लखनऊ : उत्तर प्रदेश में मानसून की शुरुआत होते ही आसमान से आफत बरसने लगी है। मौसम विभाग ने शुक्रवार के लिए भीषण चेतावनी जारी की है। बुंदेलखंड, पूर्वी और दक्षिणी यूपी के 12 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है, जबकि मध्य और पश्चिमी यूपी के 23 जिलों में येलो अलर्ट है। इसके अलावा पूरे 55 जिलों में वज्रपात यानी आसमानी बिजली गिरने का गंभीर खतरा जताया गया है।
बुंदेलखंड में ऑरेंज अलर्ट जारी :
आपको बता दें कि बांदा, झांसी, ललितपुर, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, भदोही, मिर्जापुर, सोनभद्र, महोबा और हमीरपुर में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है। यहां भूस्खलन, पेड़ गिरने, जलभराव और बिजली गिरने जैसी घटनाएं हो सकती हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि बेहद जरूरी हो तभी घर से निकलें।
55 जिलों में वज्रपात का ऑरेंज अलर्ट :
मौसम विभाग ने साफ कहा है कि गरज-चमक के साथ वज्रपात का खतरा बेहद गंभीर है। लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर, गोरखपुर, झांसी, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, गाजीपुर, मथुरा, अलीगढ़, मेरठ, बरेली, मऊ, बलिया, इटावा, औरैया, जालौन, सीतापुर, बहराइच, पीलीभीत, शाहजहांपुर, गोंडा, फर्रुखाबाद, हरदोई, रायबरेली, अमेठी सहित कई जिलों में बिजली गिरने से जनहानि का खतरा है।
तेज़ी से फैलते मानसून से खतरे की दस्तक :
गौरतलब है कि बुधवार को यूपी के दक्षिणी हिस्सों में दस्तक देने के बाद मानसून का असर अब तराई, मध्य और पश्चिमी जिलों तक पहुंच चुका है। गुरुवार को फिरोजाबाद में 120 मिमी बारिश, जबकि लखनऊ, मेरठ, बरेली, बलरामपुर, सीतापुर, आगरा, मथुरा, इटावा, बाराबंकी में भी बारिश दर्ज की गई। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने कहा कि, “20 जून से बारिश की तीव्रता और क्षेत्र बढ़ेगा। लोग पूरी सावधानी बरतें, यह मानसून सामान्य नहीं है।”
क्या हो सकते हैं खतरे? :
आपको बता दें कि इससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात है। सड़कें जलमग्न, ट्रैफिक पूरी तरह जाम है। बिजली गुल है, पेड़ और खंभे गिरने का डर बारिश में बना हुआ है। इससे फसलों को नुकसान हो रहा है, ग्रामीण क्षेत्रों में अफरातफरी मची है। आपको बता दें कि बिजली गिरने से मौतें हो सकती है इसलिए सावधान रहना चहिये।, साथ ही खुले में मोबाइल का प्रयोग करने से बचे।
सरकार और प्रशासन का अलर्ट :
गौरतलब है कि प्रशासन ने सभी DM और SP को आपातकालीन टीम तैनात करने, स्कूलों को सतर्क करने और ग्रामीण इलाकों में चेतावनी जारी करने के निर्देश दिए हैं। मौसम विभाग की ‘दमिनी ऐप’ पर वज्रपात की चेतावनी मिलती है, इसे तुरंत डाउनलोड करने की सलाह दी जा रही है।
क्या करें – क्या न करें? :
अगले 48 घण्टें बेहद संवेदनशील है। अगर आप उपरोक्त किसी जिले में रहते हैं, तो आज की बारिश सिर्फ मौसम नहीं, एक चेतावनी है। आकाश से गिरती बिजली और मूसलाधार पानी कब त्रासदी में बदल जाए कोई नहीं जानता। प्रशासन सतर्क है, लेकिन आपकी सुरक्षा आपके हाथों में है।