रिफाइंड से बने पनीर की धड़ल्ले से बिक्री, लोगो के स्वास्थ्य से हो रहा हैं खिलवाड़: खाद्य विभाग की बड़ी कार्यवाही, एडीएम कोर्ट में कराया मुकदमा दर्ज 
रिफाइंड से बने पनीर की धड़ल्ले से बिक्री, लोगो के स्वास्थ्य से हो रहा हैं खिलवाड़

नोएडा और ग्रेटर नोएडा में खाद्य विभाग की जांच में बहुत बड़ा खुलासा हुआ है। जहाँ लोग आज कल पनीर खाना काफी पसंद करते हैं। क्या आप जानते हैं पनीर खाना जान लेवा भी हो सकता है? अब ये बात अटपटा लग सकता है कि पनीर कैसे जानलेवा हो सकता है। मगर ये सच है। 

दरअसल खाध विभाग की ताजा रिपोर्ट तो यही बयां कर रही है, गौरतलब है कि विगत में विभाग द्वारा जगह जगह से नकली पनीर के संदेह में नमूने लिए गए थे जिसमे से करीबन एक-तिहाई से ज्यादा नमूनें मानकों पर खरा नहीं उतर पाए। 

दरअसल गौतमबुद्धनगर में विभाग ने पिछले साल दिसंबर में पनीर की जांच करने के लिए विशेष अभियान चलाया था। इसके तहत नोएडा, ग्रेनो, दादरी और जेवर स्थित अलग-अलग दुकानों, रेस्तरां और पनीर भंडार से 18 नमूने लिए गए थे। वहीं प्रयोगशाला से आई जांच रिपोर्ट में तीन नमूने असुरक्षित मिले, जबकि पांच सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे। जिसके बाद खाद्य विभाग ने सभी के खिलाफ एडीएम कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया है। 

चिकनाई के लिए दूध में रिफाइंड मिलाया जाता है

गौरतलब है कि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नोएडा सेक्टर-62 स्थित रेड तंदूर रेस्तरां और सेक्टर-62 के लक्ष्मी डेयरी से लिया गया नमूना असुरक्षित निकला है। इसके अलावा जेवर टोल प्लाजा पर एक गाड़ी से लिया गया सैंपल भी असुरक्षित पाया गया है। बता दें कि जिस गाड़ी का सेम्पल असुरक्षित पाया गया है। उस गाड़ी के बारे में बताया जा रहा है कि अलीगढ़ से पनीर लेकर दिल्ली जा रही थी। वहीं ये गाड़ी हनीफ नाम के शख्स की बताई जा रही है। हालांकि गाड़ी आरिफ नाम का व्यक्ति चला   रहा था। वहीं भंगेल रोड स्थित शिव डेयरी, कासना स्थित पारस ब्रांड पनीर, नोएडा स्थित सेक्टर-75 स्थित मैक्स हाइपर मार्केट इंडिया और अन्य से लिए गए सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे। इस पांचाें नमूने में वसा की मात्रा कम पाई गई है।
हालांकि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पनीर बनाने से पहले आरोपी दूध से क्रीम निकाल लेते हैं। इसके बाद रिफाइंड मिलाकर पनीर बनाते है। वहीं मिली जानकारी के अनुसार दूध में रिफाइंड इसलिए मिलाया जाता है। बता दें कि पनीर में चिकनाई के लिए दूध में रिफाइंड या अन्य तेल मिलाया जाता है। घी की जगह रिफाइंड से काम किया जाता है। यह स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक होता है। यह जानलेवा हो सकता है। 

रिफाइंड की मिलावट से शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा

गौरतलब है कि आजकल के युवा जो जिम जाने वाले होते हैं। उन्हें  प्रोटीन की जरूरत होती है। जिसमें कई तरह की चीजों को खाते हैं। इसमें पनीर भी शामिल है। मिली जानकारी के मुताबिक युवा रोजाना 100 से 250 ग्राम पनीर खाते है। लेकिन मिलावटी पनीर उनके स्वास्थ्य पर खराब असर डाल रहा है। बता दें कि मिलावटी पनीर से युवाओं में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की बीमारी हो सकती है। उससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। 
जहां कई रिपोर्ट में यह सामने आ चुका है कि आजकल के युवाओं में दिल का दौरा पड़ने की बात सामने आना आम हो गया है। हालांकि पनीर में रिफाइंड की मिलावट से शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है। इससे दिल के दौरे पड़ने का खतरा बढ़ जाता है।  पेट और आंतों में सूजन और छाले होने की समस्या हो सकती है। जो भविष्य में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी भी बन सकती है।  लेकिन जिस तरह से  खाद्य विभाग के अधिकारी इसको लेकर सजग हैं। इससे साफ़ तौर पर लगता है कि नकली पनीर का कारोबार करने वालों पर शिकंजा कसा जा सकता है।

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