'हिट-मैन' रोहित शर्मा ने रचा इतिहास!: 38 साल की उम्र में कप्तान गिल को पछाड़ बने दुनिया के नंबर-1 वनडे बल्लेबाज, बनाये ये 3 बड़े रिकॉर्ड
'हिट-मैन' रोहित शर्मा ने रचा इतिहास!

खेल: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि अपने नाम कर ली है। 'हिटमैन' रोहित पहली बार आईसीसी वनडे रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल करने वाले दुनिया के नंबर-1 बल्लेबाज बन गए हैं। 38 साल और 182 दिन की उम्र में यह कारनामा करके उन्होंने यह साबित कर दिया कि उम्र सिर्फ एक संख्या है और फॉर्म की कोई उम्र नहीं होती।

ऑस्ट्रेलिया सीरीज में दिखाई जबरदस्त फॉर्म :

आपको बता दें कि रोहित के इस ऐतिहासिक सफर की कहानी हाल ही में खेली गई ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज से शुरू होती है रोहित ने इस तीन मैचों की सीरीज में कुल 202 रन बनाए। इस दौरान उनका 101 का शानदार औसत रहा, जो एक कप्तान के रूप में उनकी जिम्मेदारी और संयम को दर्शाता है।

आखिरी मैच में जड़ी थी शानदार सेंचुरी :

विदित है कि रोहित शर्मा ने आखिरी मैच में उन्होंने नाबाद 101 रन की धमाकेदार पारी खेली, जिसने न सिर्फ भारत को जीत दिलाई बल्कि उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज और प्लेयर ऑफ द मैच का अवार्ड भी दिलाया।

रोहित का राज, गिल की रैंकिंग गिरी :

रोहित शर्मा अब 781 रेटिंग पॉइंट्स के साथ वनडे बैटिंग रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंच गए हैं। भारत के नए कप्तान शुभमन गिल, जो लंबे समय से नंबर-1 स्थान पर काबिज थे, दो स्थान फिसलकर तीसरे पायदान (745 पॉइंट्स) पर आ गए हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में उनका प्रदर्शन (10, 9 और 24 रन) निराशाजनक रहा।

इतिहास के पन्नों में दर्ज हुआ 'हिटमैन' का नाम

रोहित शर्मा यह उपलब्धि हासिल करके कुछ खास क्लबों का हिस्सा बन गए हैं:

1. सबसे उम्रदराज नंबर-1:
वह आईसीसी वनडे रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचने वाले इतिहास के सबसे उम्रदराज बल्लेबाज बन गए हैं।

2. विरासत में पांचवें भारतीय:
रोहित शर्मा अब सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली और शुभमन गिल के बाद दुनिया के नंबर-1 वनडे बल्लेबाज बनने वाले पांचवें भारतीय हैं।

3. सचिन के बाद दूसरे बल्लेबाज :
रोहित शर्मा अब सचिन तेंदुलकर के बाद 38 साल की उम्र के बाद किसी भी प्रारूप में नंबर-1 रैंकिंग हासिल करने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज हैं। लेकिन सचिन ने यह कारनामा 2011 में टेस्ट क्रिकेट में किया था।

रोहित शर्मा का यह सफर स्पोर्ट्स साइंस और उम्र के पारंपरिक समीकरणों को चुनौती देता है। यह साबित करता है कि अनुभव, समझदारी और जुनून किसी भी युवा एथलीट की ताकत से कम नहीं होते। विश्व कप 2023 में अपनी आक्रामक पारियों से दर्शकों का दिल जीतने के बाद, अब रैंकिंग में यह उपलब्धि रोहित के करियर के स्वर्णिम दौर को और भी चमकदार बना देती है। यह सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि पूरे भारतीय क्रिकेट के लिए एक प्रेरणा है कि शिखर पर पहुंचने का रास्ता उम्र से नहीं, बल्कि प्रदर्शन और लगन से तय होता है।

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