UPPSC Exam Paper Leak: आरओ/एआरओ पेपर लीक मामले की परतें खुलना शुरू हो गई हैं। जांच में पता चला कि बर्खास्त सिपाही ने कई लोगों से पैसे लेकर हल प्रश्न पत्र भेजे थे।
आरओ-एआरओ भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने वाले गैंग का लखनऊ एसटीएफ ने शुक्रवार को खुलासा कर दिया। बर्खास्त सिपाही अरुण सिंह और उसके साथी सौरभ शुक्ला को लखनऊ एसटीएफ ने कौशाम्बी के मंझनपुर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इनके पास से आरओ-एआरओ परीक्षा का पेपर, मोबाइल, कार औच 14 हजार रुपये बरामद हुआ है। इस गैंग में पेपर आउट कराने वाले अजय शर्मा, व्यापम घोटाले के आरोपी रहे डॉ. शरद सिंह के साथ और कई को एसटीएफ ने वांछित किया है। 15 फरवरी को कौशाम्बी में पकड़े गए सॉल्वर गैंग से इनके संबंध है।
लोकसेवा आयोग ने समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी (RO,ARO) की प्रारंभिक परीक्षा 11 फरवरी को दो पालियों में कराई गई। एक्जाम शुरू होने से पहले ही पेपर आउट हो गया और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। लोकसेवा आयोग के सचिव ने परीक्षा निरस्त होने के बाद प्रयागराज के सिविल लाइंस थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। शासन के आदेश पर लखनऊ एसटीएफ इस प्रकरण की जांच कर रही थी।
जब सौरभ ने अरुण का नाम अखबार में देखा तो दोनों डर गए। इसके बाद सौरभ ने अपना मोबाइल अवध चौराहे के पास नहर में फेंक दिया। बता दें कि अरुण 2011 में प्रदेश पुलिस में आरक्षी के पद पर भर्ती हुआ था। 2019 में शिक्षक भर्ती परीक्षा में नकल कराने के मामले में उसे एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था, जिसके बाद वह बर्खास्त हो गया था। इसके बाद वह प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर आउट व नकल कराने लगा।
उसने नवीन कुमार सिंह, योगेन्द्र विकल, नेहा दीक्षित, अंशुमान सिंह, अमित सिंह, नागेंद्र मिश्रा, झांसी में कोचिंग चलाने वाले सत्येंद्र, प्रयागराज की उदय एकेडमी के उदयभान मौर्या, प्रतापगढ़ में वीडीओ फरीद अंसारी समेत कई लोगों को पेपर व्हाट्सएप किया था। अरुण के पास बरामद प्रश्न पत्र बुकलेट जिस पर बारकोड व प्रश्न पत्र पुस्तिका क्रमांक अंकित है, के बारे में लोक सेवा आयोग से पता किया गया तो सामान्य अध्ययन की बुकलेट एमएलएमएल इंटर काॅलेज, रिकाबगंज, अयोध्या व सामान्य हिन्दी की बुकलेट शिव प्रताप सिंह इंटर काॅलेज, अमेठी के परीक्षा केंद्र की मिली।
पकड़े गए बर्खास्त सिपाही अरुण ने एसटीएफ को बताया कि आरओ-एआरओ(RO, ARO) एक्जाम शुरू होने से पहले ही 11 फरवरी की सुबह अजय शर्मा ने उसे पेपर व्हाट्स एप पर भेजा था। इसी के बाद अरुण ने हल प्रश्नपत्र व्हाट्सएप के जरिए और कई लोगों को भेजा था और लाखों रुपये कमाए। पुलिस एक्जाम के पेपर लीक प्रकरण में भी इनकी संलिप्ता सामने आई है। पुलिस अब अजय शर्मा समेत अन्य की तलाश में छापामारी कर रही है।
आरोपी अरूण सिंह ने फरवरी 2024 में आरओ/एआरओ का पेपर लीक कराकर देने के लिए कहा था। अजय शर्मा ने सौरभ से कहा कि परीक्षा के दिन 2-3 घण्टे पहले पेपर मिल जायेगा, पूरी तैयारी रखो। जांच में सामने आया कि 10 फरवरी को सौरभ ने अपने विद्यालय के पीछे स्थित एक होटल में अरुण सिंह को रुकवाया था।
अजय शर्मा ने पेपर का पीडीएफ व्हाट्सएप पर भेजा था। उसमें सामान्य अध्ययन (gs) और हिन्दी का प्रश्न पत्र था। जिसके सभी उत्तर पर निशान लगा था। इस पर सौरभ को इस बात पर विश्वास हो गया था कि आरओ/एआरओ का असली पेपर है। जिसे सौरभ ने अरूण सिंह को व्हाटस्अप पर भेज दिया था। अरूण सिंह ने कई लोगों को उसी समय पेपर भेज दिया था।
एसटीएफ के मुताबिक राजीव नयन ने 2021 में यूपी टीईटी का पेपर लीक कराया था। तब एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था। इसके बाद उसने 2023 में संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा, मध्यप्रदेश का पेपर लीक कराया था, जिसमें उसे गिरफ्तार किया गया था। एमबीबीएस करने वाले रवि अत्री ने 2015 में एआईपीएमटी संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा व MP का पेपर भी लीक कराया था।
अरूण कुमार सिंह साल 2011 में यूपी पुलिस में आरक्षी के पद पर भर्ती हुआ था। लेकिन 2019 में शिक्षक भर्ती परीक्षा में नकल कराने के चलते एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया था जिसके बाद उसे नौकरी से निकाल दिया गया था तब से अरुण कुमार प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर आउट व नकल कराने में शामिल था।
अरूण ने पेपर को नवीन कुमार सिंह को व्हाटसएप किया था नवीन खुद आरओ-एआरओ का अभ्यर्थी था। नवीन के अलावा योगेन्द्र विकल सर, नेहा दीक्षित, अन्शुमान सिंह गोंडा, अमित सिंह, अंबेडकर निवासी नागेन्द्र मिश्र और सत्येन्द्र सर जो झांसी में कोचिंग चलाते है, उदयभान मौर्या, उदय एकेडमी प्रयागराज, फरीद अंसारी जो प्रतापगढ़ में ग्राम विकास अधिकारी है। इसके अतिरिक्त भी कई लोगों को व्हाट्सएप किया था।