दिल्ली :दिल्ली में यमुना एक बार फिर खतरे की ओर तेज़ी से बढ़ रही है। उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश और हथिनीकुंड बैराज से छोड़े जा रहे भारी जलप्रवाह के चलते यमुना का जलस्तर राजधानी में चेतावनी बिंदु से ऊपर पहुंच चुका है।
यमुना ने पार किया खतरे का जलस्तर :
आपको बता दें कि गुरुवार सुबह 7 बजे, लोहे के पुल के पास यमुना का जलस्तर 204.79 मीटर दर्ज किया गया, जो कि चेतावनी स्तर 204.50 मीटर से अधिक है। प्रशासन के लिए यह स्थिति चिंता की घंटी बन चुकी है।
साथ ही आम आदमी को भी बड़ी दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है।
पहाड़ों से संकट की दस्तक :
विदित है कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में जारी भारी बारिश का असर अब दिल्ली तक पहुंच चुका है। यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज से पानी की आवक में तेज़ी आई है। बुधवार को सुबह 4 बजे 56,491 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। सुबह 6 बजे ये आंकड़ा बढ़कर 61,729 क्यूसेक हो गया। गुरुवार सुबह 8 बजे तक 31,827 क्यूसेक पानी लगातार छोड़ा गया। यमुना में इस जलप्रवाह के कारण 24 घंटे के भीतर जलस्तर में आधा मीटर तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
राजधानी में अलर्ट मोड :
आपको बता दें कि बढ़ते जलस्तर को देखते हुए दिल्ली प्रशासन सतर्क हो गया है। एक मुख्य नियंत्रण केंद्र 24 घंटे सक्रिय कर दिया गया है, जो यमुना और आसपास के जलभराव क्षेत्रों पर नजर रख रहा है। इसके अलावा 15 अन्य निगरानी केंद्र भी तैयार किए गए हैं। प्रशासन ने संभावित बाढ़ के खतरों को देखते हुए तटवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सावधानी बरतने और सतर्क रहने की सलाह दी है।
अगले 6 दिन रहेंगे चुनौती भरे :
विदित है कि हालांकि मौसम विभाग ने भारी बारिश की आशंका नहीं जताई है, लेकिन हल्की फुहारें और उमस परेशान कर सकती हैं। बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 26.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
अगले कुछ दिन दिल्ली में बादल छाए रहेंगे :
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को शाम के समय गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है। तापमान में मामूली बदलाव के साथ नमी 85% तक पहुंच सकती है, जो स्थिति को और मुश्किल बना सकती है।
खतरे के बेहद करीब यमुना :
आइये जानें कैसा है वर्तमान यमुना का जलस्तर।
स्थान : चेतावनी स्तर : खतरे का निशान : वर्तमान जलस्तर
लोहे का पुल, दिल्ली : 204.50 मीटर : 205.33 मीटर : 204.79 मीटर
कैराना (शामली) : 231.00 मीटर : 231.50 मीटर : 230.05 मीटर
यह आंकड़े बता रहे हैं कि यमुना महज कुछ सेमी दूर है उस जलस्तर से, जहां खतरे की घंटी पूरी तरह बज जाती है। अगर पहाड़ों से पानी की रफ्तार और तेज हुई, तो हालात बेकाबू हो सकते हैं।
प्रशासन की अपील :
विदित है कि यमुना के किनारे बसे लोगों को अलर्ट कर दिया गया है। बाढ़ नियंत्रण टीमों को तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। नावों, राहत सामग्री, और रेस्क्यू टीमों को स्टैंडबाय में रखा गया है। पानी में जाने या नाव चलाने से मना किया गया है।
अब सबकी निगाहें मौसम और हथिनीकुंड बैराज से छोड़े जाने वाले पानी की मात्रा पर हैं। यमुना नदी का बढ़ता जलस्तर दिल्ली के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। हालांकि, प्रशासन ने सभी आवश्यक तैयारियां कर ली हैं। निगरानी जारी है और स्थिति नियंत्रण में है। नागरिकों से नदी किनारे के इलाकों में सतर्क रहने की अपील की गई है।