नई दिल्ली बनेगी ग्रीन सिटी! मुहिम लगातार जारी: सड़क और पार्क होंगे हरे-भरे, NDMC ने इतने लाख पौधे
नई दिल्ली बनेगी ग्रीन सिटी! मुहिम लगातार जारी

नई दिल्ली : भारत की राजधानी अब सिर्फ 'राजनीतिक शक्ति' का केंद्र नहीं, बल्कि 'हरित क्रांति' का उदाहरण बनने जा रही है! NDMC (नई दिल्ली नगर पालिका परिषद) ने ऐलान किया है कि इस मानसून सीजन में करीब 6 लाख पौधे और झाड़ियां नई दिल्ली क्षेत्र में लगाए जाएंगे। इस ‘ग्रीन दिल्ली मिशन’ के तहत हर सड़क, पार्क, और खाली सार्वजनिक स्थल पर हरियाली की नई चादर बिछाई जाएगी। खास बात यह है कि एनडीएमसी उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने बताया कि यह सिर्फ एक पौधरोपण अभियान नहीं, बल्कि राजधानी को भारत की पहली "मॉडल ग्रीन सिटी" बनाने की दिशा में उठाया गया ऐतिहासिक कदम है।

जानें कहां लगेंगे पौधे?

आपको बता दें कि एनडीएमसी के अनुसार, यह मेगा प्लांटेशन जुलाई-अगस्त की बारिश में किया जाएगा, जब मिट्टी की नमी पौधों की जड़ों को पकड़ने में सबसे अनुकूल होती है। योजना के अंतर्गत राजपथ, जनपथ, तुगलक रोड, अशोक रोड, शंकर रोड और अकबर रोड को हरा-भरा किया जाएगा। सड़क किनारे ग्रीन बेल्ट और फुटपाथ की सजावट की जाएगी। पार्क, ट्रैफिक आइलैंड और चौकों पर झाड़ियां और सजावटी पौधे लगाए जाएंगे। इसके साथ खाली सार्वजनिक ज़मीन पर पर्यावरण के अनुकूल पेड़ लगाए जाएंगे।

ऑक्सीजन और पर्यावरण संतुलन की ठोस योजना! :

गौरतलब है कि इस योजना में छायादार, ऑक्सीजन उत्सर्जक और स्थानीय जलवायु के अनुकूल पौधों को प्राथमिकता दी जा रही है। साथ ही उन्नत किस्म के सजावटी पौधे, मॉडर्न सिंचाई तकनीक, और ऊर्जा-कुशल LED लाइटिंग की भी व्यवस्था की जा रही है, ताकि हर ग्रीन एरिया न सिर्फ टिकाऊ हो, बल्कि रात में भी रोशन और आकर्षक दिखे।

NDMC का ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा :

आपको बता दें कि NDMC ने पिछले साल 11,000 बड़े पौधे और 14 लाख झाड़ियां लगाईं। अब तक 40 ग्रीन एवेन्यू बनाए जा चुके हैं। साथ ही 2024 टारगेट के अनुसार 6 लाख नए पौधे और चार प्रमुख ग्रीन एवेन्यू का कायाकल्प किया गया।

G-20 के 'ग्रीन मॉडल' को मिलेगा विस्तार :

NDMC का कहना है कि यह पूरी मुहिम G-20 सम्मेलन के दौरान शुरू किए गए ग्रीन मॉडल को और आगे बढ़ाने का हिस्सा है। सम्मेलन के वक्त नई दिल्ली को वैश्विक मानकों के अनुसार हरित और सुंदर रूप दिया गया था, जिसे अब स्थायी रूप देने का प्रयास किया जा रहा है।

हरियाली से जुड़ेंगे लोग, बदलेगा माहौल :

विदित है कि एनडीएमसी के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने कहा कि : "ये केवल पौधे लगाने की योजना नहीं, बल्कि लोगों को प्रकृति से जोड़ने का अभियान है। राजधानी में प्रदूषण और गर्मी जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में यह हरियाली क्रांति बड़ी भूमिका निभाएगी।”

जानिए क्यों अहम है यह हरियाली मिशन :

आपको बता दें कि यह हरियाली मिशन निम्नलिखित कारणों से काफी अहम है।

●वायु गुणवत्ता में सुधार
●पर्यावरणीय संतुलन
●दिल्ली की गर्मी में कमी
●पैदल यात्रियों के लिए छाया
●पर्यटन और शहर की सुंदरता में बढ़ोतरी
●शहरी जीवन को प्रकृति से जोड़ना

एनडीएमसी का यह फैसला सिर्फ राजधानी के लैंडस्केप को नहीं, बल्कि लोगों के सोचने का तरीका बदलने वाला है। एक ऐसा मॉडल जो अन्य शहरों को भी प्रेरित करेगा कि कैसे हर सड़क, हर कोना, हर खाली ज़मीन को एक हरित क्रांति का हिस्सा बनाया जा सकता है। इस बार मानसून सिर्फ बारिश नहीं लाएगा, बल्कि राजधानी में हरियाली की बहार लेकर आएगा।

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