॉल ग्राउंड में जन आक्रोश रैली का आयोजन किया गया था। इसमें छोटे-बड़े मिलाकर करीब 168 हिंदू संगठन के लोग शामिल हुए थे। वहीं रैली के समर्थन में बाजार भी बंद कर दिए गए थे और बड़ी संख्या में लोग दोपहर में ग्राउंड में जुट भी गए थे।

वहीं शाम करीब साढ़े 5 बजे राकेश टिकैत जब रैली में पहुंचे तो उनका जबरदस्त विरोध शुरू हो गया। दरअसल राकेश टिकैत के बड़े भाई नरेश टिकैत के द्वारा यह बयान दिया गया था कि “पाकिस्तान का पानी रोका जाना सही नहीं है क्योंकि भारत तथा पाकिस्तान का किसान एक है।” उनके इस बयान से लोग काफी नाराज थे, जिस कारण राकेश टिकैत का लोगों के द्वारा विरोध किया गया।

जैसे जैसे विरोध तेज हुआ तो उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया गया। भीड़ में उनकी पगड़ी गिरा दी गई तथा उनके साथ धक्का मुक्की भी की गई। हालांकि पुलिस के द्वारा उन्हें वहां से सुरक्षित निकाल दिया गया। लेकिन इससे भारतीय किसान यूनियन में काफी रोष फैल गया। इसे लेकर ही आज जीआईसी में एक पंचायत का आयोजन किया गया है। जिसमें भाकियू के पदाधिकारी एवं किसान नेता भी पहुंचे। वहीं सपा तथा कांग्रेस के नेता भी पंचायत में शामिल हुए हैं। 

अगर वह कामयाब हो जाते तो शायद हमें मार ही देते!: राकेश टिकैत

वहीं इस पूरी घटना के बाद राकेश टिकैत के द्वारा यह कहा गया कि यह पूरी तरह से एक पूर्व नियोजित साजिश के तहत किया गया था। अगर वह कामयाब हो जाते तो शायद वह हमें मार ही देते और यही उनका मकसद भी था। पुलिस-प्रशासन ऐसे लोगों को तत्काल रूप से चिह्नित करे, जिन्होंने वहां शराब पी रखी थी।

वहीं, नरेश टिकैत ने आगे कहा कि हम अनुशासित हैं। वरना आज जो भी घटना हुई है, उस पर धरती लाल हो जाती। उन्होंने कहा कि हम किसी से डरते नहीं हैं। आज हमारी पगड़ी पर हमला हुआ है। यदि बात नहीं बनी, तो हम खुद ही पगड़ी उतार कर रख देंगे। यह परीक्षा की घड़ी है। किसानों तथा मजदूरों के मान-सम्मान को ठेस पहुंची है।

लोगों को ट्रेनिंग देकर खड़ा किया गया था, ताकि आंदोलन को खत्म कर सकें! राकेश टिकैत

राकेश टिकैत ने कहा कि ऐसा लग रहा था कि जैसे कुछ लोगों को ट्रेनिंग देकर वहां पर खड़ा किया गया हो। सवाल यह भी है कि क्या शहीदों के नाम पर अब राजनीति की जा रही है? क्या किसान आंदोलन को हिंसक बना कर खत्म करने की साजिश रची जा रही है? यदि यह किसी भी एक पार्टी का कार्यक्रम था तो पहले ही स्पष्ट किया जाना चाहिए था। लेकिन इस कार्यक्रम को आमजन का बताया गया था। 

अगर वह खुद को हिंदू कह रहे हैं, तो वह बताएं कि हमसे बड़ा हिंदू कौन है? क्या कुछ नए हिंदू बने हैं, जो इस तरह का कार्य कर रहे हैं? पुलिस-प्रशासन ऐसे शराबियों को चिह्नित करे और जांच करे कि उनका इस पूरी घटना में क्या योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि अगर वह कामयाब होते, तो शायद हमें मार कर अपना मकसद पूरा कर देते।


यह पगड़ी सिर्फ टिकैत की नहीं है बल्कि सभी किसानों और भाईचारे की पगड़ी है! विधायक अतुल प्रधान

आपको बता दें कि राकेश टिकैत प्रकरण को लेकर आयोजित की गई पंचायत में सरधना से सपा विधायक अतुल प्रधान भी शामिल हुए थे। उनके द्वारा यह कहा गया है कि यह अपमान जो किसानों के साथ में इन्होंने किया है, इसलिए ही हम सब किसान यहां इकट्ठा हैं। हम यहां नजदीक के ही रहने वाले हैं। मुजफ्फरनगर से मिली हुई हमारी भी विधानसभा है और एक-एक आदमी यहां पर साथ है। अतः जिस प्रकार का आदेश चौधरी साहब की तरफ से होगा, हम लोग उस आदेश पर अमल करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि यह पगड़ी सिर्फ राकेश टिकैत की ही नहीं है बल्कि यह पगड़ी सभी किसानों की है और भाईचारे की पगड़ी है। हम राकेश टिकैत की ढाल बनकर हमेशा खड़े होंगे। अतुल प्रधान के द्वारा कहा गया कि अपमान करने वाले लकीर खींच लें, हम मुकाबले के लिए तैयार रहें।

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