नोएडा- ग्रेनो: नोएडा के ट्रैफिक बोझ को कम करने और दिल्ली से जेवर एयरपोर्ट तक सीधी कनेक्टिविटी देने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। यमुना किनारे (पुश्तों पर) 6 लेन की एलिवेटेड रोड बनाने की तैयारी तेज हो गई है। करीब 4 हज़ार करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली इस सड़क से न सिर्फ यात्रियों को राहत मिलेगी बल्कि एयरपोर्ट तक पहुंचना और भी आसान हो जाएगा।
एयरपोर्ट से मिलेगी सीधी कनेक्टिविटी :
आपको बता दें कि यह एलिवेटेड रोड नोएडा के सेक्टर-94 गोलचक्कर से शुरू होकर सेक्टर-150 तक जाएगी। सड़क बनने के बाद दिल्ली से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक सीधा और तेज़ मार्ग उपलब्ध होगा। अभी एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए यात्रियों को यमुना एक्सप्रेसवे पर भारी जाम और लंबा सफर झेलना पड़ता है, लेकिन नई एलिवेटेड रोड से यह दिक्कत काफी हद तक खत्म हो जाएगी।
कहाँ तक पहुँची तैयारी?
गौरतलब है कि इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड मीटिंग में पहले ही मिल चुकी है। अब आगे की प्रक्रिया सिंचाई विभाग (Irrigation Dept.) के पास में है। उनसे NOC (अनापत्ति प्रमाण पत्र) लिया जाना बाकी है। प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम का कहना है – “अगले 7-8 दिनों में NOC मिलने की उम्मीद है।” एक बार NOC मिलते ही PWD (लोक निर्माण विभाग) निर्माण की रूपरेखा बनाकर काम शुरू करेगा।
कितना खर्च आएगा?
विदित है कि इस 6 लेन एलिवेटेड रोड के निर्माण पर करीब 4 हज़ार करोड़ रुपए का खर्च अनुमानित है। खर्च का बोझ तीनों विकास प्राधिकरण - नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण उठायेंगे। पहले इस प्रोजेक्ट में एलिवेटेड रोड के साथ 8 लेन की ऑन-ग्राउंड सड़क भी बनाने की योजना थी। लेकिन अब केवल एलिवेटेड रोड पर ही फोकस होगा।
रास्ता कैसा होगा?
आपकी जानकारी को बता दें कि यह एलिवेटेड रोड ओखला बैराज से शुरू होकर हिंडन-यमुना के किनारे-किनारे यमुना एक्सप्रेसवे तक जाएगी। यानी यह न सिर्फ दिल्ली और एयरपोर्ट के बीच सीधा पुल बनेगी, बल्कि मौजूदा नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे का दबाव भी कम करेगी।
क्यों जरूरी है यह प्रोजेक्ट?
गौरतलब है कि यह प्रोजेक्ट इसलिए भी बहुत जरूरी है क्योंकि नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर रोजाना भारी ट्रैफिक जाम देखने को मिलता है। दिल्ली से जेवर एयरपोर्ट तक पहुंचने में 2 से 3 घंटे का समय लग जाता है। नई एलिवेटेड रोड बनने के बाद सफर तेज़, सुरक्षित और सुविधाजनक होगा। साथ ही एयरपोर्ट के लिए दिल्ली से सीधी हाई-स्पीड कनेक्टिविटी देखने को मिलेगी।
नोएडा के लिए ‘गेमचेंजर’ प्रोजेक्ट
गौरतलब है कि यह प्रोजेक्ट सिर्फ सड़क नहीं बल्कि इंफ्रास्ट्रक्चर का मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है। दिल्लीवालों के लिए एयरपोर्ट पहुंचना आसान होगा। साथ ही नोएडा और ग्रेटर नोएडा की प्रॉपर्टी वैल्यू में उछाल आएगा। वहीं व्यापार, उद्योग और पर्यटन को भी नया बढ़ावा मिलेगा।
नोएडा का यह 4 हज़ार करोड़ का मेगा प्रोजेक्ट पूरे वेस्ट यूपी की तस्वीर बदल सकता है। अगर सब कुछ प्लान के मुताबिक चला तो आने वाले कुछ सालों में दिल्ली से जेवर एयरपोर्ट का सफर मेट्रो जैसी आसान और एक्सप्रेसवे जैसी तेज़ रफ्तार वाला होगा।