दिल्ली ब्लास्ट अपडेट: संदिग्ध वांटेड लाल कार फरीदाबाद से बरामद, वही NIA जाँच में जुटी, क्या 200 IED बनाकर मुंबई अटैक जैसा हमला करने की थी पूरी योजना?
दिल्ली ब्लास्ट अपडेट

फरीदाबाद/दिल्ली : 13 नवंबर 2025: दिल्ली लाल किला ब्लास्ट मामले में आज एक बड़ा खुलासा हुआ है। फरीदाबाद पुलिस ने खंडवली गांव के पास संदिग्ध लाल रंग की फोर्ड इकोस्पोर्ट कार (DL 10 CK 0458) को घेराव करके बरामद किया है। यह कार दिल्ली ब्लास्ट में शामिल आतंकी उमर उन नबी के नाम पर फर्जी पते से रजिस्टर्ड थी।

200 IED बनाने की थी तैयारी :

आपको बता दें कि जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि इस आतंकी मॉड्यूल ने 200 से ज्यादा पावरफुल IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बनाने की योजना बनाई थी। इसीलिए 2900 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री जुटाई गई थी। यह मॉड्यूल मुंबई 26/11 जैसे बड़े हमले की प्लानिंग कर रहा था, जिसमें एक साथ कई शहरों में धमाके और AK-47 जैसी राइफलों से फायरिंग कर कत्लेआम करना शामिल था।

अल-फलाह यूनिवर्सिटी का डॉक्टर वांटेड :

जांच एजेंसियों को अल-फलाह यूनिवर्सिटी के एक और डॉक्टर निसार उल हसन की तलाश है, जो दिल्ली ब्लास्ट के बाद से फरार है। निसार की बेटी भी इसी यूनिवर्सिटी में पढ़ती है और उससे पूछताछ जारी है।

यूनिवर्सिटी का पहला बयान :

अल-फलाह यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर प्रो. भूपिंदर कौर आनंद ने पहली बार बयान जारी कर कहा कि गिरफ्तार डॉक्टरों का यूनिवर्सिटी से सिर्फ पेशेवर संबंध था। यूनिवर्सिटी में किसी भी तरह का विस्फोटक स्टोर नहीं किया जाता और सभी काम कानून के दायरे में होते हैं।

फरीदाबाद में जमा किए विस्फोटक

जांच में सामने आया है कि आतंकियों ने जानबूझकर फतेहपुर तगा और धौज जैसे मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में विस्फोटक जमा किए, ताकि किसी को शक न हो। फतेहपुर तगा के घर से 2563 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद हुआ था।

व्हाइट कॉलर आतंकवाद का नया चेहरा, इंजीनियर-डॉक्टर सब शामिल :

आपको बता दे कि यह मामला व्हाइट कॉलर आतंकवाद के बढ़ते खतरे को उजागर करता है। देशभर में डॉक्टरों, इंजीनियरों और प्रोफेसरों के आतंकी नेटवर्क में शामिल होने के कई मामले सामने आए हैं। इनमें पुणे के डॉ. अदनान अली, IIT मुंबई के इंजीनियर अहमद मुर्तज़ा अब्बासी और याहू के प्रिंसिपल इंजीनियर मंसूर पीरभॉय जैसे नाम शामिल हैं।

गुरुग्राम में मुंबई जैसी सुरक्षा योजना :

इस खुलासे के बाद गुरुग्राम पुलिस ने मुंबई 26/11 जैसी सुरक्षा SOP तैयार की है। भीड़भाड़ वाली जगहों और अस्पतालों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

आम नागरिकों के लिए अलर्ट और प्रशासन की सख्ती :

गौरतलब है कि जांच के बाद सुरक्षा-प्रबंध कड़े कर दिए गए हैं। संवेदनशील स्थलों पर चेकिंग, पेट्रोलिंग बढ़ाई गई है। फरीदाबाद-गुरुग्राम-दिल्ली के प्रमुख बाजार, अस्पताल और ट्रांसपोर्ट हब पर विशेष SOP लागू किए गए हैं। स्थानीय पुलिस और केंद्र शासित एजेंसियों का समन्वय रात-दिन बना हुआ है।

फिलहाल दिल्ली और हरियाणा पुलिस की संयुक्त टीमें इस आतंकी नेटवर्क के सभी कनेक्शनों का पता लगाने में जुटी हैं। इस मामले में अब तक कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं और और संदिग्धों की तलाश जारी है।

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