नई दिल्ली: दिल्लीवासियों के लिए एक बड़ी राहत की खबर आई है! दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने राजधानी में पार्किंग की समस्या को हल करने के लिए एक शानदार और बहुप्रतीक्षित कदम उठाया है। डीडीए ने नेताजी सुभाष प्लेस, नेहरू प्लेस और भीकाजी कामा प्लेस जैसे प्रमुख वाणिज्यिक क्षेत्रों में मल्टी-लेवल पार्किंग बनाने का ऐलान किया है। इस कदम से न केवल पार्किंग की समस्या का समाधान होगा, बल्कि सड़कों पर लगने वाले जाम से भी राहत मिलेगी, जिससे दिल्लीवासियों को दिन-प्रतिदिन की परेशानियों से निजात मिलेगी।
38 करोड़ रुपये में नेताजी सुभाष प्लेस में बनेगी नई मल्टी-लेवल पार्किंग!
दिल्ली के प्रमुख वाणिज्यिक क्षेत्र नेताजी सुभाष प्लेस (पीतमपुरा) में तीसरी मल्टी-लेवल पार्किंग बनाने के लिए डीडीए ने 38 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। इस पार्किंग प्रोजेक्ट के तहत, तीन लेवल होंगे, जिसमें एक बेसमेंट और सतह पर पार्किंग की जगह शामिल होगी। नेताजी सुभाष प्लेस क्षेत्र में भारी भीड़ और गाड़ियों की लगातार बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए इस पार्किंग की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी। इस पार्किंग की सुविधा मिलने से व्यापारियों और ग्राहकों दोनों के लिए पार्किंग की समस्या हल हो जाएगी और ट्रैफिक जाम की स्थिति भी कम होगी।
भीकाजी कामा प्लेस और नेहरू प्लेस में भी बनेगी मल्टी-लेवल पार्किंग!
इसके अलावा, डीडीए ने भीकाजी कामा प्लेस में पांच लेवल वाला पार्किंग लॉट बनाने के लिए 40 करोड़ रुपये की लागत से काम शुरू किया है, जो अगस्त के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। इस पार्किंग में 452 कारों और 193 दोपहिया वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था होगी। साथ ही, नेहरू प्लेस में भी छह फ्लोर वाले पार्किंग लॉट का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें 660 कारों के लिए जगह होगी, जिनमें 56 विकलांग लोगों के लिए पार्किंग की जगह होगी। इस प्रोजेक्ट की लागत 62.4 करोड़ रुपये है और यह जून तक पूरा होने की योजना है।
पार्किंग सुविधाओं में होगी अत्याधुनिक सुविधाएं
इन पार्किंग लॉट्स में न केवल पार्किंग की जगह, बल्कि आधुनिक सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी। पार्किंग गाइडेंस सिस्टम, इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) चार्जिंग स्टेशन, लिफ्ट, CCTV कैमरे, और आग से बचाव के लिए सिस्टम भी इन पार्किंग क्षेत्रों में होंगे। इसके अलावा, सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, इन पार्किंग लॉट्स में विशेष रूप से भूकंपीय सुरक्षा उपायों को भी लागू किया जाएगा, ताकि किसी भी प्राकृतिक आपदा से सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए योजना
इन पार्किंग प्रोजेक्ट्स में पर्यावरण का भी पूरा ख्याल रखा गया है। डीडीए ने पार्किंग क्षेत्र में पेड़ों की संख्या को कम न करने के लिए पेड़ों को दूसरी जगह ट्रांसप्लांट करने की योजना बनाई है। साथ ही, नए पेड़ भी लगाए जाएंगे, ताकि हरित क्षेत्र बनाए रखा जा सके। जल संरक्षण के लिए दो रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी लगाए जाएंगे, जो बारिश के पानी को संकलित करेंगे और इलाके में जलभराव की समस्या से निपटने में मदद करेंगे। इसके अलावा, स्ट्रक्चर के निर्माण के बाद पार्किंग बिल्डिंग की दीवार पर 400 वर्ग मीटर का वर्टिकल गार्डन भी विकसित किया जाएगा।
डीडीए का बड़ा उद्देश्य: जाम से मुक्ति और बेहतर जीवन
डीडीए का मुख्य उद्देश्य दिल्ली की पार्किंग समस्या को स्थायी रूप से हल करना और लोगों को एक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सुविधाजनक पार्किंग अनुभव प्रदान करना है। इन पार्किंग लॉट्स के पूरा होने के बाद, दिल्ली में सड़कों पर ट्रैफिक जाम की समस्या में कमी आएगी और नागरिकों को चलने में भी आसानी होगी। इस कदम से न केवल दिल्लीवासियों की जीवनशैली में सुधार होगा, बल्कि पर्यावरण को भी बचाया जाएगा।
क्या है DDA?
दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) की स्थापना 1957 में हुई थी। इसका उद्देश्य दिल्ली के शहरी विकास और नियोजन को सुव्यवस्थित करना था। DDA का मुख्य कार्य दिल्ली में आवास, पार्किंग, सड़कों, जल आपूर्ति, और बुनियादी ढांचे से जुड़ी परियोजनाओं का क्रियान्वयन करना है। DDA दिल्ली के विकास को सुव्यवस्थित बनाने और नागरिकों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए कई योजनाएं संचालित करता है।