मथुरा: वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा बीते कुछ दिनों से स्थगित चल रही है जिससे उनके हज़ारों भक्तों के बीच निराशा और भावुकता का माहौल बना हुआ है। हर रात दो बजे शुरू होने वाली यह पदयात्रा भक्तों के लिए आस्था और विश्वास का प्रतीक बन चुकी है।महाराज हर रोज़ श्रीकृष्ण शरणम् सोसाइटी से रमणरेती स्थित श्री हित राधा केली कुंज आश्रम तक करीब दो किलोमीटर की पदयात्रा करते थे। इस यात्रा के दौरान हज़ारों भक्त उनके दर्शन के लिए रातभर इंतज़ार करते, रास्ते में भजन-कीर्तन करते, रंगोली सजाते और फूल बिछाते थे। लेकिन बीते तीन दिनों से जब से महाराज इस यात्रा पर नहीं निकल पा रहे हैं भक्तों की आंखों में मायूसी साफ देखी जा सकती है।
पिछले कई दिनों से पदयात्रा पर नहीं निकले महाराज
बुधवार की आधी रात को जब आश्रम के सेवादार ने माइक से यह घोषणा की कि महाराज जी आज भी पदयात्रा पर नहीं आएंगे तो वहां मौजूद भक्तों में सन्नाटा छा गया। कई लोग अपने आंसू नहीं रोक पाए और रो पड़े। कुछ श्रद्धालु तो ऐसे भी थे जो लगातार तीसरे दिन दर्शन की उम्मीद में पहुंचे थे।
महाराज का पिछले 20 वर्षों से चल रहा है किडनी का इलाज
प्रेमानंद महाराज की तबीयत इन दिनों ठीक नहीं चल रही। उन्हें पिछले 20 वर्षों से किडनी की समस्या है। शुरुआत में हफ्ते में तीन बार डायलिसिस होती थी लेकिन अब यह बढ़कर चार से पांच बार तक होने लगी है। महाराज श्रीकृष्ण शरणम् सोसाइटी में रहते हैं जहां उनके पास दो फ्लैट हैं एक में वे निवास करते हैं और दूसरे को डायलिसिस के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है। यहीं पर उनका इलाज नियमित रूप से चल रहा है।
पिछले तीन दिनों से महाराज रात की पदयात्रा पर नहीं निकल रहे लेकिन वह सुबह-सुबह कभी चार तो कभी छह बजे कार से आश्रम पहुंच रहे हैं जहां वे राधा रानी की आराधना करते हैं और एकांत में कुछ भक्तों से संवाद भी करते हैं।
भक्तों में छाई उदासी
राजस्थान के करौली से दर्शन के लिए आई कैलाशी देवी ने बताया, “मैं खास दर्शन के लिए आई थी। लेकिन अब जब पता चला कि महाराज जी की तबीयत खराब है तो वापस लौट रही हूं। दिल से दुआ है कि वो जल्दी स्वस्थ हों फिर दोबारा आऊंगी।”
हरिओम, जो वृंदावन में एक होटल में काम करते हैं, हर दिन अपने काम के बाद रात में दर्शन के लिए आते हैं। उन्होंने कहा, “12-14 घंटे काम करने के बाद भी जब महाराज जी के दर्शन हो जाते थे, तो सारा थकान मिट जाती थी। अब तीन दिन से दर्शन नहीं हो पा रहे, बहुत खालीपन लग रहा है। मैं राधारानी से प्रार्थना करता हूं कि वो जल्द ठीक हो जाएं।”
जैसे ही स्वास्थ्य सही होगा दोबारा शुरू होगी यात्रा
आश्रम के संत नवल नागरी दास महाराज के अनुसार, प्रेमानंद महाराज की सेहत पहले से थोड़ी नाजुक रही है लेकिन अब समस्या कुछ बढ़ गई है। जब तक स्वास्थ्य पूरी तरह सामान्य नहीं हो जाता पदयात्रा स्थगित ही रहेगी। जैसे ही वह बेहतर महसूस करेंगे यात्रा फिर से शुरू की जाएगी।
पहले भी रुक चुकी है यात्रा
यह पहली बार नहीं है जब महाराज की पदयात्रा रुकी हो। कुछ समय पहले एक कॉलोनी के निवासियों ने यात्रा के समय होने वाले शोर और भीड़भाड़ से नाराज़ होकर इसका विरोध किया था। इस विरोध के चलते पदयात्रा अस्थायी रूप से रोक दी गई थी। बाद में जब कॉलोनीवासियों ने माफी मांगते हुए महाराज से यात्रा दोबारा शुरू करने की प्रार्थना की, तब यात्रा फिर से शुरू हुई थी।
पदयात्रा को लेकर भक्तों की श्रद्धा इतनी गहरी है कि लोग हर मौसम, हर परिस्थिति में महाराज के साथ चलने के लिए तैयार रहते हैं। कई भक्त तो सैकड़ों किलोमीटर दूर से केवल उनके दर्शन की उम्मीद में वृंदावन आते हैं।फिलहाल भक्तों की बस एक ही प्रार्थना है कि “महाराज जी जल्द स्वस्थ हो जाएं और फिर से अपने उसी पुराने स्वरूप में लौट आएं। जिससे हर रात वृंदावन की गलियां भक्ति और प्रेम से भर जाएं।”