प्रदूषण को लेकर योगी सरकार का सबसे बड़ा ऐक्शन प्लान!: नोएडा-गाजियाबाद में डीजल ऑटो होंगे पूर्णतः बंद, NCR के इन 6 जिलों में भी लगेगा बैन? जानें कड़े फैसले के पीछे की वजह
प्रदूषण को लेकर योगी सरकार का सबसे बड़ा ऐक्शन प्लान!

दिल्ली NCR : नोएडा-गाजियाबाद की सड़कों पर दौड़ते डीज़ल ऑटो अब इतिहास बनने वाले हैं

बढ़ते प्रदूषण से बेहाल NCR को बचाने के लिए योगी सरकार ने वो कदम उठा लिया है, जिसकी लंबे समय से मांग हो रही थी। प्रदेश के आठ जिलों नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, शामली और बागपत में डीज़ल ऑटो रिक्शा पर सीधी और चरणबद्ध पाबंदी का अभियान शुरू हो गया है। सरकार का साफ संदेश है "या तो ऑटो बदलो वरना सड़क छोड़ो!

नोएडा–गाजियाबाद में डीज़ल ऑटो पूरी तरह बैन
आपको बता दें कि बैन डीजल वाहनों को बैन करने के चरण में पहला चरण खत्म हो गया है। नोएडा और गाजियाबाद में अब कोई भी डीज़ल ऑटो नहीं चलेगा। आरटीओ ने परमिट नवीनीकरण तक रोक दिया है। जो चल रहे थे सब बंद कर दिया गया है।

बागपत के लिए डेडलाइन: 31 दिसंबर 2025
गौरतलब है कि 2025 के बाद बागपत में भी एक भी डीज़ल ऑटो नहीं दिखेगा।

अगले चरण में मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, शामली की बारी
आपको बता दें कि डीजल वाहनों को मेरठ RTA ने नए परमिट पहले से बंद कर दिए हैं। पुराने परमिट रिन्यू नहीं होंगे। सरकार का प्लान है कि दिसंबर 2026 तक सभी जिलों से डीज़ल ऑटो पूरी तरह खत्म कर देंगे।

प्रदूषण का सबसे बड़ा दुश्मन; सड़क की धूल + डीज़ल धुआं
विदित है कि एक्शन प्लान में साफ लिखा है कि सड़क की धूल और डीज़ल गाड़ियों का धुआं NCR हवा के सबसे बड़े किलर हैं। इसीलिए सरकार ने ये मल्टी-लेवल वार प्लान लागू किया है—

●एंटी-स्मॉग गन
●मेकैनिकल रोड क्लीनिंग
●स्प्रिंकलर सिस्टम
●धूल फ्री रोड कॉरिडोर

मिशन की निगरानी: ‘सुपर नोडल टीम’ तैयार
आपको बता दें कि पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव चीफ नोडल अधिकारी बन गए है। इसके साथ ही स्टेट लेवल PMU (प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग यूनिट) गठित की गई है। इसमें शहरी विकास, PWD, आवास, इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के वरिष्ठ अधिकारी शामिल
इस टीम का काम “एक्शन प्लान पूरी सख्ती से लागू कराना” है।

क्यों लिया गया इतना कड़ा फैसला?
NCR दुनिया के सबसे प्रदूषित इलाकों में शामिल है। सर्दियों में AQI ‘खतरनाक से भी खतरनाक’ स्तर पर पहुँच जाता है। डीज़ल ऑटो हर साल करोड़ों टन काला धुआं हवा में छोड़ते हैं डबल एंट्री वाले ऑटो, बिना फिटनेस, बिना सर्विस के हवा में जहर घोल रहे थे। सरकार का मानना है कि “जब तक ये डीज़ल ऑटो सड़क से नहीं हटेंगे, साफ हवा सिर्फ सपना रहेगा”

जनता को क्या मिलेगा फायदा?
●धुआं कम
●हवा साफ
●दिन–रात चलने वाला स्मॉग कम
●सांस की बीमारियों में कमी
●ट्रैफिक भी हल्का होगा

ई-ऑटो और CNG ऑटो का युग शुरू
गौरतलब है कि सरकार ने संकेत दे दिए हैं कि अब ई-ऑटो और CNG ऑटो को बढ़ावा मिलेगा। नए परमिट इन्हीं को मिलेंगे।

NCR में प्रदूषण के खिलाफ सबसे बड़ी जंग शुरू हो गयी है
नोएडा और गाजियाबाद इसकी शुरुआत कर चुके हैं। बागपत, मेरठ, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, हापुड़, शामली अब काउंटडाउन मोड में हैं। अगर योजना तय समय पर लागू हुई तो आने वाले दो साल में NCR की हवा में बड़े बदलाव की उम्मीद है। सरकार ने साफ कहा है कि लोगों की जान पहले, डीज़ल ऑटो बाद में मायने रखेगी।

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