भक्त बोले - राधा रानी जल्दी ठीक करें!: हर दिन डायलिसिस पर संत प्रेमानंद महाराज; भक्तों की आंखों में आंसू और होंठों पर प्रार्थना वही?
भक्त बोले - राधा रानी जल्दी ठीक करें!

वृंदावन (मथुरा): राधावल्लभ संप्रदाय के प्रसिद्ध संत श्री प्रेमानंद महाराज की तबीयत इन दिनों बेहद नाजुक बताई जा रही है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार महाराज को हर दिन डायलिसिस करनी पड़ रही है। पहले यह प्रक्रिया हफ्ते में दो से तीन बार होती थी लेकिन अब हालत बिगड़ने पर यह रोज़ाना की आवश्यकता बन गई है। इसी कारण से उनकी प्रसिद्ध प्रातःकालीन पदयात्रा को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है।

भक्तों में मायूसी, मगर विश्वास कायम

हर रोज़ सुबह वृंदावन की गलियों में “राधे-राधे” के स्वर के साथ निकलने वाली महाराज की पदयात्रा अब रुक चुकी है।

भक्तों का कहना है “हम रोज़ उनकी झलक पाने आते थे, लेकिन अब वही मार्ग सूना लगता है। राधा रानी जरूर उन्हें शीघ्र स्वस्थ करें।”

कई श्रद्धालु देर रात तक महाराज के दर्शन की प्रतीक्षा करते रहे, लेकिन आश्रम से सूचना आई कि “स्वास्थ्य कारणों से पदयात्रा स्थगित की गई है।”

डॉक्टरों की रिपोर्ट: ‘पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज’ से जूझ रहे महाराज

डॉक्टरों के अनुसार महाराज को Polycystic Kidney Disease (PKD) नामक बीमारी है जो एक आनुवंशिक रोग है।

इसमें गुर्दों में सिस्ट (थैलियाँ) बन जाती हैं जिससे उनकी कार्यक्षमता धीरे-धीरे खत्म होती जाती है।

डॉक्टरों ने बताया कि अब उन्हें रोज़ाना डायलिसिस की जरूरत पड़ रही है, ताकि शरीर में विषैले पदार्थ जमा न हों।

वृंदावन में ही एक निजी अस्पताल में उनके लिए विशेष ICU यूनिट तैयार की गई है, जहाँ 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है।

इंसानियत की मिसाल: मुस्लिम युवक और राज कुंद्रा ने पेश की भक्ति की अनोखी मिसाल

महाराज के स्वास्थ्य संकट के बीच एक मुस्लिम युवक आरिफ खान चिश्ती (म.प्र.) ने घोषणा की है कि वह अपनी एक किडनी प्रेमानंद महाराज को दान करना चाहता है। उनका कहना है “महाराज ने कभी धर्म नहीं देखा, केवल प्रेम सिखाया। यह मेरा सौभाग्य होगा यदि मेरी एक किडनी से उनका जीवन बच जाए।”

इसी बीच, बॉलीवुड अभिनेता राज कुंद्रा ने भी वृंदावन आश्रम पहुंचकर महाराज के स्वास्थ्य के प्रति चिंता व्यक्त की और कहा कि वे भी किडनी दान करने को तैयार हैं। उनकी पत्नी शिल्पा शेट्टी भी इस निर्णय से भावुक हो उठीं।

हालांकि सोशल मीडिया पर इस पर बहस भी छिड़ गई। राज कुंद्रा ने आलोचनाओं का जवाब देते हुए कहा “अगर करुणा दिखाना PR स्टंट है, तो मैं गर्व से कहता हूं कि यह सबसे सुंदर स्टंट है।”

महाराज की जीवनयात्रा: भक्ति, सेवा और सरलता का प्रतीक

प्रेमानंद महाराज का जन्म राजस्थान में हुआ। उन्होंने युवावस्था में ही संसार त्यागकर भक्ति मार्ग अपना लिया।

वृंदावन में उनके प्रवचन और राधा रानी के प्रेम पर आधारित कथाएं आज करोड़ों लोगों को जीवन का अर्थ सिखा रही हैं।

उन्होंने युवाओं को नशामुक्त जीवन, गौसेवा, माता-पिता के प्रति सम्मान और सच्ची भक्ति के महत्व पर मार्गदर्शन दिया।

उनकी वाणी का एक प्रसिद्ध वाक्य आज भक्तों के बीच गूंज रहा है “जो राधा के नाम में रम गया, वह दुख में भी आनंद पा लेता है।”

आज जब वे स्वयं जीवन के संघर्ष से जूझ रहे हैं, यह वाक्य मानो उनके अपने जीवन में साकार हो रहा है।

सोशल मीडिया पर भावनाओं की लहर

सोशल मीडिया पर #GetWellSoonMaharaj और #RadheRadheMaharaj जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
लाखों लोग रोज़ाना ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर उनके लिए प्रार्थना वीडियो, भजन और आरती शेयर कर रहे हैं।
कई भक्तों ने 108 बार ‘राधे नाम जप’ करने का संकल्प लिया है।

भावनात्मक दृश्य: भक्तों की आंखों में आंसू, होंठों पर प्रार्थना

वृंदावन के प्रेम मंदिर के बाहर रोज़ाना भक्त महाराज के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए भजन गाते हैं।
दिल्ली से आई श्रद्धालु रेखा शर्मा ने कहा “महाराज ने हमें सिखाया कि सच्चा प्रेम राधा रानी के नाम में है। आज हम सबकी यही प्रार्थना है कि राधा रानी उन्हें जल्द स्वस्थ करें।”

निष्कर्ष: राधा नाम का सहारा

बीमारी के इस दौर में भी महाराज का चेहरा शांत और स्थिर है। डॉक्टरों के अनुसार वे मानसिक रूप से बेहद मजबूत हैं और अपने उपचार के बीच भी राधा नाम जपना नहीं छोड़ते।

भक्तों को विश्वास है कि राधा रानी की कृपा से वे जल्द स्वस्थ होकर पुनः पदयात्रा प्रारंभ करेंगे और फिर वृंदावन की गलियाँ एक बार फिर गूंज उठेंगी “राधे-राधे... महाराज फिर से आएंगे।”

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