वॉशिंगटन/नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक ऐसा फैसला लिया है, जिसने भारत की चिंताएं बढ़ा दी हैं और पाकिस्तान की किस्मत संवार दी है। उन्होंने भारत पर 25% और पाकिस्तान पर सिर्फ 19% टैरिफ लगाने का एलान किया है। यह साउथ एशिया में सबसे कम टैरिफ है। और हैरानी की बात यह है कि टैरिफ में यह ‘रियायत’ ट्रम्प ने ठीक एक दिन बाद दी जब उन्होंने पाकिस्तान से ऑयल डील का ऐलान किया था।
सवाल उठता है कि क्या ट्रम्प सच में पाकिस्तान को ‘पसंद’ करने लगे हैं? या इसके पीछे कोई गहरी रणनीति है?
पाकिस्तान को 48 घंटे में दो बड़ी सौगातें!
आपको बता दें कि ट्रम्प सरकार ने पाकिस्तान को 48 घण्टे में 2 बड़ी सौगातें दी है।
ऑयल डील का ऐलान – ट्रम्प ने कहा अमेरिका पाकिस्तान में तेल की खोज और स्टोरेज में मदद करेगा
टैरिफ राहत – पाकिस्तान पर अब सिर्फ 19% टैक्स, जबकि भारत जैसे देशों पर 25% तक का भारी शुल्क
ट्रम्प पहले भी कह चुके हैं – “I love Pakistan”, और अब उनके फैसले यही जताते हैं।
भारत को झटका: व्यापार युद्ध की आहट?
विदित है कि ट्रम्प प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि भारत पर रूस से हथियार और तेल खरीदने के कारण जुर्माना भी लगाया जाएगा। यह कदम भारत-अमेरिका रिश्तों में तनाव बढ़ा सकता है। इससे पहले भारत को कृषि, डेयरी और डिजिटल क्षेत्र में अमेरिका से मतभेदों का सामना करना पड़ा है। अब टैरिफ के जरिए दबाव बढ़ाया जा रहा है।
ट्रम्प की 'पाकिस्तान-प्रेम' के पीछे 6 वजहें :
आइये आपको बताते हैं अमेरिका का पाकिस्तान प्रेम के पीछे क्या है 6 बड़ी वजहें -
जियो-स्ट्रैटेजिक लोकेशन का खेल -
विदित है कि पाकिस्तान की सीमाएं ईरान और अफगानिस्तान से लगती हैं, अमेरिका यहां लॉजिस्टिक बेस या निगरानी ठिकाना चाहता है, चीन की बेल्ट एंड रोड योजना पाकिस्तान से होकर गुजरती है। अमेरिका यहां मौजूद रहकर चीन की राह रोक सकता है।
भारत को ‘संकेत’ देना :
गौरतलब है कि भारत ने रूस से हथियार खरीदे, WTO पर टकराव किया, अमेरिकी कृषि उत्पादों का विरोध किया
अमेरिका चाहता है कि भारत झुके, नहीं तो पाकिस्तान का सहारा है। वह साफ संदेश देना चाह रहा कि “हमारे पास दूसरा ऑप्शन भी है”
चीन की घेराबंदी पाकिस्तान से :
विदित है कि पाकिस्तान में चाइना-पाक इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) बन रहा है। अमेरिका इस इलाके में पैर जमाकर चीन के BRI को टक्कर देना चाहता है
पाकिस्तानी टेक्सटाइल को बढ़ावा देना :
आपको बता दें कि अमेरिका में पाकिस्तान के कपड़े की भारी मांग है। अब भारत-बांग्लादेश पर ज्यादा टैक्स से पाकिस्तान को ज्यादा ऑर्डर मिलेगा जिससे कपड़ा उद्योग को सीधी मदद मिलेगी।
टैक्स रियायत का बदला :
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने हाल ही में अमेरिकी डिजिटल कंपनियों पर लगाया 5% टैक्स वापस लिया
साथ ही अमेरिका ने टैरिफ घटाकर “इनाम” दे दिया
पाकिस्तान का ट्रम्प को समर्थन :
आपको बता दें कि पाकिस्तान ने ट्रम्प को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया है। इसके लिए विदेश मंत्री इशाक डार ने आधिकारिक पत्र भेजा। पाकिस्तान ट्रम्प की अंतरराष्ट्रीय छवि चमकाने में मदद कर रहा है
ऑयल डील पर भी बनी बात :
विदित है कि ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर एलान किया कि “अमेरिका, पाकिस्तान में तेल भंडार विकसित करेगा… हो सकता है एक दिन पाकिस्तान, भारत को तेल बेचे!”
यह बयान भारत के लिए रणनीतिक चिंता का विषय बन सकता है।
भारत की प्रतिक्रिया :
भारत के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि वो इस फैसले के पड़ने वाले परिणामों की जांच करेगा और देश के हित की रक्षा के लिए जो भी महत्वपूर्ण होगा वह किया जाएगा। यानी भारत जल्द अमेरिका से इस मुद्दे पर बात कर सकता है या WTO में आपत्ति दर्ज कर सकता है।
किसे कितना टैरिफ?
देश | टैरिफ (%) |
---|---|
भारत | 25% |
पाकिस्तान | 19% |
बांग्लादेश | 20% |
वियतनाम | 22% |
यानी पूरे दक्षिण एशिया में अमेरिका ने पाकिस्तान पर सबसे कम टैरिफ लगाया है।
डोनाल्ड ट्रम्प का पाकिस्तान प्रेम कोई भावुक फैसला नहीं है, यह पूरी तरह एक रणनीतिक चाल है। भारत को रूस के साथ रिश्तों की कीमत चुकानी पड़ रही है, वहीं पाकिस्तान को ‘झुकने का इनाम’ मिल रहा है। इस पूरे घटनाक्रम से साफ है कि अमेरिका अब साउथ एशिया में नए दोस्त तैयार कर रहा है। भारत को अब अपने को रणनीतिक रूप से आगे बढ़ाना होगा।