इजराइल का ईरान पर सबसे बड़ा हमला!: परमाणु ठिकाने तबाह, IRGC चीफ समेत 5 टॉप कमांडर ढेर, खाड़ी में जंग की आहट
इजराइल का ईरान पर सबसे बड़ा हमला!

तेहरान : शुक्रवार की सुबह 3:40 बजे ईरान की राजधानी तेहरान और दक्षिण में स्थित नतांज जैसे शहरों में जबरदस्त धमाकों से धरती कांप उठी। इजराइल की वायुसेना ने ईरान के एक साथ 6 एटमी और मिलिट्री ठिकानों पर हमला बोला, जिसमें ईरान के टॉप लीडर्स मारे गए। इजराइली मीडिया और न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट्स के अनुसार, यह "प्री-एम्प्टिव स्ट्राइक" थी  यानी इजराइल ने खतरे को भांपते हुए पहले ही हमला कर दिया। नेतन्याहू ने साफ कहा कि : "ईरान चोरी-छिपे न्यूक्लियर बम बना रहा था। हमें इसे रोकना ही था।”

मारे गए ईरान के 5 बड़े चेहरे: खामेनेई के खास IRGC चीफ भी खत्म -

आपको बता दें कि इजराइली मिसाइलों ने सिर्फ बिल्डिंग्स नहीं, बल्कि ईरान की सैन्य रीढ़ की हड्डी तोड़ दी। मरने वालों में शामिल हैं:

1. मेजर जनरल हुसैन सलामी – IRGC के कमांडर-इन-चीफ

2. जनरल मोहम्मद बघेरी – ईरानी सेना के चीफ ऑफ स्टाफ

3. फरेदून अब्बासी – परमाणु वैज्ञानिक, पूर्व IAEA प्रतिनिधि

4. मोहम्मद मेहदी तेहरांची – न्यूक्लियर फिजिसिस्ट

5. रेजा मोजाफरीनिया – मिलिट्री रिसर्च एंड डेवलपमेंट हेड

IRGC (इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स) सीधे ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई को रिपोर्ट करता है। सलामी की मौत खामेनेई के लिए निजी अपमान मानी जा रही है।

हमले का निशाना: ईरान का परमाणु ठिकाना -

गौरतलब है कि इजराइली एयरस्ट्राइक में जिन ठिकानों को निशाना बनाया गया, उनमें से 4 स्थानों पर संवर्धित यूरेनियम (Enriched Uranium) का भंडार था। इनमें नतांज, फोर्डो, इस्फहान और तेहरान के बाहरी इलाकों के सैन्य-न्यूक्लियर स्थान शामिल हैं। आईएईए ने पहले ही चेताया था कि ईरान अपने पास इतना-यूरेनियम रखा है कि वह 1 वर्ष से भी कम में 10 से 15 एटॉमिक बम बना सकता है।

IAEA की रिपोर्ट बनी ट्रिगर, इजराइल ने नहीं किया इंतजार :

आपको बता दें कि गुरुवार को ही IAEA ने ईरान के खिलाफ सख्त प्रस्ताव पास किया। अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने समर्थन किया, रूस-चीन ने विरोध। लेकिन इजराइल ने कहा अब बहुत हो गया और अगली सुबह हमला कर डाला।

अमेरिका का दोहरा रुख: शामिल नहीं लेकिन जानकारी थी :

आपको बता दें कि अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने दावा किया कि "हम इस हमले में शामिल नहीं थे।" लेकिन पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने फॉक्स न्यूज को बताया कि: "मुझे पहले से जानकारी थी कि इजराइल ईरान के परमाणु लीडर्स को खत्म करने वाला है।"

तेहरान में दहशत, एयरस्पेस सील, मिलिट्री हाई अलर्ट पर! -

गौरतलब है कि ईरान ने हमला होते ही अपने एयरस्पेस को पूरी तरह बंद कर दिया। राजधानी तेहरान और उसके आसपास सैनिकों की भारी तैनाती कर दी गई है। सभी न्यूक्लियर प्रोजेक्ट को ‘फुल शील्डिंग’ में भेज दिया गया है।

नेतन्याहू की चेतावनी, ईरान पैदा कर सकता खतरा; हम तैयार-

जानकारी के अनुसार इजराइली पीएम ने कहा कि : "ईरान का परमाणु कार्यक्रम सिर्फ इजराइल नहीं, पूरी दुनिया के लिए खतरा है। हमारे नागरिकों को अगले कुछ दिनों तक सतर्क और सहयोगी रहना होगा।
अगर ईरान पलटवार करता है, तो हम दूसरा बड़ा वार करने के लिए तैयार हैं।”

क्या अब मिडिल ईस्ट में फिर छिड़ेगा युद्ध :

आपको बता दें कि ईरान की सेना ने भी बयान जारी किया कि : "अगर कोई हमारे ऊपर युद्ध थोपेगा, तो हम उसे जवाब देंगे, और वो जवाब निर्णायक होगा।” इस बयान के बाद माना जा रहा है कि ईरान जवाबी हमला कर सकता है  चाहे वो इजराइल हो या अमेरिका के खाड़ी में मौजूद बेस।

40,000 अमेरिकी सैनिक खतरे में, राजनयिकों की वापसी शुरू :

अमेरिका ने इराक, सीरिया और यूएई में मौजूद अपने डिप्लोमेट्स को वापसी का आदेश दिया है। परिवारों को भी वापसी की छूट दे दी गई है। फारस की खाड़ी में मौजूद 40,000 अमेरिकी सैनिकों को “DefCon 2” अलर्ट पर रखा गया है।

ईरान का दावा: "हमारा परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण था" -

ईरान के विदेश मंत्रालय और परमाणु एजेंसी ने संयुक्त बयान में कहा— "हम बिजली और चिकित्सा के लिए यूरेनियम संवर्धन कर रहे थे। हम कभी भी हथियार नहीं बनाना चाहते थे।”

लेकिन अब दुनिया के सामने सवाल है क्या यह शांति का मुखौटा था या किसी बड़े खतरे की तैयारी?

इजराइल ने ईरान पर हमला कर परमाणु खतरे को खत्म करने की कोशिश की, लेकिन इसके साथ ही मिडिल ईस्ट में जंग की आग भड़क गई है। IRGC चीफ समेत कई शीर्ष अधिकारी मारे गए हैं, ईरान पलटवार की चेतावनी दे चुका है। अगर यह टकराव बढ़ा, तो इसका असर पूरी दुनिया पर पड़ेगा। आने वाले दिन बेहद निर्णायक और विस्फोटक हो सकते हैं।

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