लखनऊ : बहुजन राजनीति की महारथी मायावती ने 9 साल बाद लखनऊ में अपनी ताकत का जोरदार प्रदर्शन किया।
कांशीराम स्मारक पर उमड़ी लाखों की भीड़ ने बसपा को फिर से चर्चा के केंद्र में ला दिया। मायावती ने मंच से न सिर्फ सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ की, बल्कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव को “दोगला नेता” कहकर करारा हमला बोला। वहीं भतीजे आकाश आनंद को “बसपा का भविष्य” बताते हुए साफ संदेश दिया “कांशीराम ने मुझे आगे बढ़ाया, अब मैं आकाश को बढ़ाऊंगी।”
सपा पर सीधा वार: “कुर्सी जाते ही PDA याद आता है”
आपको बता दें कि अपने पुराने तेवर में लौटी मायावती ने कहा कि “सपा को जब सत्ता में मौका मिलता है, तब न उन्हें PDA याद आता है और न बहुजन समाज की चिंता। कुर्सी जाते ही ये खुद को सामाजिक न्याय का ठेकेदार बताने लगते हैं। जनता अब इनके दोगले रवैये को पहचान चुकी है।”
उनका यह बयान अखिलेश यादव पर सीधा तंज था, जिन्होंने X (ट्विटर) पर पलटवार करते हुए लिखा कि “उनकी अंदरूनी साठगांठ जारी है, इसलिए वे ज़ुल्म करने वालों की आभारी हैं।”
योगी सरकार की तारीफ से हिली सियासत :
गौरतलब है कि मायावती ने मंच से योगी सरकार की खुले मंच पर सराहना कर राजनीतिक हलचल मचा दी। उन्होंने कहा “मैं वर्तमान सरकार की आभारी हूं। अंबेडकर पार्क और कांशीराम स्मारक से मिलने वाला टिकट का पैसा योगी सरकार ने सपा की तरह दबाकर नहीं रखा, बल्कि रखरखाव में खर्च किया।” राजनीतिक पंडितों के अनुसार, यह बयान बसपा की सॉफ्ट हिंदुत्व रणनीति और भाजपा से बढ़ती नजदीकियों का संकेत माना जा रहा है।
चंद्रशेखर पर भी तीखा हमला :
विदित है कि मायावती ने बिना नाम लिए भीमराव आंबेडकर पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद पर निशाना साधते हुए कहा कि “हमें कमजोर करने के लिए बिकाऊ लोगों का इस्तेमाल हो रहा है। षड्यंत्र के तहत छोटे-छोटे संगठन बनवाए जा रहे हैं ताकि दलित वोट बांटे जा सकें।”
आकाश आनंद बने ‘वारिस’ :
रैली के सबसे अहम पल में मायावती ने मंच से भतीजे आकाश आनंद को पार्टी का अगला चेहरा घोषित किया। उन्होंने कहा कि “कांशीराम जी ने मुझे आगे बढ़ाया था, अब मैं आकाश को आगे बढ़ा रही हूं। आप सभी से अपील है, जैसे आपने मेरा साथ दिया, वैसे ही आकाश का भी साथ दें।” इस बयान से साफ हो गया कि 2027 का बसपा चेहरा आकाश आनंद होंगे।
“2027 में बसपा की सरकार बनाऊंगी”
उत्साहित मायावती ने भीड़ की ओर इशारा करते हुए कहा “ये भीड़ किसी को पैसे देकर नहीं लाई गई, बल्कि ये अपने खून-पसीने की कमाई से आई है। अब मैं जनता के बीच ज्यादा रहूंगी। 2027 में यूपी में बसपा की पांचवीं सरकार बनेगी और मैं कोई कसर नहीं छोड़ूंगी।”
बसपा अकेले लड़ेगी चुनाव :
मायावती ने गठबंधन पर भी बड़ा ऐलान किया, कहा कि “हम किसी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। हर बार हमारा वोट दूसरों को ट्रांसफर हो जाता है, लेकिन उनका वोट हमें नहीं मिलता। बसपा अकेले लड़ेगी और अकेले जीतेगी।”
रैली में सुरक्षा और भीड़ का नजारा :
कांशीराम स्मारक परिसर में 5 राज्यों से लाखों समर्थक पहुंचे। इतनी भीड़ थी कि 10 किमी तक ट्रैफिक जाम लग गया। नियंत्रण के लिए 5000 पुलिस जवान और 2000 बसपा वालंटियर्स लगाए गए। यह 2016 के बाद मायावती की अब तक की सबसे बड़ी रैली मानी जा रही है।
मायावती के इस पावर शो ने एक साथ कई सियासी संदेश दिए।
सपा को खुली चुनौती, योगी को अप्रत्यक्ष समर्थन, चंद्रशेखर को चेतावनी और आकाश आनंद को उत्तराधिकारी घोषित कर उन्होंने यूपी की राजनीति में फिर हलचल मचा दी है। अब सवाल यही कि क्या 2027 में “बहुजन” फिर सत्ता में लौटेगा? या यह सिर्फ मायावती का “शक्ति प्रदर्शन” भर था?