जानें कैसे पुलिस के हत्थे चढ़ा, 100 से ज्यादा हत्याएं करने वाला डॉक्टर डेथ!: मगरमच्छों को खिलाई लाशें, टेम्पो ड्राइवर से लेकर इन लोगों को भी बनाया शिकार, पुजारी बन छिपा बैठा था आश्रम में जब पुलिस ने?
जानें कैसे पुलिस के हत्थे चढ़ा, 100 से ज्यादा हत्याएं करने वाला डॉक्टर डेथ!

अलीगढ़/दौसा: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने भारत के सबसे खतरनाक सीरियल किलर में से एक “डॉक्टर डेथ” यानी देवेंद्र शर्मा को राजस्थान के दौसा से गिरफ्तार कर लिया है। वह पिछले एक साल से फरार था और अब आश्रम में छिपकर प्रवचन देता पाया गया। यह वही शख्स है, जो 100 से ज्यादा हत्याएं कर चुका है और शवों को कासगंज की मगरमच्छों वाली नहर में फेंकता था ताकि कोई सबूत न बचे।

डॉक्टर से दरिंदा बनने की दास्तान:

जानकारी के अनुसार देवेंद्र शर्मा, मूल रूप से यूपी के अलीगढ़ का रहने वाला है और आयुर्वेद में डिग्रीधारी डॉक्टर है। शुरुआत में वह गैस एजेंसी चलाता था, लेकिन घाटे के बाद उसने मानव अंगों की काली दुनिया में कदम रख दिया। 1998 से 2004 के बीच, वह 125 से अधिक अवैध किडनी ट्रांसप्लांट में शामिल रहा। यहीं से उसकी खूनी भूख ने जन्म लिया। किडनी रैकेट के खुलासे के बाद गिरफ्तार हुआ, लेकिन तब तक वह इंसानों की ज़िंदगियों से खेलने का आदी बन चुका था। हत्या अब उसके लिए आम बात बन चुकी थी।

लाशों को बनाता मगरमच्छों का निवाला:

आपको बता दें कि देवेंद्र अपने शिकारों के शव छिपाने के लिए उत्तर प्रदेश के कासगंज की हजारा नहर का इस्तेमाल करता था।
यह नहर मगरमच्छों से भरी हुई है, और स्थानीय लोग सालों से इससे डरे हुए हैं। यही डर डॉक्टर डेथ की सबसे बड़ी ढाल बन गया।

हत्या के बाद शवों को हजारा नहर में फेंक देता, जहां कुछ ही मिनटों में मगरमच्छ सब कुछ चट कर जाते थे। हड्डियां तक नहीं बचतीं थी न पुलिस को लाश मिलती थी न ही गवाह। इस नहर की वजह से उसके 100 से ज्यादा कत्ल सालों तक गुप्त रह गए।

टैक्सी ड्राइवरों का कातिल:

डॉक्टर डेथ का सबसे आसान टारगेट टैक्सी ड्राइवर थे। वह ग्राहक बनकर टैक्सी बुक करता, सुनसान रास्तों में ड्राइवर की हत्या करता, फिर शव को हजारा नहर में फेंक देता। टैक्सी को बेचकर पैसे कमाता। इस सिलसिले में उसने दर्जनों ड्राइवरों की हत्या की, जिनका कभी कुछ अता-पता नहीं मिला।

सजा, जेल और फिर धर्म की आड़ में फरारी :

गौरतलब है कि देवेंद्र शर्मा को अब तक 8 हत्या मामलों में दोषी ठहराया जा चुका है। इनमें 7 मामलों में उम्रकैद और 1 केस (हरियाणा के गुरुग्राम का) में फांसी की सज़ा दी गई है। वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद था। अगस्त 2023 में वह पैरोल पर बाहर आया और फिर फरार हो गया। यह कोई पहली बार नहीं था। 2020 में भी वह पैरोल पर बाहर आकर फरार हो गया था और 7 महीने तक पुलिस से बचा रहा।

इस बार उसने पूरी तरह बदल दी छवि :

आपको बता दें कि वह राजस्थान के दौसा में एक आश्रम में पुजारी बन गया। धोती पहनता, पूजा करता और प्रवचन देता था। कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था कि यह शांत दिखने वाला व्यक्ति भारत का सबसे बड़ा सीरियल किलर है।

दिल्ली पुलिस ने बनाया खुफिया योजना :

रिपोर्ट के अनुसार डॉक्टर डेथ की फरारी के बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 6 से ज्यादा टीमें बनाई थीं। लोकेशन ट्रेसिंग, इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और स्थानीय मुखबिरों के जरिए उसकी पहचान की गई। आखिरकार दौसा के आश्रम में पकड़ा गया, जब वह शांति से प्रवचन दे रहा था।

पुलिस के अनुसार, उसके खिलाफ आगे भी कई केस खोले जा सकते हैं। और ये भी संभव है कि 100 से ज्यादा मौतों के पीछे का पूरा सच अब पहली बार सामने आए।

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