यूपी में तबादलों का दौर जारी!: 78 पीसीएस अफसरों के बदले पते, लखनऊ-आगरा से वाराणसी तक बड़ा फेरबदल, देखें महत्वपूर्ण बदलाव?
यूपी में तबादलों का दौर जारी!

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में रविवार की रात सत्ता के गलियारों में हलचल तेज हो गई, जब सरकार ने एक साथ 66 पीसीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए। इनमें से 60 से अधिक उपजिलाधिकारी (SDM) हैं। देर रात तक ट्रांसफर की फाइलें चलती रहीं और कई अफसरों की नींद उड़ गई।यही नहीं, रात करीब 1 बजे सरकार ने 12 और पीसीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया, जिससे कुल आंकड़ा 78 पहुंच गया।

तबादलों की बड़ी सूची – अफसरों की कुर्सियां बदलीं, कुछ को मिली तरक्की, कुछ हुए नई जगह रवाना :

आपको बता दें कि इन तबादलों में ज्यादातर अधिकारी नगरीय निकायों, राजस्व विभाग, चकबंदी विभाग और स्थानीय निकायों से जुड़े हैं।

महत्वपूर्ण तबादले इस प्रकार हैं:

●श्रद्धा पाण्डेय – उपजिलाधिकारी आगरा से बनीं सहायक नगर आयुक्त, नगर निगम आगरा

●निशा श्रीवास्तव को वाराणसी नगर निगम में सहायक नगर आयुक्त नियुक्त किया गया। वो पहले गोरखपुर जिले में थी।

●प्रदुमन कुमार – कानपुर देहात से श्रावस्ती भेजे गए एसडीएम के तौर पर

●रवि कुमार सिंह – यूपीडा, लखनऊ में उपजिलाधिकारी नियुक्त

●विकास सिंह, विराग करवरिया, प्राची त्रिपाठी, बृज मोहन शुक्ला – भेजे गए लखनऊ नगर निगम और प्रमुख पदों पर

लखनऊ-अयोध्या में खासी हलचल :

विदित है कि राजधानी लखनऊ और अयोध्या जैसे संवेदनशील जिलों में कई अहम तैनातियां की गई हैं:

●रामेश्वर प्रसाद – सहायक नगर आयुक्त, नगर निगम लखनऊ

●सत्यपाल सिंह – सहायक निदेशक, स्थानीय निकाय निदेशालय लखनऊ

●अजय कुमार – चकबंदी बंदोबस्त अधिकारी, लखनऊ

●शशि कुमार – विशेष कार्याधिकारी, राहत आयुक्त कार्यालय, लखनऊ

●विराग करवरिया – एसडीएम, लखनऊ विकास प्राधिकरण

●प्राची त्रिपाठी – विशेष कार्याधिकारी, राजस्व परिषद लखनऊ

●ज्ञान प्रताप सिंह – एसडीएम, अयोध्या

●लखन लाल सिंह राजपूत, संतोष कुमार कुशवाहा, पूर्णिमा सिंह – तैनात अयोध्या में अलग-अलग पदों पर

●मोनालिसा जौहरी – एसडीएम, बहराइच

पदोन्नति के बाद नए पद मिले :

आपको बता दें कि सरकार द्वारा जारी की गई तबादला सूची में अधिकांश अधिकारी हाल ही में तहसीलदार से पीसीएस संवर्ग में प्रमोट किए गए थे। कुल 63 ऐसे अधिकारी हैं, जिनमें से 7 को उन्हीं के जिले में एसडीएम की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि बाकी को दूसरे जिलों में भेजा गया है।

रात 1 बजे तक चली नाम की फाइले :

गौरतलब है कि ट्रांसफर की प्रक्रिया रविवार शाम से शुरू हुई और रात 1 बजे तक चली। आखिरी दौर में 12 और अफसरों के तबादले कर दिए गए। सूत्रों के मुताबिक, कुछ स्थानांतरण आंतरिक रिपोर्ट, प्रशासनिक संतुलन और क्षेत्रीय राजनीति को ध्यान में रखते हुए किए गए हैं।

क्यों हुआ इतने बड़े पैमाने पर फेरबदल?

आपको बता दें कि इस तबादले को लेकर प्रशासनिक हलकों में चर्चा है कि हालिया निकाय चुनावों और आगामी विधानसभा उपचुनावों को लेकर सरकार ने प्रशासनिक टीम को फिर से सजा दिया है। कई जिलों से कार्यशैली को लेकर शिकायतें मिली थीं। कुछ अफसरों को प्रदर्शन के आधार पर तरक्की, तो कुछ को अनुशासनात्मक कारणों से इधर-उधर किया गया।

एक रात में 78 तबादलों से सरकार का साफ संदेश है  'काम करो या कुर्सी छोड़ो!' मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने एक बार फिर साबित कर दिया कि प्रशासनिक शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अफसरों को चेतावनी है या तो तेजी से काम करिए या अगली सूची में तैयार रहिए।

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