नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को ऐलान किया कि राजधानी की जीवनरेखा यमुना नदी को अब पूरी तरह साफ और जिंदा किया जाएगा। इसके लिए सरकार ने 45 सूत्री एक्शन प्लान तैयार किया है, जिसे युद्धस्तर पर लागू किया जा रहा है। ये सिर्फ नदी सफाई का प्लान नहीं ये ‘यमुना पुनर्जीवन मिशन’ है, जिसमें सीवेज से लेकर नालों तक, जलभराव से लेकर अवैध कनेक्शन तक और हर मोर्चे पर काम किया जाएगा। ‘ऑपरेशन यमुना क्लीन’ में जानिए कौन-कौन सी बड़ी घोषणाएं हुईं:
यमुना में अब नहीं बहेगा गंदा पानी! -
आपको बता दें कि यमुना सफाई के दौरान 8 पुराने एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) को अपग्रेड किया जा रहा है, इसमें यमुना विहार, ओखला, केशोपुर जैसे हॉटस्पॉट्स शामिल है। इस दौरान 13 नए डीसेंट्रलाइज्ड एसटीपी और 27 छोटे डीएसटीपी तैयार किए जाएंगे। साथ ही 100% गंदे नालों को ट्रीटमेंट के बाद ही छोड़ा जाएगा।
नालों और ड्रेनेज सिस्टम को किया जाएगा दुरुस्त :
गौरतलब है कि इस दौरान ₹8000 करोड़ से 303 ड्रेनेज प्रोजेक्ट्स पर काम जारी है। इससे जलभराव, ओवरफ्लो, और सीवेज बैकफ्लो को रोकने के लिए आधुनिक पंप हाउस, डी-सिल्टिंग, और नालों का पुनर्विकास होगा।
अनधिकृत कॉलोनियों में भी पहुंचेगा पानी और सीवेज लाइन :
दिल्ली सरकार के अनुसार 2027 तक हर घर में सीवर और पीने का पानी होगा। पुरानी सीवर लाइनें और जल पाइपलाइनें पूरी तरह बदली जाएंगी।
CM का ऐलान – "यमुना सफाई को बनाएंगे जन आंदोलन!" :
मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुना की सफाई सिर्फ सरकार की नहीं, दिल्ली के हर नागरिक की जिम्मेदारी है। सरकार अब घर-घर अभियान चलाकर लोगों को जोड़ेगी – स्कूल, कॉलेज, RWAs, मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे सबको जिम्मेदार बनाया जाएगा। हर महीने CM खुद करेंगे यमुना का निरीक्षण, अधिकारियों से फीडबैक लेंगे और जनता को प्रगति की रिपोर्ट देंगे।
हर घर नल से जल मिशन में भी दिल्ली होगी देश में नंबर वन! :
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी के 'हर घर जल' मिशन को लेकर भी बड़ा बयान दिया कहा कि दिल्ली जल बोर्ड की कार्यप्रणाली में आमूलचूल सुधार लाया गया है। अब इस कदम से जल वितरण में समानता आएगी, गरीब इलाकों में पहले पहुंच मिलेगा, साथ ही लीकेज और चोरी पर पूरी तरह रोक लगेगी।
ये हैं '45 सूत्री एक्शन प्लान' की कुछ बड़ी बातें :
●नालों का ट्रीटमेंट किया जाएगा जिससे सीवेज यमुना में जाने से रोका जाएगा।
●एसटीपी अपग्रेडेशन होगा तथा साफ पानी नदी में छोड़ा जाएगा।
●रिवरफ्रंट डेवलपमेंट किया जाएगा, इस दैरान यमुना किनारे सुंदर घाट।बनेगा।
●ठोस कचरा प्रबंधन किया जाएगा जिससे कूड़ा-कचरा नदी से दूर रहेगा
●वर्षा जल संग्रहण किया जाएगा जिससे बाढ़ और जलभराव से मुक्ति मिलेगा।
●जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा जिससे नागरिक खुद सफाई के योद्धा बनेंगें।
अब यमुना सिर्फ एक नदी नहीं, दिल्ली की पहचान बनेगी। राजनीतिक इच्छाशक्ति, प्रशासनिक ताकत और जनभागीदारी के दम पर दिल्ली सरकार ने एक ऐतिहासिक पहल की नींव रख दी है। अगर यह योजना समय पर और ईमानदारी से लागू होती है, तो दिल्ली अगले 5 वर्षों में यमुना साफ हो जाएगी।