क्रिकेट: यॉर्कर किंग जसप्रीत बुमराह आज 32 साल के हुए और क्रिकेट की दुनिया में बॉलिंग में नम्बर 1 का सरताज बनना इनके लिए आसान न रहा। किसान-नज़र की सादगी से निकला यह गेंदबाज़ आज उसी ऊँचाई पर है जहाँ हर कप्तान चाहता है कि गेंद आख़िरी ओवर में उसके हाथ में हो। आइए जानते हैं कैसे घर की एक छोटी मुसीबत बन गई दुनिया के सबसे खतरनाक यॉर्कर की वजह।
5 साल में उठा पिता का साया :
आपको बता दें कि बुमराह का जन्म 6 दिसंबर 1993, अहमदाबाद में हुआ। पिता का साया 5 साल में उठ गया। माँ-प्रिंसिपल ने घर की जिम्मेदारियाँ संभालीं। बस एक टी-शर्ट, एक जोड़ी फटे जूते और एक बड़ा सपना लिए बड़ा होता रहता है। गर्मियों में बाहर खेलने की मनाही थी तो घर में दीवार के निचले कोने पर गेंद मारकर शोर कम करने की रणनीति बनी यॉर्कर की असल ट्रेनिंग। माँ की नींद बचाने की चाल ने लाइन-लेंथ सिखा दी और स्टम्प्स के कोने लक्षित हो गए।
मौका मिला तो नाम कर दिया; IPL ने बनाया स्टार :
2012 में मुंबई इंडियंस के कोच जॉन राइट ने जब उन्हें देखा तो भविष्य बदल गया। 2013 के ऑक्शन में मुंबई ने उन्हें उठाया। आईपीएल में डेब्यू, और शुरुआती झटकों के साथ ही टीम इंडिया की नजरों में भी तेज़ी से जगह बनना शुरू हुआ।
IPL डेब्यू: पहली ही गेंद चौका, दूसरी भी… लेकिन अगली गेंद ने विराट कोहली को पैदल भेजा!
विदित है कि बुमराह का आईपीएल में RCB के खिलाफ डेब्यू हुआ।
पहली गेंद—चार
दूसरी—चार
और फिर ऑफ स्टंप पर इन-स्विंगर से विराट कोहली कैच आउट हो गए। पूरा स्टेडियम खामोश हो गया और बुमराह शुरू हो गए
किस्मत का ट्विस्ट: फ्लाइट टिकट और ऑस्ट्रेलिया में वनडे डेब्यू :
गौरतलब है कि बुमराह टी-20 के लिए ऑस्ट्रेलिया जाने का टिकट चूक गया। दो दिन पहले की फ्लाइट बुक हुई और बुमराह सिडनी पहुंचे। नेट्स में देख कर धोनी ने उन्हें अंतिम वनडे में खिलाया और फिर पहला इंटरनेशनल विकेट, फिर टी-20 सीरीज़ में धमाकेदार प्रदर्शन उनके क्रिकेट करियर की शुरुआत कर दी।
खेल की पहचान: अनोखा एक्शन; यॉर्कर महारत :
आपको बता दें कि बुमराह का अजीब-सा एक्शन कभी कमी नहीं, बल्कि ताकत बना। सटीक यॉर्कर, डेथ ओवर्स की हैसियत, और रन-कंट्रोल बुमराह ने तीनों फॉर्मेट में खुद को साबित किया।
रिकॉर्ड्स और कैरियर, T20 वर्ल्डकप जिताया :
गौरतलब है कि शानदार प्रदर्शन से बुमराह की तीनों फॉर्मेट में जगह पक्की हो गयी। वनडे वर्ल्ड कप 2023 में शानदार परफ़ॉर्मेंस (20 विकेट), पर टीम चैंपियन नहीं बन पायी। वहीं टी-20 वर्ल्ड कप में प्लेयर-ऑफ-द-टूर्नामेंट और टीम को खिताबी जीत दिलाने में अहम योगदान। साथ ही मुंबई इंडियंस के साथ आईपीएल में 5 टाइटल जीतें।
इंसानी पहलू, फेम के पीछे का इंसान :
आपको बता दें कि बुमराह निजी जीवन में शांत स्वभाव के है, 15 मार्च 2021 को संजना गणेशन से शादी की; 4 सितंबर 2023 को बेटे अंगद के पिता बने। गरीबी और संघर्ष के दिन कि उनकी कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जिनके पास संसाधन कम, जज़्बा ज़्यादा हो।
बुमराह सिर्फ विकेट नहीं लेते, वे ‘कठिन क्षण’ संभालते हैं। रन-रोटेशन, दबाव के समय सेक्सन, और आख़िरी ओवर में विरोधी के घुटने कंपकंपाने वाला एहसास यही उनकी सबसे बड़ी काबिलियत है। और पीछे की कहानी बताती है कि कैसे छोटी-छोटी आदतें (दीवार के कोने पर गेंद फेंकना) बड़े जुनून में बदल जाती हैं। जसप्रीत बुमराह की कहानी एक बार फिर याद दिलाती है कि प्रतिभा, लगन और थोड़ी किस्मत मिल जाए तो मैदानों पर इतिहास लिखा जा सकता है।