Dhurandhar Movie Review: आदित्य धर की फिल्म 'धुरंधर' आखिरकार रिलीज हो चुकी है और रिलीज के पहले ही शो से फिल्म ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है। रणवीर सिंह का तूफ़ानी एक्शन, अक्षय खन्ना का रोंगटे खड़े कर देने वाला खामोश खतरा और कहानी का ऐसा सस्पेंस, जिसने दर्शकों को थिएटर में सीट पकड़कर बैठने पर मजबूर कर दिया। अगर आप फिल्म देखने का प्लान बना रहे हैं, तो पहले ये डिटेल्ड रिव्यू जरूर पढ़ें।
कहानी: बदले, राजनीति और मानसिक खेल की जंग
फिल्म की कहानी एक ऐसे रहस्य से शुरू होती है जिसे शुरुआत में समझना आसान नहीं। रणवीर सिंह का किरदार एक तेज़-तर्रार पुलिस अधिकारी है जो एक हाई-प्रोफाइल केस की जांच में है। इस केस का हर धागा अक्षय खन्ना के किरदार से जुड़ता दिखता है, एक ऐसा इंसान जो कम बोलता है, लेकिन हर शब्द खामोश आतंक लेकर आता है।
कहानी में
•राजनीति का दखल
•अपराध की अंधेरी दुनिया
•और मानसिक खेल
इतने खतरनाक तरीके से जुड़े हैं कि फिल्म एक मिनट के लिए भी धीमी महसूस नहीं होती।
ओपनिंग सीन: शुरुआत में ही झटका
पहले ही 7 मिनट में फिल्म एक ऐसा ट्विस्ट देती है जिससे दर्शक तुरंत कहानी में डूब जाते हैं।
•रणवीर की एंट्री एक हैवी एक्शन फ्रेम से होती है
•अक्षय की एंट्री रहस्य और डर से भरी हुई
यही दो मिजाज पूरी फिल्म का टोन सेट कर देते हैं।
रणवीर सिंह: हर फ्रेम में आग
रणवीर इस फिल्म की जान हैं।
दमदार डायलॉग
हाई-वोल्टेज एक्शन
गुस्सा और इमोशन का बेहतरीन मेल
उनकी स्क्रीन पर मौजूदगी इतनी शानदार है कि जब भी वह आते हैं, सीन खुद उभरकर सामने आता है।
अक्षय खन्ना: खामोशी में छुपा राक्षस
इस फिल्म का सबसे बड़ा ‘खतरा’ अक्षय खन्ना हैं।
•उनके चेहरे का ठहराव
•उनकी आंखों में दबा हुआ अंधेरा
•और बेहद धीमे, काट देने वाले संवाद
दर्शक को अंदर तक डरा देते हैं। कई सीन में उनकी सिर्फ खामोशी ही थिएटर में सन्नाटा भर देती है।
सपोर्टिंग कास्ट: सरप्राइज़ पैकेज
फिल्म में कुछ सपोर्टिंग एक्टर्स हैं जो छोटे-छोटे रोल को भी इतना असरदार बनाते हैं कि कहानी और मजबूत लगती है। एक खास किरदार इंटरवल के आसपास ऐसा ट्विस्ट लाता है जिसे देखकर थिएटर में “ओह माय गॉड!” की आवाजें आती हैं।
सिनेमैटोग्राफी: अंधेरा, रोशनी और कैमरे का जादू
आदित्य धर ने इस फिल्म को विजुअली बेहद स्टाइलिश बनाया है।
अंधेरी गलियों में पीछा करने वाले सीन
बारिश में शूट किए गए हाई-एड्रेनलिन मोमेंट
और ड्रोन शॉट्स से बना सस्पेंस
यह फिल्म को इंटरनेशनल फील देते हैं।
एक्शन: हॉलीवुड-लेवल स्टंट
रणवीर के एक्शन सीक्वेंस
•बिना रुकावट
•बिना ओवरस्टाइलिंग
•और रियलिस्टिक टच के साथ
शूट किए गए हैं। क्लाइमैक्स में रणवीर और अक्षय की टक्कर वाली फाइट देखने लायक है, थिएटर में लोग सीटियां बजा देते हैं।
बैकग्राउंड म्यूजिक: डर की धड़कन
फिल्म का BGM एक अलग ही कैरेक्टर है।
अक्षय के हर सीन में लो-फ्रीक्वेंसी डर
रनवीर के एक्शन में धमाका
सस्पेंस में तेज heartbeat-जैसी आवाजें
ये सब मिलकर फिल्म को और प्रभावशाली बनाते हैं।
डायरेक्शन: आदित्य धर की अब तक की सबसे मजबूत फिल्म
आदित्य धर ने 'धुरंधर' को
•तेज रफ्तार
•बिना फालतू गानों
•और सटीक एडिटिंग
के साथ पेश किया है। उनका नियंत्रण हर सीन में दिखाई देता है।
कमियां: हां… थोड़ी हैं
एक-दो जगह दूसरे हाफ में
•10–12 मिनट फिल्म थोड़ी खिंची हुई महसूस होती है
•एक गाना कहानी की रफ्तार को धीमा करता है लेकिन ये छोटी खामियां फिल्म की कुल ताकत के सामने फीकी पड़ जाती हैं।
थिएटर में रिएक्शन: सीटियां, ताली और सन्नाटा
रणवीर की एंट्री पर सीटियां
अक्षय के साइकोलॉजिकल सीन पर खामोशी
क्लाइमैक्स में तालियों की गड़गड़ाहट
ये फिल्म पूरा थिएटर-एक्सपीरियंस देती है।
बॉक्स ऑफिस प्रेडिक्शन
ट्रेड एक्सपर्ट्स के मुताबिक फिल्म, पहले दिन 18–22 करोड़ की ओपनिंग दे सकती है। वीकेंड कलेक्शन 60+ करोड़ पार जाने की उम्मीद है।
कौन देखें फिल्म?
•थ्रिलर पसंद करने वाले
•रणवीर सिंह फैंस
•अक्षय खन्ना की intense acting के चाहने वाले
•हाई-सस्पेंस, तेज़-रफ्तार फिल्में देखने वाले
यह फिल्म उनके लिए 100% worth है।
फाइनल वर्डिक्ट
‘धुरंधर’ एक दमदार, सस्पेंस-भरी, एंटरटेनिंग और दिल दहला देने वाली फिल्म है। रणवीर का क्रोध और अक्षय का खौफ मिलकर इस फिल्म को एक दूसरी ही लेवल पर ले जाते हैं।
रेटिंग: (4/5)
•स्टोरी: 4/5
•एक्टिंग: 4.5/5
•सस्पेंस: 4/5
•एक्शन: 5/5