तेहरान/तेल-अवीव/वाशिंगटन : दुनिया एक बार फिर न्यूक्लियर तबाही के मुहाने पर खड़ी है। रविवार सुबह जब भारत समेत पूरा एशिया सो रहा था तब अमेरिका ने ईरान के तीन बड़े परमाणु ठिकानों नतांज, इस्फहान और फोर्डो पर हमला कर दिया। अमेरिका ने इस दौरान ईरान के बनाये बंकर को तोड़कर बम और टॉमहॉक मिसाइलें दागीं, जिससे उसका न्यूक्लियर फैसिलिटी तबाह हो गया।
अमेरिका ने क्यों किया हमला? :
गौरतलब है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि ईरान परमाणु बम बना रहा है, जो पूरी दुनिया के लिए खतरा है। ट्रंप ने कहा कि : "ईरान सिर्फ इजराइल नहीं, अमेरिका के लिए भी खतरा है। इसलिए हमने यह हमला किया।"
हमले में क्या हुआ? :
आपको बता दें कि अमेरिका ने फोर्डो न्यूक्लियर साइट पर 6 बड़े बम गिराए। इस्फहान और नतांज पर 30 क्रूज मिसाइलें दागी गईं, जो 400 मील दूर पनडुब्बियों से लॉन्च की गई थीं। हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि सभी फाइटर प्लेन सुरक्षित लौट आए हैं।
ईरान ने क्या जवाब दिया? :
जानकारी के अनुसार ईरान ने कहा कि अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया है। ईरान ने इजराइल पर बड़ा हमला किया और इसे ऑपरेशन ऑनेस्ट प्रॉमिस-3 नाम दिया। इसमें इजराइल के 14 ठिकानों को निशाना बनाया गया जिसमें तेल अवीव एयरपोर्ट, हाइफा की तेल रिफाइनरी, साइबर कमांड, पावर प्लांट, AI टेक्नोलॉजी लैब्स शामिल है।
इजराइल की क्या प्रतिक्रिया रही? :
आपको बता दें कि इस दौरान प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि : "ट्रंप का यह फैसला इतिहास बदल देगा। अमेरिका ने जो किया, वह कोई और देश नहीं कर सकता था।" इस दौरान इजराइल ने भी अपने ऑपरेशन को नाम राइजिंग लॉयन दिया है।
फोर्डो क्यों था खास? :
आपको बता दें कि फोर्डो परमाणु ठिकाना पहाड़ के नीचे 295 फीट गहराई में बना है। इसे बम से उड़ाना बहुत मुश्किल था, लेकिन अमेरिका ने इसे भी तबाह कर दिया। ये ठिकाना ईरान का दूसरा सबसे बड़ा यूरेनियम शुद्धिकरण केंद्र है।
अब तक कितना नुकसान हुआ? :
एक रिपोर्ट के अनुसार अब तक इस युद्ध में ईरान में 657 मौतें (सरकारी रिपोर्ट: 430 नागरिक) और 3,500 लोग घायल हो चुके हैं वहीं इजराइल में इस दौरान आंकड़ा 24 मौतें और 900 घायल पर पहुँच चुका है। युद्ध की शुरुआत में 10 ईरानी न्यूक्लियर वैज्ञानिकों की हत्या इजराइल ने की थी
संयुक्त राष्ट्र की चेतावनी :
UN महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि : "ये हालात बेहद खतरनाक हो गए हैं। अगर युद्ध नहीं रुका, तो पूरी दुनिया पर असर पड़ेगा।"
क्या आगे और हमले होंगे? :
गौरतलब है कि CNN के अनुसार, फिलहाल अमेरिका के पास आगे हमले की योजना नहीं है। लेकिन ट्रंप ने साफ कहा है कि अगर ईरान शांति नहीं बनाएगा, तो और बड़ा हमला किया जाएगा। इस हमले के दौरान हूती विद्रोहियों ने अमेरिका को चेतावनी दी कि : "अब असली जंग शुरू हुई है। हिट एंड रन खत्म, अब सीधा मुकाबला होगा।"
अमेरिका, ईरान और इजराइल की सीधी लड़ाई दुनिया को खतरनाक मोड़ पर ले जा रही है। आने वाले दिनों में अगर बात नहीं बनी, तो इसमें रूस, चीन और अरब देश भी कूद सकते हैं। जिससे विश्व युद्ध का खतरा बन सकता है। फिलहाल पूरी दुनिया में चिंता और डर का माहौल है।