अंपायर से बत्तमीजी, बैन होने से बाल बाल बचे ऋषभ पंत!: गेंद गुस्से में फेंकी जमीन पर...ICC ने दी कड़ी चेतावनी और सुनाई ये सजा
अंपायर से बत्तमीजी, बैन होने से बाल बाल बचे ऋषभ पंत!

 लीड्स (इंग्लैंड) : भारत के स्टार विकेटकीपर और टेस्ट टीम के उपकप्तान ऋषभ पंत पर अंपायर से बदतमीजी करना भारी पड़ गया। हालांकि वे बैन से बच गए, लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने कड़ी चेतावनी देते हुए एक डिमेरिट पॉइंट ठोक दिया है।

क्या हुआ मैदान पर? :

आपको बता दें कि ये घटना इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स टेस्ट के तीसरे दिन हुई, जब 61वें ओवर के बाद गेंद को बदलने की अपील की गई। ऋषभ पंत ने अंपायरों से जोर देकर गेंद बदलने की मांग की, लेकिन जब अंपायरों ने गेंद को बॉल गेज से नापकर कहा कि गेंद सही है और बदलने की जरूरत नहीं है, तो पंत गुस्से से भड़क उठे और गेंद को ज़मीन पर फेंक दिया। इस हरकत को ICC ने “अंपायर के फैसले पर सार्वजनिक असहमति” माना और आचार संहिता के लेवल 1 के तहत पंत को दोषी ठहराया।

ICC का फैसला: न फाइन, न बैन, लेकिन सख्त चेतावनी :

गौरतलब है कि पंत को आधिकारिक फटकार दी गई है। उनके अनुशासन रिकॉर्ड में एक डिमेरिट पॉइंट जोड़ दिया गया है। यह उनका पहला अपराध था और उन्होंने अपना दोष मान लिया, इसलिए कोई कार्रवाई नहीं हुई। मैच रेफरी रिची-रिचर्डसन के फैसले को पंत ने मान लिया।

इस स्थिति पर 1 टेस्ट का लग सकता बैन? :

आपको बता दें कि अगर दो साल के भीतर किसी खिलाड़ी के 4 डिमेरिट पॉइंट हो जाते हैं, तो उसे 1 टेस्ट या 2 वनडे/T20 मैचों का निलंबन झेलना पड़ता है।

किसने की शिकायत? :

गौरतलब है कि ऋषभ पंत की इस हरकत की शिकायत मैदानी अंपायर पॉल रीफेल और क्रिस गैफनी, तीसरे अंपायर शारफुद्दौला इब्ने शाद और चौथे अंपायर माइक बर्न्स ने किया था। इन्होंने संयुक्त रूप से ICC को रिपोर्ट भेजी, जिसके बाद पंत पर कार्रवाई की गई।

आचार संहिता का उल्लंघन क्या था? :

गौरतलब है कि ICC आचार-संहिता की धारा 2.8 के अनुसार, “मैच के दौरान अम्पायर के फैसले पर अनुचित और आक्रामक तरीके से असहमति दिखाना दंड के योग्य है।” इसमें न्यूनतम सजा एक फटकार होती है, जबकि अधिकतम सजा 50% मैच फीस तक जुर्माना और 2 डिमेरिट पॉइंट हो सकती है।

ऋषभ की अगली गलती बन सकती है बैन का कारण! :

अब जबकि ऋषभ पंत के खाते में 1 डिमेरिट पॉइंट जुड़ चुका है, तो अगर आने वाले दो वर्षों में उनके ऊपर तीन और ऐसे उल्लंघन जुड़ते हैं तो उन्हें सीधे बैन का सामना करना पड़ेगा।

ऋषभ पंत मैदान पर अपने आक्रामक तेवर और जोशीले अंदाज के लिए जाने जाते हैं, लेकिन इस बार उनका गुस्सा उन्हें मुश्किल में डाल सकता था। उन्हें जोश में होश नहीं खोना चाहिए। वे बैन तो नहीं हुए, लेकिन अगली बार जोश ज्यादा भारी पड़ा, तो टीम इंडिया को नुकसान उठाना पड़ सकता है

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