दिल्ली-NCR समेत देशभर में प्रदूषण व धुंध से बढ़ा आँखों को खतरा!: जानें क्या सच में जा सकती हैं आँखों की रोशनी? बचाव के लिए अपनाएं ये 5 जरूरी उपाय वही...
दिल्ली-NCR समेत देशभर में प्रदूषण व धुंध से बढ़ा आँखों को खतरा!

नई दिल्ली/सुरक्षा: देश के कई बड़े शहरों में वायु प्रदूषण ने खतरनाक स्तर पार कर लिया है। दिल्ली-एनसीआर समेत कई शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 से 400 के भी ऊपर पहुँच गया है, जिसे 'खतरनाक' श्रेणी में रखा जाता है। जहाँ इस जहरीली हवा के फेफड़ों और दिल पर पड़ने वाले असर की चर्चा होती है, वहीं यह हमारी आँखों के लिए एक 'साइलेंट किलर' बन चुका है। नेत्र विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि लापरवाही बरतने पर यह प्रदूषण आँखों की रोशनी को स्थायी नुकसान पहुँचा सकता है।

कैसे निशाना बनाता है प्रदूषण? जानिए इसके 'हथियार'

आपको बता दें कि हवा में मौजूद PM 2.5, नाइट्रिक ऑक्साइड और सल्फर डाइऑक्साइड जैसे जहरीले सूक्ष्म कण सीधे आँखों पर हमला करते हैं। ये कण:

● आँखों की प्राकृतिक आँसू की परत (Tear Film) को नष्ट कर देते हैं। इससे आँखों में सूखापन, जलन, खुजली और लालिमा की समस्या पैदा होती है। लंबे समय तक संपर्क में रहने पर मोतियाबिंद, मैक्यूलर डीजनरेशन और आँखों की रोशनी कमजोर होने का गंभीर खतरा बढ़ जाता है।

बचाव के 5 ज़रूरी 'मंत्र': आज ही अपनाएँ, कल के लिए सुरक्षित रहें

  1. 'शील्ड' की तरह पहनें प्रोटेक्टिव गॉगल्स:
    बाहर निकलते समय साधारण चश्मे पर निर्भर न रहें। वायुरोधी (Wrap-Around) चश्मा या प्रोटेक्टिव गॉगल्स जरूर पहनें। ये आँखों को चारों ओर से ढककर प्रदूषण के सीधे हमले से बचाते हैं और जहरीले कणों को अंदर जाने से रोकते हैं।

  2. 'नो टच' पॉलिसी है जरूरी: आँखों को रगड़ें नहीं:
    बाहर से आने के बाद भले ही तेज खुजली हो, लेकिन आँखों को रगड़ने की भूल कभी न करें। आपके हाथों पर लगे प्रदूषण के कण सीधे आँखों में चले जाते हैं और कॉर्निया को नुकसान पहुँचा सकते हैं। घर पहुँचकर सबसे पहले हाथ और चेहरा अच्छी तरह ठंडे पानी से धोएँ।

  3. आँखों की 'नमी' बनाए रखें, आई ड्रॉप्स का सहारा लें:
    विदित है कि प्रदूषण आँखों की प्राकृतिक नमी छीन लेता है। इसलिए डॉक्टर की सलाह से लुब्रिकेटिंग आई ड्रॉप्स (Artificial Tears) का इस्तेमाल करें। साथ ही, शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए दिनभर 8-10 गिलास पानी जरूर पिएँ। अंदरूनी नमी आँसुओं की गुणवत्ता बनाए रखती है।

  4. स्क्रीन टाइम में ब्रेक लें, '20-20-20 रूल' अपनाएँ:
    गौरतलब है कि प्रदूषण और स्क्रीन का कॉम्बिनेशन आँखों पर दोहरा दबाव डालता है। हर 20 मिनट के बाद, 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर किसी चीज को देखें। यह सरल नियम आँखों की मांसपेशियों को आराम देगा और थकान कम करेगा।

  5. डाइट में शामिल करें ये 'सुपरफूड':
    आँखों को अंदर से मजबूत बनाएँ। अपने आहार में विटामिन-ए (गाजर, पालक), विटामिन-सी (नींबू, संतरा), विटAMIN-E (बादाम) और ओमेगा-3 फैटी एसिड (अखरोट, मछली) से भरपूर चीजें शामिल करें। ये पोषक तत्व आँखों को लंबे समय तक स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

सावधानी ही बचाव है, प्रदूषण एक ऐसा दुश्मन है जो दिखता नहीं, लेकिन धीरे-धीरे शरीर के सबसे नाजुक अंगों को नुकसान पहुँचाता है। आँखों में हल्की जलन या खुजली को नजरअंदाज न करें। ये गंभीर समस्या के पहले संकेत हो सकते हैं। इन आसान उपायों को अपनी दिनचर्या में शामिल करके आप न सिर्फ आज, बल्कि भविष्य में भी अपनी आँखों की रोशनी को सुरक्षित रख सकते हैं।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य जागरूकता के लिए है। आँखों में तेज दर्द, धुंधला दिखाई देना या लगातार परेशानी होने पर तुरंत किसी नेत्र रोग विशेषज्ञ से सलाह लें। NCR पत्रिका इसकी सटीकता या व्यक्तिगत असर की जिम्मेदारी नहीं लेता।

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