विश्व : 13 जून को सुबह-सुबह ईरान की नतांज न्यूक्लियर फैसिलिटी पर जबरदस्त हमला किया गया। इजराइली मिसाइलें सीधी अंडरग्राउंड लैब में घुसी और ईरान के 6 टॉप मिलिट्री जनरल्स और 5 न्यूक्लियर वैज्ञानिक इस हमले में ख़त्म हो गए। हमले के बाद इजराइल बोला कि “ईरान को न्यूक्लियर पावर बनने नहीं देंगे, चाहे कुछ भी हो जाए।” आइए जानते हैं इजरायल को क्या है ईरान के परमाणु सम्पन्न होनें से दिक्कत, और कितने देश पहले से परमाणु सम्पन्न हैं
दुनिया में कौन-कौन परमाणु ताकत बना – और कैसे? :
1938: जर्मनी में न्यूक्लियर विखंडन की खोज हुई।
1945: अमेरिका ने हिरोशिमा-नागासाकी पर 2 परमाणु बम गिराए ‘Little Boy’ और ‘Fat Man’
1949: रूस ने पहला बम बनाया।
1952-1967: UK, फ्रांस, चीन, इजराइल बने न्यूक्लियर ताकत।
1974-1998: भारत और पाकिस्तान ने टेस्ट किए।
2006: नॉर्थ कोरिया ने किया परमाणु परीक्षण।
2025 : अब ईरान बनना चाहता न्यूक्लियर-सम्पन्न
ईरान आखिर बनाना क्या चाहता है? :
आपको बता दें कि इंटरनेशनल एजेंसी IAEA का दावा है कि ईरान का यूरेनियम 87% तक शुद्ध किया जा चुका है। बस 90% पर पहुंचा और बम तैयार हो जाएगा। यानी अगर वह न रुका तो महज कुछ हफ्तों या महीनों की दूरी है। ईरान के नेता खुलेआम कह चुके हैं – "हम जो जानते हैं, वो अब दिमागों में है… कोई बम उसे नष्ट नहीं कर सकता!"
तो इजराइल क्यों बौखलाया हुआ है? :
गौरतलब है कि ईरान के बम का पहला निशाना इजराइल होगा ये बात खुद ईरान कह चुका है। हमास-हिजबुल्लाह-हूती गठजोड़ जैसे आतंकी गुटों को ईरान की खुली फंडिंग, ट्रेनिंग और हथियार सप्लाई मिलती है। ऐसे में अगर इन्हें न्यूक्लियर मिसाइलें मिल गई तो इजरायल पर संकट आ जायेगा। इसके साथ ही मिडिल ईस्ट की लीडरशिप का भी युद्ध चल रहा यानी उसके बम बनाने से सिर्फ इजराइल ही नहीं, सऊदी अरब भी चिंतित है। सऊदी प्रिंस बोले कि – "ईरान ने बम बनाया, तो हम भी बनाएंगे।" फिर तुर्की, मिस्र जैसे देश भी होड़ में कूद सकते हैं। मतलब न्यूक्लियर होड़ फिर शुरू हो जाएगा।
क्या कोई नया देश अब बम बना सकता है? :
आपको बता दें कि 1970 में बना ‘NPT समझौता’ कहता है कि दुनिया में सिर्फ 5 देश ही परमाणु हथियार रख सकते हैं। लेकिन इस समझौते पर भारत, पाकिस्तान, इजराइल ने साइन ही नहीं किया। साउथ अफ्रीका ने बम बनाए भी तो भी नष्ट कर दिए। और अब ईरान, जिसने NPT पर साइन किया था, वो खुद इसे तोड़ने की कगार पर है!
क्या बम बनाने से कोई नहीं रोक सकता ईरान को? :
विदित है कि इजराइल ने अपने जवाबी हमलों में साफ कर दिया "जिस दिन ईरान के पास बम आया, वो दिन मिडिल ईस्ट की तबाही का होगा" 2025 की शुरुआत में जब ट्रंप की मिली धमकी का भी ईरान पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
क्या होने वाला है आगे? :
आपको बता दें कि ईरान अपने गुप्त प्लांट्स में अभी भी संवर्धन कर रहा है। इजराइल कह चुका है कि वह फिर से हमला करेगा। ऐसे में अमेरिका ईरान पर नई सख्त पाबंदियां लाने की तैयारी में। गुप्त सूत्रों के अनुसार सऊदी अरब न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी पाने के लिए चीन से गुपचुप बातचीत कर रहा है और संयुक्त राष्ट्र इस मुद्दे पर चुप है।
ईरान का न्यूक्लियर प्रोग्राम अब सिर्फ एक देश का मुद्दा नहीं रहा ये पूरे इंसानी वजूद की सबसे बड़ी चुनौती बन चुका है। जब 10 देशों के पास बम है और 11वां उसे बनाने की जिद पर अड़ा है, तो सवाल यह नहीं बचता कि अगला युद्ध कब होगा, बल्कि ये है कि क्या हम उसे रोक भी पाएंगे? न्यूक्लियर बम सिर्फ एक देश को नहीं मारता, वो पूरी धरती का गला घोंटता है। और जब धरती ही नहीं बचेगी, तो न धर्म बचेगा, न दुश्मन, न दोस्त। ऐसे में अभी संभलने का समय है नहीं तो अगली जंग लड़ने के लिए शायद इंसान ही न बचे।