आपका वाहन BS-VI हैं या नहीं, मिनटों में करें ऐसे पहचान!: पुराने वाहनों पर लागू हुए नए सख्त नियम? जानें BS-6 और BS-4 में बुनियादी फर्क
आपका वाहन BS-VI हैं या नहीं, मिनटों में करें ऐसे पहचान!

तकनीकी/ऑटोमोबाइल : दिल्ली-NCR में बढ़ते प्रदूषण के बीच सबसे बड़ा सवाल आजकल यह चल रहा है कि क्या आपका वाहन BS-VI है या नहीं? क्योंकि गलत मानक वाले वाहन लेकर रोड पर उतरना अब भारी जुर्माने, चालान और सीजिंग तक ले जा सकता है। लेकिन BS-VI, BS-IV, BS-III… ये सब है क्या? कैसे पता चले कि आपकी गाड़ी कौन से स्टैंडर्ड की है? पुराने वाहनों पर नियम क्या कह रहे? आइये इसे आसान भाषा में समझते हैं।

सबसे पहले; कैसे पहचानें कि आपका वाहन BS-VI है?

  1. RC (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट) देखें :
    RC पर “BS-VI” या “Bharat Stage VI” लिखा होता है। नहीं है? तो आपकी गाड़ी BS-VI नहीं।

  2. व्हीकल एमीशन स्टिकर
    नई गाड़ियों में बोनट के अंदर या डोर साइड पर BS-VI का लेबल लगा होता है।

  3. 1 अप्रैल 2020 के बाद खरीदा वाहन = 99% BS-VI
    आपको बता दें कि भारत में 1 अप्रैल 2020 से केवल BS-VI वाहन ही बेचे गए।

  4. एग्जॉस्ट पाइप नोटिस करें
    BS-VI में उन्नत DPF डीजल BS-VI वाहनों में DPF (Diesel Particulate Filter), SCR सिस्टम और AdBlue टैंक होते हैं, यह BS-IV में नहीं होते हैं।

BS-VI vs BS-IV; सबसे बड़ा और धमाकेदार अंतर?

  1. प्रदूषण में 82% की कमी BS-VI को ‘सबसे साफ’ बनाता है। BS-VI में पार्टिकुलेट मैटर (PM) का उत्सर्जन लगभग 82% घट गया है।

  2. डीजल वाहनों में NOx 68% कम होता है। BS-IV डीजल वाहन स्मॉग का मुख्य कारण यही है। BS-VI में वही गैस लगभग 70% कम कर दी गई है।

  3. सल्फर मात्रा 50 भाग से घटकर सिर्फ 10 भाग कर दिया गया है। BS-VI ईंधन में सल्फर बहुत कम, इसलिए इंजन ज्यादा साफ और हेल्दी होता है।

  4. RDE टेस्ट से अब गाड़ी सड़क पर भी टेस्ट होगी। BS-VI में वाहन सिर्फ लैब नहीं, बल्कि रियल रोड कंडीशन में भी टेस्ट किया जाता है।

पुराने वाहनों पर लागू नियम; आपकी गाड़ी किस श्रेणी में?

आपको बता दें कि 2020 से पहले खरीदी गाड़ियां BS-IV श्रेणी की ही हैं।

  • 2010–2020 → BS-IV

  • 2005–2010 → BS-III

  • 2001–2005 → BS-II

  • 2001 से पहले → और भी पुराने, बेहद प्रदूषणकारी

इसका तात्पर्य यह है कि 2020 से पहले की कोई भी गाड़ी BS-VI नहीं है।

दिल्ली में अलग-अलग BS वाहन क्यों मिलते हैं?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली देश में सबसे पहले BS नियम लागू करने वाला क्षेत्र बना।

  • BS-II: 2001

  • BS-III: 2005

  • BS-IV: 2010

  • BS-VI: देश से पहले

लेकिन रोजाना लाखों बाहरी राज्यों से वाहन आने के कारण यहां हर श्रेणी के वाहन दिखते हैं।

पुरानी गाड़ियां ज्यादा प्रदूषण क्यों फैलाती हैं?

  1. पुरानी तकनीक से ज्यादा विषैली गैसें जैसे कार्बन मोनोऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड सब कई गुना ज्यादा निकलता है।

  2. डीजल इंजन से ब्लैक कार्बन उत्सर्जन ज्यादा होता है। जो फेफड़ों, दिल और दिमाग पर हमला करता है।

  3. पुराने गाड़ियों में खराब एग्जॉस्ट सिस्टम लगा होता है। जिससे जितना पुराना इंजन, उतना ज्यादा धुआं निकलता है।

आपकी गाड़ी BS-VI नहीं है? तो क्या होगा?

गौरतलब है कि कई राज्यों में पहले ही नियम लागू किये है कि पुराने वाहन की एंट्री शहर में नहीं होगी दिल्ली NCR में 10 साल पुराना डीजल वाहन और 15 साल पुरानी पेट्रोल गाड़ी बैन हो चुकी है।

अब दिल्ली - NCR समेत कई राज्यों में पुराने BS-III/IV डीजल वाहनों पर भारी जुर्माना लगाया जा रहा है। आने वाले समय में BS-IV डीजल पर और पाबंदियां लगेंगीं साथ ही EV/CNG को और बढ़ावा दिया जाएगा।

अन्य खबरे