यूपी में आजम खान का साम्राज्य ध्वस्त करने वाले अफ़सर को मिला एक्सटेंशन!: तो वही ऑपरेशन महाकाल शुरू कर अपराधियों की कमर तोड़ने वाले कानपुर कमिश्नर का भी हुआ तबादला...जानें दोनों अफसरों के बारे में
यूपी में आजम खान का साम्राज्य ध्वस्त करने वाले अफ़सर को मिला एक्सटेंशन!

कानपुर/रामपुर : उत्तर प्रदेश की अफसरशाही में सोमवार को बड़ा उलटफेर देखने को मिला। एक तरफ कानपुर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार को अचानक दिल्ली बुला लिया गया, तो दूसरी ओर IAS आन्जनेय कुमार सिंह को सातवीं बार एक्सटेंशन मिल गया। यानी एक ओर जनता का भरोसा जीतने वाले पुलिस कमिश्नर कानपुर छोड़ रहे हैं, वहीं रामपुर में आज़म खान का किला ढहाने वाले अफसर को यूपी सरकार ने अपने पास बनाए रखा है। आइये जानते है दोनों अफसर के बारे में विस्तार से

अखिल कुमार: ‘ऑपरेशन महाकाल’ के जनक, 8 महीने में हिला दी वकील माफिया की जड़ें :

आपको बता दें कि कानपुर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने 4 जनवरी 2024 को चार्ज संभाला था। कानपुर उस वक्त अपराधियों और वकील माफियाओं की पकड़ में था। दबंगई इस हद तक थी कि सरकारी अफसर भी उनके आगे सिर झुकाते थे। अखिल कुमार ने आते ही साफ संदेश दिया कि “कानून तोड़ने वाले वकील हों या नेता, सबको जेल भेजा जाएगा।”

इसके बाद शुरू हुआ ऑपरेशन महाकाल :

गौरतलब है कि उसके बाद ऑपरेशन महाकाल के तहत वकील नेता अवनीश दीक्षित समेत 12 वकीलों को गिरफ्तार किया गया। वहीं सुपर वकील कहे जाने वाले अखिलेश दुबे का साम्राज्य धराशायी हुआ। दुबे और उसके सिंडीकेट ने सालों से वक्फ की संपत्तियों, अवैध कब्ज़ों और वसूली से साम्राज्य बना रखा था।

ऑपरेशन महाकाल-2 की की थी घोषणा पर...

विदित है कि अखिल कुमार की कार्रवाई ने कानपुर की कानून-व्यवस्था को हिला दिया। यही नहीं, 19 अगस्त को उन्होंने ऑपरेशन महाकाल पार्ट-2 की घोषणा कर दी। इसमें बड़े माफिया, भूमाफिया और सफेदपोश नेताओं पर शिकंजा कसने की तैयारी थी। लेकिन अचानक हुए ट्रांसफर ने कानपुर को चौंका दिया। अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह कार्रवाई अधूरी रह जाएगी? क्या माफिया फिर से सिर उठाएंगे?

आन्जनेय कुमार सिंह: आज़म खान का साम्राज्य ध्वस्त करने वाले IAS, सातवीं बार सेवा विस्तार :

दूसरी तरफ, IAS आन्जनेय कुमार सिंह का नाम यूपी में कड़क और निडर अफसरों में गिना जाता है। वे उस समय सुर्खियों में आए, जब उन्हें रामपुर का जिलाधिकारी बनाया गया। रामपुर में उस वक्त सपा नेता आज़म खान का साम्राज्य था। कहा जाता था कि “रामपुर में आज़म की मर्जी के बिना पत्ता भी नहीं हिलता।”

आन्जनेय कुमार सिंह ने आते ही खोला मोर्चा :

आपको बता दें कि आंजनेय ने आजम खान पर 98 मुकदमे दर्ज करवाए। साथ ही बेनामी और वक्फ संपत्तियों को कब्ज़ामुक्त कराया। जिससे आज़म खान और उनके करीबियों पर शिकंजा कसा।

योगी के बने खास, मिलता रहा एक्सटेंशन :

गौरतलब है कि उनकी सख़्त कार्रवाई से आज़म खान का दशकों पुराना साम्राज्य ढह गया। जनता ने उन्हें “आजम खान का काल” कहना शुरू कर दिया। यही वजह है कि यूपी सरकार ने उन्हें बार-बार एक्सटेंशन दिलवाया। अब सातवीं बार केंद्र से सेवा विस्तार मिलना इस बात का संकेत है कि सरकार अभी भी उन पर भरोसा करती है और उन्हें यूपी में ही रखना चाहती है।

एक तरफ कानपुर का कमिश्नर अचानक हटा दिया गया, जिसकी वजह से ऑपरेशन महाकाल पार्ट-2 अधर में लटक गया। वहीं दूसरी तरफ आज़म खान को घुटनों पर लाने वाले IAS को एक्सटेंशन देकर फिर से मजबूती दी गई। यूपी की सियासत और अफसरशाही में अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या ये सिर्फ रूटीन तबादला और एक्सटेंशन है, या इसके पीछे गहरी राजनीति छुपी है?

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