नई दिल्ली : क्रिकेट की दुनिया में जल्द ही इतिहास लिखने वाला है क्योंकि क्रिकेट में एक नया चौथा फॉर्मेट आने वाला है, टेस्ट ट्वेंटी। अब तक आपने टेस्ट का धैर्य, वनडे की रणनीति और टी20 का तूफान देखा था, लेकिन अब आने वाला है ऐसा फॉर्मेट, जिसमें दोनों दुनियाओं का तड़का एक साथ लगेगा। क्रिकेट के इस नए अवतार का ऐलान हो चुका है और यह अगले साल जनवरी 2026 से भारत में शुरू होने जा रहा है।
क्या है ‘टेस्ट ट्वेंटी’?
आपको बता दें कि नाम ही बता रहा है यह फॉर्मेट टेस्ट का टेस्ट और टी20 की स्पीड लेकर आएगा इस फॉर्मेट में कुल 80 ओवरों का मैच होगा, जहां हर टीम को 40 ओवर खेलने का मौका मिलेगा। एक टीम की पारी होगी 20 ओवरों की, यानी दोनों इनिंग्स मिलकर 40 ओवर का खेल। लेकिन ट्विस्ट यहीं है कि अगर कोई टीम पहली पारी में 75 रन से पिछड़ जाती है, तो उसे फॉलोऑन झेलना पड़ेगा, बिल्कुल टेस्ट क्रिकेट की तरह। मैच में होंगे चार इंटरवल, और खेल में दिखेगा टेस्ट का क्लास और टी20 की तेज़ रफ्तार का संगम। अभी तक यह तय नहीं है कि खेल रेड बॉल से होगा या व्हाइट बॉल से, लेकिन जो भी हो, रोमांच की गारंटी पक्की है!
कौन हैं इस क्रांतिकारी लीग के चेहरे?
गौरतलब है कि यह टूर्नामेंट सिर्फ कोई प्रयोग नहीं, बल्कि एक वैश्विक क्रिकेट क्रांति है। इससे जुड़े हैं क्रिकेट जगत के चार दिग्गज —
● सर क्लाइव लॉयड (वेस्टइंडीज)
● हरभजन सिंह (भारत)
● मैथ्यू हेडेन (ऑस्ट्रेलिया)
● एबी डिविलियर्स (दक्षिण अफ्रीका)
इस अनोखे विचार के जनक हैं भारतीय आर्किटेक्ट गौरव बाहिरवानी, जिन्होंने राजस्थान रॉयल्स के पूर्व सीईओ माइकल फोर्डम के साथ मिलकर इसे तैयार किया है।
टूर्नामेंट की झलकियां :
● शुरुआत: जनवरी 2026, भारत
● कुल ओवर: 80 (प्रति टीम 40 ओवर)
● टीमें: शुरुआती सीजन में 6
● खिलाड़ी: 96 युवा क्रिकेटर्स
● एज ग्रुप: अंडर-19 टूर्नामेंट
● स्पेशल ऑफर: 13 से 19 साल के बच्चों को फ्री स्टेडियम एंट्री!
क्या बोले क्रिकेट एक्सपर्ट्स?
गौरतलब है कि हरभजन सिंह ने कहा कि यह फॉर्मेट क्रिकेट का भविष्य है। इसमें क्लास भी है, एंटरटेनमेंट भी और रणनीति का नया रूप भी। वहीं मैथ्यू हेडेन ने इसे बताया “टेस्ट क्रिकेट की आत्मा और टी20 की बिजली, दोनों का संगम", कहा।
क्यों है खास ‘टेस्ट ट्वेंटी’?
● टेस्ट की गंभीरता + T20 का जोश
● फॉलोऑन का नियम बरकरार
● युवा खिलाड़ियों को मंच
● दर्शकों के लिए तेज़ और थ्रिलिंग फॉर्मेट
कुल मिलाकर यह फॉर्मेट न सिर्फ युवाओं को आकर्षित करेगा, बल्कि टेस्ट की गहराई को भी बनाए रखेगा यानी मनोरंजन भी और परंपरा भी; दोनों साथ देखने को मिलेगी।