समाज: दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स लैरी एलिसन ने सबको चौंका दिया है। महज 9 महीने में 176 अरब डॉलर कमाने वाले एलिसन अब अपनी 95% दौलत दान करने का ऐलान कर चुके हैं। यह फैसला न केवल अमीरों की सोच बदलने वाला है बल्कि समाज में परोपकार की नई मिसाल भी पेश करेगा।
कौन हैं लेरी एलिसन?
लेरी एलिसन (Larry Ellison) का पूरा नाम लॉरेंस जोसेफ एलिसन है। इनका जन्म 17 अगस्त 1944 को न्यूयॉर्क सिटी, अमेरिका में हुआ था। बचपन बेहद साधारण परिस्थितियों में बीता, जैविक पिता ने साथ छोड़ दिया था और इन्हें उनकी मौसी ने पाला। कठिनाइयों के बीच पले-बढ़े एलिसन ने टेक्नोलॉजी और बिज़नेस की दुनिया में वह मुकाम हासिल किया, जिसकी कल्पना भी मुश्किल है।
ओरेकल साम्राज्य का निर्माता:
•1977 में एलिसन ने Oracle Corporation की स्थापना की। शुरू में कंपनी सिर्फ डेटाबेस सॉफ्टवेयर बनाती थी लेकिन धीरे-धीरे यह दुनिया की सबसे बड़ी क्लाउड कंप्यूटिंग और एंटरप्राइज टेक्नोलॉजी कंपनी बन गई।
•एलिसन लंबे समय तक ओरेकल के CEO रहे और कंपनी को ग्लोबल दिग्गज बना दिया।
•आज ओरेकल का बाजार मूल्य ट्रिलियंस में है और इसी वजह से एलिसन दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में शुमार हैं।
दौलत कितनी है?
2025 तक लेरी एलिसन की कुल नेटवर्थ करीब 393 अरब डॉलर आँकी गई है। सिर्फ 2025 के शुरुआती 9 महीनों में ही उनकी संपत्ति में 176 अरब डॉलर का इजाफा हुआ। यह वृद्धि मुख्य रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और टेक्नोलॉजी सेक्टर में आए बूम की वजह से हुई।
लग्ज़री लाइफस्टाइल:
•लेरी एलिसन अपनी दौलत के साथ-साथ लग्ज़री शौकों के लिए भी चर्चित हैं।
•उनके पास कई प्राइवेट जेट्स और लक्ज़री याच हैं।
•सबसे हैरान करने वाली बात, वे हवाई (Hawaii) के लानाई आइलैंड का लगभग पूरा हिस्सा अपने पास रखते हैं।
•उन्हें नौकायन और खेलों से खास लगाव है।
परोपकार और दान का विज़न:
लेरी एलिसन पहले ही 2010 में अरबपतियों की पहल Giving Pledge पर हस्ताक्षर कर चुके थे। लेकिन अब उन्होंने इससे भी बड़ा और अलग ऐलान किया है।
वे अपनी कुल संपत्ति का लगभग 95% दान करेंगे। लेकिन यह दान पारंपरिक संस्थाओं को नहीं जाएगा। एलिसन का कहना है कि वे अपनी शर्तों पर दान करना चाहते हैं।
इसके लिए उन्होंने Ellison Institute of Technology (EIT) की स्थापना की है, जो मुख्य रूप से इन क्षेत्रों पर काम करेगा:
•स्वास्थ्य (Health Research)
•खाद्य सुरक्षा (Food Security)
•जलवायु परिवर्तन (Climate Change)
•आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) रिसर्च
क्यों है यह फैसला खास?
इतनी बड़ी दौलत का दान दुनिया में असमानता और गरीबी की बहस को नए स्तर पर ले जा सकता है। अरबपतियों के दान को लेकर अक्सर सवाल उठते रहे हैं कि क्या वे सच में वादे पूरे करते हैं या नहीं।
एलिसन का यह कदम बाकी अरबपतियों पर भी दबाव डालेगा कि वे भी समाज को अपनी संपत्ति का बड़ा हिस्सा लौटाएं। यह फैसला यह भी दर्शाता है कि अरबपति अब सिर्फ मुनाफे के लिए नहीं, बल्कि मानवता और भविष्य की चुनौतियों के लिए भी गंभीर हो रहे हैं।
दुनिया पर असर:*
•एलिसन का यह कदम एक गेम चेंजर हो सकता है।
•अगर उनका 95% दान सही समय पर और सही दिशा में हुआ, तो यह स्वास्थ्य, टेक्नोलॉजी और जलवायु संकट जैसे क्षेत्रों में क्रांति ला सकता है।
•साथ ही यह अरबपतियों की “परोपकारी छवि” को नई परिभाषा देगा।
दौलत से इंसानियत तक का सफर:
लेरी एलिसन का यह फैसला इतिहास में दर्ज होगा।
9 महीने में 176 अरब डॉलर कमाने वाले एलिसन अब अपनी लगभग पूरी दौलत इंसानियत को समर्पित करने जा रहे हैं। यह ऐलान न सिर्फ चौंकाने वाला है बल्कि यह बताता है कि असली मायने में “अमीर” वही है जो अपनी दौलत का सबसे बड़ा हिस्सा समाज के नाम कर दे।
नोट: यह खबर सिर्फ “दान” की कहानी नहीं बल्कि एक ऐसे इंसान की गाथा है जिसने कठिनाइयों से उठकर टेक्नोलॉजी का साम्राज्य खड़ा किया और अब अपनी दौलत का सबसे बड़ा हिस्सा मानवता को समर्पित कर रहा है।