UAE/खेल : एशिया कप 2025 का फाइनल भारत ने जीतकर पाकिस्तान को चारों खाने चित कर दिया, लेकिन असली हंगामा ट्रॉफी वितरण समारोह में हुआ। भारतीय टीम ने साफ-साफ मना कर दिया कि वे पाकिस्तान के गृह मंत्री और एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) अध्यक्ष मोहसिन नकवी के हाथ से ट्रॉफी नहीं लेंगे। नतीजा यह हुआ कि विजेता टीम इंडिया को जीत के बावजूद स्टेज पर ट्रॉफी नसीब नहीं हुई।
क्या हुआ था मैदान पर?
आपको बता दें कि भारतीय खिलाड़ी ट्रॉफी लेने के लिए मंच पर पहुंचे तो नकवी वहीं खड़े थे। टीम मैनेजमेंट ने आयोजकों से साफ कह दिया कि "नकवी से ट्रॉफी नहीं लेंगे।" नकवी हटने को तैयार नहीं हुए, तो समारोह 55 मिनट तक अटका रहा। आखिरकार आयोजकों ने ट्रॉफी मंच से हटाकर होटल पहुंचा दी। स्टेडियम में मौजूद भारतीय दर्शकों ने जोर-जोर से “भारत माता की जय” और “इंडिया-इंडिया” के नारे लगाए।
BCCI का बड़ा बयान
गौरतलब है कि बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने कहा कि “भारत उस व्यक्ति से ट्रॉफी नहीं ले सकता जो हमारे देश के खिलाफ जहर उगलता है। नकवी का ट्रॉफी को अपने होटल ले जाना बचकाना व्यवहार है। हम नवंबर में होने वाली आईसीसी बैठक में जोरदार विरोध दर्ज कराएंगे।”
कप्तान सूर्यकुमार का दिल छू लेने वाली बात -
कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कहा कि “मेरे लिए असली ट्रॉफी मेरी टीम है। 14 खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ ही मेरी जीत की पहचान हैं। जब टूर्नामेंट खत्म होता है, सिर्फ चैंपियंस याद रहते हैं, ट्रॉफी की फोटो नहीं। हमने जमकर जश्न मनाया, चाहे मंच पर ट्रॉफी मिली या नहीं।” मजाकिया लहजे में बोले – “आपने ट्रॉफी की फोटो नहीं देखी? गिल और अभिषेक ने सोशल मीडिया पर एआई ट्रॉफी पोस्ट कर दी है।”
पाकिस्तानी पत्रकारों के सवाल और सूर्या का जवाब :
विदित है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तानी पत्रकारों ने आरोप लगाया कि भारत राजनीति को क्रिकेट में ला रहा है। सूर्यकुमार ने मुस्कुराकर कहा कि “आप गुस्सा क्यों हो रहे हैं? जीतने के बाद ट्रॉफी किसे मिलनी चाहिए – यही सवाल आप खुद से पूछिए।”
भारत की ऐतिहासिक जीत :
आपको बता दें कि भारत ने पूरे टूर्नामेंट में लगातार 7 मैच जीते। पाकिस्तान को 3 बार हराया, साथ ही फाइनल में 5 विकेट से मात दी। तिलक वर्मा ने फाइनल में नाबाद 69 रन ठोके। इस जीत के साथ टीम इंडिया ने साबित कर दिया कि मैदान पर ही नहीं, गरिमा की लड़ाई में भी कोई उसे झुका नहीं सकता।
क्यों था नकवी से परहेज?
गौरतलब है कि नकवी पाकिस्तान के गृह मंत्री और PCB प्रमुख हैं। वे भारत विरोधी बयानों और भड़काऊ रवैये के लिए बदनाम हैं। हाल ही में नकवी ने सोशल मीडिया पर ऐसा वीडियो पोस्ट किया था जिसमें भारत के खिलाफ विमान हादसे जैसी आपत्तिजनक प्रतीकात्मक टिप्पणी की गई थी। भारतीय टीम पहले ही तय कर चुकी थी कि उनसे न हाथ मिलाएंगे, न ट्रॉफी लेंगे।
नतीजा साफ है: मैदान पर भारत ने पाकिस्तान को हराया और मंच पर नकवी को। अब असली सवाल यह है कि क्या आईसीसी इस मुद्दे पर भारत का साथ देगा या इसे “राजनीति बनाम खेल” कहकर टाल देगा?