जयपुर : राजधानी जयपुरवासियों के लिए राहत भरी खबर है। शहर की सड़कों पर बढ़ते ट्रैफिक जाम से छुटकारा दिलाने के लिए 665 करोड़ रुपए के 6 बड़े प्रोजेक्ट्स को हरी झंडी दे दी गई है। सबसे अहम है अरण्य भवन से जगतपुरा आरओबी तक बनने वाली 4.4 किमी लंबी एलिवेटेड रोड, जिस पर अकेले 560 करोड़ रुपए खर्च होंगे। यह फैसला जेडीसी आनंदी की अध्यक्षता में हुई पब्लिक वर्क्स कमेटी (PWC) की बैठक में लिया गया। अधिकारियों ने दावा किया कि इन प्रोजेक्ट्स से शहर की सड़कें न सिर्फ ट्रैफिक-फ्री होंगी, बल्कि और भी आकर्षक और सुरक्षित बनेंगी।
एलिवेटेड रोड – सबसे बड़ा प्रोजेक्ट :
आपको बता दें कि इन 6 प्रोजेक्ट में सबसे बड़ा प्रोजेक्ट अरण्य भवन चौराहे से जगतपुरा आरओबी तक बनने वाला एलिवेटेड रोड है जिसकी लंबाई 4.4 किलोमीटर है। इसका खर्च ₹560 करोड़ होगा। इसकी विशेषता यह है कि इसमें 3 रैम्प बनाए जाएंगे ताकि लोगों को आसानी से चढ़ने-उतरने की सुविधा मिले। इस प्रोजेक्ट के ढाई साल में काम पूरा करने का लक्ष्य है, और नए साल की शुरुआत में इस काम के शुरू होने की उम्मीद है। यह एलिवेटेड रोड बनने के बाद ट्रैफिक दबाव वाले रूट्स पर राहत मिलेगी और खासकर ऑफिस आवागमन के समय लगने वाले लंबे जाम से छुटकारा मिलेगा।
अन्य 5 प्रोजेक्ट्स जिनसे बदलेगा जयपुर का नक्शा :
1. स्वर्ण विहार सीवेज लाइन कनेक्शन:
आपको बता दें कि पृथ्वीराज नगर-दक्षिण की स्वर्ण विहार आवासीय योजना में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से कनेक्टिविटी के लिए ₹78.20 करोड़ खर्च होंगे।
2. शहर की सड़कों पर सजावट:
विदित है कि इस प्रोजेक्ट के तहत वीटी रोड, अरावली मार्ग और मध्यम मार्ग पर डेकोरेटिव लाइटिंग के लिए ₹9.11 करोड़ खर्च किये जायेंगे। इससे मुख्य सड़कों की सुंदरता और सुरक्षा दोनों बढ़ेंगी।
3. नई सेक्टर रोड:
गौरतलब है कि गोनेर रोड से रिंग रोड तक 30 फीट चौड़ी सेक्टर रोड बनाई जाएगी। इस पर ₹8.22 करोड़ खर्च होंगे।
4. रोड कट की मरम्मत:
आपको बता दें कि जोन-11 में जलदाय विभाग द्वारा की गई खुदाई से क्षतिग्रस्त सड़कों को दुरुस्त करने पर ₹2.94 करोड़।
5. सांगानेर में सड़क निर्माण:
विदित है कि जोन-7 की अनुमोदित कॉलोनियों में नई सड़कें बनाने पर ₹3.16 करोड़ खर्च किये जायेंगे।
क्यों खास है ये फैसला?
गौरतलब है कि जयपुर जैसे तेजी से बढ़ते शहर में जनसंख्या और वाहनों की बाढ़ ने ट्रैफिक को बड़ी चुनौती बना दिया है। खासकर जगतपुरा, गोनेर और सांगानेर जैसे इलाकों में रोजाना जाम की स्थिति रहती है। एलिवेटेड रोड और नई सड़कों का नेटवर्क इन इलाकों में यातायात का दबाव कम करेगा और आम जनता को बड़ी राहत देगा।
जयपुर को स्मार्ट और ट्रैफिक-फ्री शहर बनाने की दिशा में यह 665 करोड़ का निवेश ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। अगर प्रोजेक्ट तय समय पर पूरे हो गए तो आने वाले 2-3 सालों में जयपुर की सड़कों की तस्वीर पूरी तरह बदल सकती है।