उत्तराखंड नानकमत्ता: गौरतलब है कि 28 मार्च को ऊधमसिंह नगर के गुरुद्वारे में बाइक पर आए हमलावरों ने नानकमत्ता बाबा तरसेम सिंह की गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी। तभी से इलाके में सनसनी फैली हुई है।
इस मामले मे पुलिस खुलासा किया है कि डेरा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या का सौदा 10 लाख रुपये में हुआ था। हत्या करने वाले शॉर्प शूटर पांच लाख रुपये एडवांस भी ले चुके थे। पुलिस ने यूपी के पीलीभीत से चार लोगों को पकड़कर पूरे मामले का खुलासा किया। पकड़े गए आरोपियों में डेरा कार सेवा का एक सेवादार भी शामिल है। हालांकि पुलिस ने हत्या की वजह और सुपारी किसने दी थी इसकी जानकारी नहीं दी है।
हत्यारोपियों को शरण देने वालों को किया गया गिरफ्तार
नानकमत्ता में एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि 28 मार्च को दो बदमाशों ने बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को नामजद किया था। मुख्य हत्यारोपी तरनतारण पंजाब निवासी सर्बजीत सिंह और बिलासपुर यूपी निवासी अमरजीत सिंह की तलाश में पुलिस ने पांच राज्यों और भारत-नेपाल सीमा पर दबिश दी थी। पुलिस ने हत्यारोपियों को शरण देने, हथियार उपलब्ध कराने में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार किया। घटना में प्रयुक्त दो कारें और दो मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं। इनमें निगोही शाहजहांपुर (यूपी) निवासी दिलबाग सिंह, बरा अमरिया (पीलीभीत) निवासी अमनदीप सिंह, तिलहर शाहजहांपुर निवासी हरमिंदर और बांधे पीलीभीत निवासी बलकार सिंह शामिल हैं। अमनदीप उर्फ डेरा कार सेवा का सेवादार है।
खटीमा के निजी अस्पताल मे हुई मौत
सूत्रों के अनुसार कार सेवा डेरा प्रमुख नानकमत्ता बाबा तरसेम सिंह को मोटरसाइकिल पर आए अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी। गंभीर रूप से घायल तरसेम सिंह को इलाज के लिए खटीमा के निजी अस्पताल ले जाया गया है। जहां उनकी मौत हो गई। अस्पताल में तरसेम सिंह को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई। हत्या के बाद से इलाके में सनसनी फैली हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी थी। पुलिस ने बाबा तरसेम सिंह के शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। साथ ही उनपर हमला करने वाले आरोपी की तलाश के लिए टीमों को लगाया गया है।
तीन सेकेंड में मारी दो गोली
प्राप्त जानकारी के अनुसार नानकमत्ता में डेरा प्रमुख तरसेम सिंह को हमलावरों ने 3 सेकेंड में 2 गोली मारी थी। हमलावर सीसीटीवी फुटेज में कैद हुए है। एसएसपी मंजुनाथ टीसी का कहना है कि घटना की जांच की जा रही है। बाइक पर पीछे बैठे हमलावर ने दो गोली मारी थी।
एसआईटी का किया गया था गठन
उत्तराखंड पुलिस ने बताया है कि नानकमत्ता गुरुद्वारा कार सेवा प्रमुख की हत्या और जांच के लिए 11 टीमें काम कर रहीं थीं और साथ ही SIT की टीम को भी गठित किया गया था।
आरोपी 19 मार्च से नानकमत्ता गुरुद्वारा मे रुक रहे थे
बाबा तरसेम की हत्या करने वाले आरोपी 19 मार्च से नानकमत्ता गुरुद्वारा की सराय में रह रहे थे। सराय में उनकी आधार कार्ड, आईडी और हेल्थ कार्ड भी बरामद हुए थे। जिनके हिसाब से आरोपी पंजाब के रहने वाले है। हालांकि पुलिस को आशंका थी कि उनकी आईडी फर्जी हो सकती है।