गुरुग्राम में बनने जा रहा हैं दुनिया का सबसे लंबा E-Highway: हर 10 किमी पर 3G एनर्जी स्टेशन; एक साथ चार्ज होंगे कार बस-ट्रक सब...वो सुविधाएं जो बनाएंगी इसे ओर खास?
गुरुग्राम में बनने जा रहा हैं दुनिया का सबसे लंबा E-Highway

गुरुग्राम/दिल्ली-NCR : भारत अब सिर्फ हाईवे नहीं बना रहा, बल्कि भविष्य को ध्यान रखके ग्रीन हाईवे तैयार कर रहा है। देश में पहली बार ऐसा प्रोजेक्ट लॉन्च होने जा रहा है, जिसमें दिल्ली-जयपुर कॉरिडोर को दुनिया का सबसे लंबा इलेक्ट्रिक हाईवे बनाया जाएगा। शुक्रवार को NHEV वर्किंग कमेटी की 7वीं बैठक में इस ऐतिहासिक योजना पर अंतिम मुहर लगने जा रही है। यह सिर्फ चार्जिंग स्टेशन का नेटवर्क नहीं, बल्कि भारत का पहला 3G एनर्जी हाईवे इकोसिस्टम होगा, जिसमें हर 10 किमी पर हाई-टेक स्टेशन लगेंगे। जो सिर्फ चार्ज नहीं करेंगे, बल्कि आपकी यात्रा का अनुभव बदल देंगे।

भारत का E-Highway मॉडल – दुनिया में पहली बार! :

NHEV के नेशनल डायरेक्टर अभिजीत सिन्हा के अनुसार, ये 3G एनर्जी स्टेशन ग्रीन, गिगान्टिक और जेनरेशन-नेक्स्ट टेक्नोलॉजी पर आधारित होंगे। ये स्टेशन पूरी तरह GRID-FREE होंगे यानी अपनी ही ऊर्जा खुद पैदा करेंगे।

सौर ऊर्जा
पवन ऊर्जा
हाइड्रोजन ऊर्जा

इन तीनों का मिश्रित उपयोग स्टेशन को पूरी तरह स्वतंत्र और ज़ीरो-एमिशन पॉवरहाउस बना देगा।

हर 10 किमी पर रुकिए — चार्ज की गारंटी, सुविधा अनलिमिटेड!

आपको बता दें कि यह हाईवे ऐसा होगा कि आप कभी “चार्ज खत्म होने” की चिंता नहीं करेंगे। हर स्टेशन पर मिलेंगी ये सुविधाएं :

अल्ट्रा-फास्ट चार्जर (200–500 kW)
फास्ट चार्जर (60–120 kW)
600 kW पैंटोग्राफ (बस/ट्रक के लिए)
वायरलेस चार्जिंग पैड
हाइड्रोजन डिस्पेंसर
बैटरी स्वैप स्टेशन

सिर्फ चार्जिंग ही नहीं, फर्स्ट क्लास हाईवे अनुभव भी मिलेगा:

आपको बता दें कि यहां सिर्फ चार्जिंग ही नहीं अपितु कैफे और रेस्तरां, शॉवर और लॉन्ड्री, ड्राइवर रेस्ट रूम, मिनी सुपर मार्केट, फ्री वाई-फाई, वर्किंग स्पेस, किड्स प्ले एरिया और फ़ार्मेसी भी रहेगी। यानी यह हाईवे सिर्फ सड़क नहीं एक 'चलता-फिरता सर्विस सिटी' होगा।

कितनी क्षमता? दुनिया दंग रह जाएगी!

हर 3G स्टेशन की क्षमता इतनी होगी कि एक साथ 300 कारें चार्ज या 50 ट्रक/बसें चार्ज हो सकेगी। 3.2 MW तक की पावर जनरेशन है जो आगे बढ़कर 2047 तक 6.4 MW तक की जा सकती है।

पर्यावरण पर जबरदस्त असर :

विदित है कि प्रत्येक स्टेशन हर साल 8,000 टन CO₂ उत्सर्जन रोक सकता है। लाखों लीटर डीज़ल उपयोग कम होगा। साथ ही इको-फ्रेंडली ट्रांसपोर्ट को नए आयाम देगा। भारत पहली बार सच में नेटल-जीरो रोड ट्रांसपोर्ट मॉडल की ओर बढ़ रहा है।

गुरुग्राम पहले ही बन चुका है EV Capital!

गौरतलब है कि यहां 100 और 121 चार्जिंग पॉइंट्स वाले 2 मेगा स्टेशन पहले से ही रोज 1600 EVs को चार्ज कर रहे हैं। यह मॉडल बताता है कि यात्री, टैक्सी, बस और ट्रक सब EV shift के लिए तैयार हैं बस हाईवे तैयार होने बाकी थे जो अब हो रहे हैं।

क्यों ये प्रोजेक्ट भारत की तस्वीर बदल देगा?

●EV वाहनों को अनलिमिटेड रेंज मिलेगी
●रोड फ्रेट (ट्रकिंग) का खर्च 40–60% तक घटेगा
●लॉजिस्टिक्स सेक्टर तेज़ी से इलेक्ट्रिक होगा
●पेट्रोल-डीज़ल आयात पर निर्भरता कम होगी
●भारत वैश्विक EV मॉडल का लीडर बनेगा

भारत का हाईवे अब सिर्फ सड़क नहीं तकनीक का चमत्कार होगा। दुनिया में जहां EV चार्जिंग की समस्या सबसे बड़ी चुनौती है, वहीं भारत गुरुग्राम से ऐसा मॉडल लॉन्च कर रहा है जो चीन, अमेरिका और यूरोप को भी पीछे छोड़ देगा। यह सिर्फ ई-हाइवे नहीं भविष्य की नई सड़क का पहला कदम है।

अन्य खबरे