पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी की मौत और आतंक के अध्याय का अंत?: खौफ से कापता था कभी पूर्वांचल...
पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी की मौत और आतंक के अध्याय का अंत?

यूपी: बांदा जेल में बंद, गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की गुरुवार रात उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाने के कुछ ही घंटों के भीतर कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई।

 मौत के बाद जारी मेडिकल बुलेटिन में कहा गया कि शाम लगभग 8:25 बजे मुख्तार अंसारी (63) को जेल कार्मिकों द्वारा रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज, बांदा के आकस्मिक विभाग में उल्टी की शिकायत एवं बेहोशी की हालत में लाया गया। मरीज को 9 डॉक्टर्स की टीम द्वारा तत्काल चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई गई। परंतु भरसक प्रयासों के बावजूद कार्डियक अरेस्ट के कारण मरीज की मृत्यु हो गई। 

 अफजल अंसारी ने लगाया था ज़हर देने का आरोप 

अंसारी को इससे पहले 26 मार्च को भी पेट दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में उन्हें छुट्टी दे दी गई। उनके भाई और ग़ाज़ीपुर से सांसद अफ़ज़ाल अंसारी ने आरोप लगाया था कि उन्हें जेल में ज़हर दिया गया था।

 माफिया मुख्तार 

पाँच बार के पूर्व विधायक अंसारी को पाँच दर्जन से अधिक मामलों का सामना करना पड़ा और वह 2005 से जेल में थे। उन्होंने कथित तौर पर एक आपराधिक सिंडिकेट के माध्यम से पूर्वी यूपी के ग़ाज़ीपुर-मऊ-वाराणसी क्षेत्र में प्रभाव जमाया और क्षेत्र के अन्य 'बाहुबलियों' के साथ प्रतिद्वंद्विता में शामिल था। पिछले 18 महीनों में उन्हें सात मामलों में दोषी ठहराया गया था।
जून 2023 में, एमपी/एमएलए अदालत ने उन्हें यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के भाई अवधेश राय की हत्या के लिए आजीवन कारावास की सजा सुनाई। इससे पहले अप्रैल 2023 में, पूर्व विधायक को क्रमशः विश्व हिंदू परिषद नेता नंद किशोर रूंगटा के अपहरण और 2005 में भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के मामलों में 10 साल की सजा सुनाई गई थी। उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि उसने अंसारी समूह से संबंधित ₹600 करोड़ से अधिक की संपत्तियों को जब्त या ध्वस्त कर दिया और कथित तौर पर समूह से संबंधित पांच अपराधियों को मुठभेड़ों में मार डाला।

 लागू की गई धारा 144 

यू.पी. पुलिस ने आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी, जिससे अंसारी की मौत के बाद राज्य भर में बड़ी सभाओं पर रोक लगा दी गई। मऊ, वाराणसी और ग़ाज़ीपुर में, जहां उनका काफी प्रभाव है, पुलिस ने मार्च निकाला और अतिरिक्त जवानों को तैनात किया।

 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलाई आपात बैठक 

मुख्तार अंसारी की मौत के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने आपात बैठक बुलाई है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसी भी हालत में राज्य में कानून व्यवस्था में कोई तरह की दिक्कत नहीं हो। लॉ एंड ऑर्डर को लेकर राज्य के कई हिस्सों में प्रशासन को अलर्ट किया गया है।

 समाजवादी पार्टी ने जताया दु:ख 

समाजवादी पार्टी (सपा) ने अंसारी के निधन पर शोक व्यक्त किया। सपा ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि पूर्व विधायक श्री मुख्तार अंसारी का दु:खद निधन। शोक संतप्त परिवार के सदस्यों को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति मिले।

 आज़म को भी लगने लगा डर 

अंसारी की मौत की खबर फैलते ही सपा नेता और पूर्व मंत्री आई.पी.सिंह ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की कि जेल में बंद सपा नेता आजम खान को तुरंत यूपी से किसी गैर-भाजपा शासित राज्य की किसी जेल में स्थानांतरित किया जाए।;उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय से मेरी व्यक्तिगत अपील है कि आठ बार विधायक, सांसद और कई बार कैबिनेट मंत्री रहे श्री आजम खान साहब को तुरंत उत्तर प्रदेश की जेल से गैर-भाजपा शासित राज्य में स्थानांतरित किया जाना चाहिए। अगली बड़ी साजिश उनके साथ हो सकती है।

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