नोएडा में यमुना पुस्ता पर बनेगा 6 लेन एलिवेटेड एक्सप्रेसवे!: ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत, सेक्टर-94 से... दिल्ली से एयरपोर्ट पहुंचेगा सफर मिनटों में
नोएडा में यमुना पुस्ता पर बनेगा 6 लेन एलिवेटेड एक्सप्रेसवे!

नोएडा/ग्रेटर नोएडा: दिल्ली-एनसीआर के लाखों यात्रियों के लिए बड़ी खबर आयी है। नोएडा सेक्टर-94 से लेकर यमुना एक्सप्रेसवे तक एलिवेटेड एक्सप्रेसवे बनाने की योजना ने रफ्तार पकड़ ली है। यह एक्सप्रेसवे सीधे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ेगा और नोएडा एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक का बोझ भी कम करेगा।=अब तक जो सफर घंटों में तय होता था, वह इस हाई-टेक एलिवेटेड रोड के जरिए मिनटों में पूरा हो सकेगा।

क्या है प्रोजेक्ट का प्लान?

लोकेशन  सेक्टर-94 से सेक्टर-150 तक यमुना पुस्ता

सड़क का प्रकार: 6 लेन एलिवेटेड एक्सप्रेसवे

रूट: ओखला बैराज → हिंडन → यमुना पुस्ता → यमुना एक्सप्रेसवे

गंतव्य: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट

लंबाई: लगभग 20 किमी अनुमानित

●सिर्फ एलिवेटेड निर्माण होगा, ऑन-ग्राउंड नहीं

● खर्च: तीनों प्राधिकरण (नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना) मिलकर उठाएंगे

निर्माण एजेंसी कौन? NHAI या UPEIDA?

आपको बता दें कि प्रोजेक्ट को लेकर फिलहाल निर्माण एजेंसी को लेकर असमंजस है। दो अहम घटनाएं इस महीने सामने आईं पहली ये कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सांसद महेश शर्मा से कहा कि एनएचएआई के जरिए इसका निर्माण कराया जा सकता है, प्रस्ताव भेजिए। वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की टीम नोएडा प्राधिकरण पहुंची, जहां अधिकारियों ने इस एलिवेटेड रोड की जरूरत को दोहराया। हालांकि इससे पहले नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में इस एक्सप्रेसवे को यूपीडा (UPEIDA) से बनवाने का प्रस्ताव पारित किया गया था। ऐसे में अब यह तय होना बाकी है कि निर्माण कौन करेगा – एनएचएआई या यूपीडा?

एनओसी के बाद खुलेगा रास्ता :

गौरतलब है कि यमुना पुस्ता सिंचाई विभाग की जमीन है। ऐसे में किसी भी तरह के निर्माण के लिए एनओसी (No Objection Certificate) जरूरी है। नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने बताया कि 7-8 दिनों में एनओसी मिलने की उम्मीद है। इसके बाद निर्माण एजेंसी तय करने के लिए एनएचएआई और यूपीडा से दोबारा बातचीत शुरू होगी।

क्यों है यह एक्सप्रेसवे गेम चेंजर?
विदित है कि इस प्रोजेक्ट से एयरपोर्ट की सीधी कनेक्टिविटी रहेगी जिससे दिल्ली से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक बिना रुकावट का सफर आसान होगा। नोएडा एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक दबाव घटेगा, जाम कम होगा। एयरपोर्ट की ओर जाने वाले यात्रियों को वैकल्पिक और तेज़ रूट मिलेगा।साथ ही रीयल एस्टेट को बूस्ट मिलेगा जिससे पुस्ता रोड किनारे के सेक्टरों को नई पहचान मिलेगी। साथ ही प्रदूषण में कमी रहेगी यानी सीधा, तेज और बाधारहित ट्रैफिक से कार्बन उत्सर्जन कम होगा।

पुस्ता रोड अब सिर्फ मिट्टी और हरियाली का रास्ता नहीं रहेगा, बल्कि यह दिल्ली और नोएडा को जोड़ने वाला एक हाई-स्पीड कॉरिडोर बनने जा रहा है जो एयरपोर्ट की रफ्तार को शहर तक लाएगा। अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि एनओसी और एजेंसी चयन कब तक पूरा होता है और काम कब शुरू होगा? जब पुस्ता पर एक्सप्रेसवे दौड़ेगी, तो एयरपोर्ट का सफर आसान बनेगा।

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