होटल में आधार की फोटोकॉपी जमा करना, अब होगा गैरकानूनी!: आधार को लेकर UIDAI लागू करने जा रहा हैं ये सख्त नियम? अब इस तरह होगा सत्यापन
होटल में आधार की फोटोकॉपी जमा करना, अब होगा गैरकानूनी!

तकनीकी/सुरक्षा : भारत में आधार कार्ड सबसे बड़ा पहचान दस्तावेज है लेकिन इसके नाम पर होने वाली फोटोकॉपी मांग, दस्तावेज जमा कराने की पुरानी आदत और डेटा लीक के खतरे अब बहुत जल्दी खत्म होने वाले हैं। यूआईडीएआई (UIDAI) आधार सत्यापन का पूरा सिस्टम बदलने जा रहा है, और इसके साथ ही होटल, प्रोग्राम आयोजक, ट्रैवल एजेंट, लॉज, गेस्ट हाउस, स्टूडियो किसी को भी आधार की फोटोकॉपी जमा कराने की अनुमति नहीं मिलेगी। यह सिर्फ एक बदलाव नहीं, बल्कि देश की सबसे बड़ी डेटा सुरक्षा क्रांति होने जा रही है।

क्या-क्या बदल जाएगा?

आपको बता दें कि आधार की फोटोकॉपी देना अब बंद होगी यानी उस पर सीधी रोक लगेगी। UIDAI ने साफ कर दिया है कि :

●आधार की फोटोकॉपी जमा कराना
●कागज पर आधार नंबर लिखवाना
●फोटोकॉपी को किसी भी तरह के रिकॉर्ड के रूप में रखना

आधार अधिनियम का उल्लंघन है। अब होटलों, इवेंट कंपनियों, परीक्षा आयोजकों जैसी संस्थाओं को आधार की हार्डकॉपी रखना पूरी तरह प्रतिबंधित किया जाएगा।

अब कैसे होगा आधार सत्यापन? UIDAI लाएगा नया हाई-टेक नियम

गौरतलब है कि UIDAI ने एक नए नियम को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत संस्थाओं को आधार सत्यापन के लिए अनिवार्य पंजीकरण कराना होगा। पंजीकरण के बाद उन्हें मिलेगा:

●QR कोड स्कैन करने की सुविधा
जिससे सिर्फ नाम–उम्र–फोटो का इंस्टेंट मैच होगा, लेकिन पूरा आधार डेटा शेयर नहीं होगा।

●नए ‘एप टू एप’ आधार वेरिफिकेशन सिस्टम तक पहुंच
UIDAI एक नया ऐप लॉन्च कर रहा है जो बिना सर्वर से जुड़े, बिना इंटरनेट के, सिर्फ QR या डिवाइस-टू-डिवाइस कनेक्शन से सत्यापन कर देगा। डेटा लीक या दुरुपयोग की गुंजाइश ZERO होगी।

हवाई अड्डों-दुकानों-व्यापारिक स्थानों पर भी होगा इस्तेमाल :

विदित है कि UIDAI के सीईओ भुवनेश कुमार ने बताया कि नया ऐप एयरपोर्ट एंट्री, शराब/तंबाकू जैसी आयु-सीमा वाली वस्तुओं की खरीद, होटल चेक-इन, कॉरपोरेट ऑफिस विजिट, परीक्षा केंद्र सत्यापन सभी जगह लागू किया जा सकेगा।

गोपनीयता होगी सबसे सुरक्षित; डेटा लीक का डर खत्म :

गौरतलब है कि नया नियम किसी भी संस्था को आपके आधार नंबर तक नहीं पहुंचने देगा कोई फोटोकॉपी रिकॉर्ड नहीं रख पाएगा साथ ही डेटा Misuse होने की संभावना खत्म कर देगा। इससे आधार अब पूरी तरह सुरक्षित और उपयोगकर्ता-नियंत्रित होगा।

UIDAI का नया सुपर ऐप – 18 महीनों में पूरे देश में लागू :

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह नया ऐप पते का अपडेट, परिवार के अन्य सदस्यों को जोड़ना (जिनके पास मोबाइल नहीं है), ऑफलाइन वेरिफिकेशन, QR आधारित पहचान और डेटा गोपनीयता नियंत्रण सबकुछ एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराएगा। यह ऐप डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन कानून के अनुरूप बनाया गया है।

क्या बदल जाएगा आम लोगों के लिए?

गौरतलब है कि इस बदलाव से आम लोगों की जिंदगी में निम्नलिखित बदलाव आएंगे।

●अब कोई आपकी आधार कॉपी नहीं रख सकेगा
●चेक-इन और पहचान सत्यापन होगा फटाफट
●डेटा चोरी और फोटो कॉपी दुरुपयोग खत्म
●कहीं भी जाएं, आपका डेटा सिर्फ आप नियंत्रित करेंगे

नया नियम लागू होते ही क्या होगा?

विदित है कि नया नियम लागू होते ही :

●होटल–इवेंट आयोजकों पर जुर्माना लग सकता है
●बिना पंजीकरण आधार सत्यापन करना गैरकानूनी होगा
●हर संस्था को UIDAI की अनुमति लेनी होगी
●आधार इस्तेमाल पूरी तरह डिजिटाइज़ हो जाएगा

यह आधार सिस्टम में आज तक का सबसे बड़ा सुधार है। अब कागज नहीं, सिर्फ टेक्नोलॉजी चलेगी। UIDAI का यह नया नियम न सिर्फ चेक-इन की झंझटें खत्म करेगा, बल्कि देशभर में लाखों लोगों के आधार डेटा के दुरुपयोग से भी बचाएगा। भारत अब पेपरलेस, सुरक्षित, स्मार्ट आधार सत्यापन की ओर बढ़ चुका है।

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