स्वास्थ्य : आजकल हर दूसरा इंसान पाचन की गड़बड़ी, गैस, पेट फूलने या भारीपन की शिकायत करता नजर आता है। डॉक्टरों का कहना है कि अगर आपका पाचन ठीक नहीं है, तो शरीर की कोई प्रणाली ठीक से काम नहीं कर सकती। गड़बड़ दिनचर्या, तनाव, जंक फूड और देर रात खाने की आदतें इस समस्या की जड़ हैं। इसी बीच हार्वर्ड प्रशिक्षित गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ सेठी ने बताया है कि “दवा नहीं, सही खानपान ही पेट की असली दवा है।
उन्होंने छह ऐसे प्राकृतिक खाद्य पदार्थ बताए हैं, जो पेट की गैस, एसिडिटी और अपच से राहत देने में बेहद असरदार हैं।
1. कीवी : पेट का क्लीनर और एनर्जी बूस्टर
डॉ. सेठी बताते हैं कि कीवी में मौजूद एक्टिनिडिन एंजाइम प्रोटीन को तोड़ने में मदद करता है, जिससे खाना जल्दी पचता है। इसमें फाइबर और विटामिन-C की भरमार होती है जो कब्ज कम करता है और पेट की सूजन घटाता है। “दिन में एक कीवी खाने से कब्ज और ब्लोटिंग में फर्क महसूस होगा।”
2. पपीता : पेट की सबसे प्यारी दवा
गौरतलब है कि पपीता में मौजूद पेपेन एंजाइम भारी भोजन को भी आसानी से पचाने में मदद करता है। रिसर्च के अनुसार, लगातार 14 दिन पपीता खाने से पेट फूलना अपच 60% तक कम हो जाता है। पपीता फाइबर से भरपूर होता है और पेट को हल्का रखता है, इसलिए डॉक्टर इसे रोज़ाना खाने की सलाह देते हैं।
3. अनानास : सूजन मिटाए, पाचन बढ़ाए
विदित है कि अनानास में ब्रोमेलिन एंजाइम पाया जाता है, जो पेट की सूजन, गैस और अपच के खिलाफ रामबाण है। यह एंजाइम न सिर्फ खाना पचाने में मदद करता है, बल्कि आंत में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को भी खत्म करता है। इसमें विटामिन-C इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और पाचन तंत्र को हेल्दी रखता है।
4. खीरा : ठंडक से भरा पाचन का पहरेदार
95% पानी से बना खीरा शरीर को हाइड्रेट रखता है और कब्ज से राहत देता है। इसमें मौजूद घुलनशील फाइबर आंतों की सफाई करता है और मल त्याग को आसान बनाता है। गर्मियों में रोज खीरा खाने से एसिडिटी, गैस और पेट की जलन लगभग खत्म हो सकती है।
5. चिया सीड्स : सुपरफूड जो कब्ज मिटाए
आपको बता दें कि चिया सीड्स जब पानी में भीगे होते हैं तो जेल जैसा रूप लेकर आंतों को चिकना बनाते हैं, जिससे कब्ज से तुरंत राहत मिलती है। इसमें फाइबर और ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो पेट की सेहत के साथ दिमाग के लिए भी फायदेमंद है। रोज़ सुबह एक चम्मच चिया सीड्स पानी में भिगोकर पीने से पाचन तंत्र मजबूत होता है।
6. सौंफ : खाने के बाद की सबसे जरूरी साथी
विदित है कि भारत में खाने के बाद सौंफ खाने की परंपरा यूं ही नहीं बनी। इसमें मौजूद ऐनेथोल गैस, जलन और पेट फूलने की समस्या को तुरंत कम करता है। सौंफ पाचन एंजाइम्स को एक्टिव करती है और खाना जल्दी पचने में मदद करती है। रोज़ाना एक चम्मच सौंफ चबाना पेट को हल्का और तरोताजा रखता है।
क्यों जरूरी है पाचन का ख्याल रखना :
डॉ. सेठी के मुताबिक अगर खाना पच नहीं रहा, तो शरीर पोषण नहीं ले पाता। यही वजह है कि अच्छे पाचन को ही ‘अच्छे स्वास्थ्य की जड़’ कहा गया है। लंबे समय तक पेट की समस्याओं को अनदेखा करना अल्सर, IBS और लीवर से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है। इसलिए प्राकृतिक फूड्स को डाइट में शामिल करना और प्रोसेस्ड फूड, तला-भुना व ओवरईटिंग से दूरी रखना बेहद जरूरी है।
पेट की गैस, जलन या अपच ये आज की आम समस्या बन चुकी है, लेकिन इलाज हमारे किचन में ही छिपा है।
हार्वर्ड डॉक्टर का यह सुझाव साफ है। दवा से नहीं, पेट सही डाइट से ठीक होगा। अगर आप इन 6 फूड्स को अपनी रोजमर्रा की थाली में शामिल कर लेंगे, तो ना गैस होगी, ना जलन।
डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट मेडिकल रिसर्च और जनरल जानकारी पर आधारित है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए डॉक्टर की राय ज़रूर लें। NCR पत्रिका इसकी सटीकता या व्यक्तिगत असर की जिम्मेदारी नहीं लेती।