सोशल मीडिया पर एल्विश यादव की बेसुध मां वीडियो हो रहा है जमकर वायरल: क्या है NDPC Act... जिसमें एल्विश ही नहीं शाहरुख खान का बेटा आर्यन भी और ये अभिनेत्री भी फंस चुकी हैं
सोशल मीडिया पर एल्विश यादव की बेसुध मां वीडियो हो रहा है जमकर वायरल

एल्विश यादव के रेव पार्टी में सांपों के जहर सप्लाई करने के मामले में जेल भेजे गए, एनडीपीएस एक्ट की धारा 27ए परेशानी का सबब बनेगी। एक अभिनेत्री शाहरुख खान के बेटे और आर्यन पर भी यह धारा लगी थी। 

बिग बॉस ओटीटी 2' ( big Boss OTT 2) के विजेता और मशहूर यूट्यूबर एल्विश यादव की मुश्किलें कम नहीं हो पा रही हैं। सांपों के जहर सप्लाई के इस मामले में एल्विश यादव को रेव पार्टी में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। बीते दिन खबर आई कि एल्विश यादव ने अपनी गलती कबूल कर ली है। जहां एल्विश यादव बेफिक्र नजर आ रहे हैं और वहीं उनकी मां का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है।

सांपों के जहर सप्लाई करने के मामले में रेव पार्टी में जेल भेजे गए एल्विश यादव को जमानत दिलाने के लिए हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक के वकील जुटे हैं। एल्विश के वकीलों की टीम सोमवार को नोएडा आई और लुक्सर जेल भी गई थी। हालांकि एनडीपीएस एक्ट की धारा-27ए एल्विश के लिए परेशानी का सबब बन गई है। 

धारा-27ए एक्ट के तहत सुशांत सिंह राजपूत मामले में अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती और फिल्मस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को कई दिनों तक जेल में रहना पड़ा था। तीन नवंबर 2023 को जब पीएफए की तरफ से एल्विश समेत अन्य पर जब मुकदमा दर्ज किया गया था तब वन्य जीव अधिनियम और आईपीसी की धारा 120बी एफआईआर में थी। 

सांपों के जहर सप्लाई करने व विष का कारोबार करने के आरोप में कोतवाली सेक्टर-20 पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत कई धाराएं बढ़ाई है। इनमें एनडीपीएस 8/20/27/ 27ए/29/30/32 शामिल है। एल्विश को इन धाराओं के तहत दोषी पाए जाने पर 20 साल तक की सजा हो सकती है। इसके साथ इस जुर्माना भी लग सकता है।

सुप्रीम कोर्ट के वकील पीयूष भारद्वाज के मुताबिक एनडीपीएस की धारा 27-ए एल्विश को सबसे अधिक परेशान कर सकती है। एनडीपीएस एक्ट लगने के बाद उसे जेल भेजना पुलिस के लिए आसान हो गया।

क्या है एनडीपीएस एक्ट.....

नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट 1985 को आमतौर पर एनडीपीएस एक्ट के रूप में जाना जाता है। इसके तहत नशीली दवाइयों या पदार्थ के उत्पादन, विनिर्माण, खेती, कब्जा, ब्रिकी, सेवन या खरीद करने पर यह एक्ट लगाया जाता है।
 

कोर्ट में 24 घंटे की हड़ताल

सोमवार को सूरजपुर कोर्ट में वकीलों की तरफ से 24 घंटे की हड़ताल की घोषणा की गई। पुलिस ने एक वकील के बेटे के साथ हुई घटना के बाद कार्रवाई नहीं की थी। अब एल्विश के मामले में भी जमानत अर्जी दाखिल करने में वक्त लग सकता है।

एल्विश की मां के रोने की वीडियो हो रही वायरल

एल्विश के फॉलोवर्स जेल जाने के बाद अलग-अलग तरीके से सोशल मीडिया पर उन का समर्थन कर रहे हैं। एल्विश की मां के रोने का वीडियो सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो के कमेंट बॉक्स में एल्विश के समर्थन में लोग कमेंट कर रहे हैं। साथ ही नोएडा पुलिस की कार्रवाई पर विरोध जता रहे हैं।

सोशल मीडिया पर 'द खबरी' की एक नवीनतम पोस्ट में एल्विश यादव की मां को बिलख-बिलखकर रोते देखा जा रहा है। एल्विश की गिरफ्तारी से न सिर्फ उनकी मां बल्कि पूरा यूट्यूब समुदाय सदमे में है। एल्विश यादव की गिरफ्तारी के बारे में पूछे जाने पर, मुनव्वर फारुकी ने कहा कि उन्हें गिरफ्तारी के बारे में कोई जानकारी नहीं थी उनका फोन बंद होने के कारण.....। उन्होंने कहा कि उनके फोन की बैटरी पूरी तरह खत्म होने के कारण उन्हें नहीं पता कि यह सब कैसे हुआ।

सब सही होगा हौसला रखो

सोशल मीडिया पर एल्विश के दोस्त व हमेशा साथ रहने वाले लव कटारिया ने उसके प्रशंसकों के नाम पोस्ट किया है। इसमें लिखा है की सब सही होगा, हौसला रखने की बात। साथ ही कहा गया है कि आवर ब्वॉय नीड्स स्ट्रेंथ। जय श्री राम। वहीं एक वीडियो में उसके दोस्त सब ठीक होने और एल्विश भाई अच्छे हैं जैसी बाते कहते दिख रहे हैं।

ये सबूत गले की फांस बने

आपको बता दें कि यूट्यूबर एल्विश यादव पर, रेव पार्टी में सांपों के जहर सप्लाई करने के मामले में घिरे सांपों के साथ का वायरल वीडियो भारी पड़ गया। जिसके साथ ही सपेरों से जुड़े कई लोगों के साथ ऑडियो व सपेरों से बरामद विष की एफएसएल रिपोर्ट एल्विश की गिरफ्तारी और जेल जाने का कारण बन गया। ऑडियो, वीडियो व एफएसएल (FSL) रिपोर्ट जब कोर्ट में पुलिस ने रखा तब कोर्ट ने एल्विश को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
 
बहुचर्चित यूट्यूबर एल्विश यादव पुलिस की नोटिस पर रविवार को नोएडा आया था। उसे यह अहसास नहीं था कि पुलिस उसे गिरफ्तार कर सकती है। इस कारण वह केवल दो लोगों के साथ आया। पिछले बार की तरह इस बार उसके साथ वकीलों की फौज नहीं थी। एल्विश रविवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे सेक्टर-73 स्थित फार्म हाउस पहुंचा।  

 पुलिस की टीम उससे पूछताछ करने के लिए अपने साथ सेक्टर-29 (sector 29) पुलिस चौकी ले गई और वहां पूछताछ के बाद उसे हिरासत में ले लिया गया। जब पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया और मेडिकल कराने जिला अस्पताल पहुंची तब भी उसके चेहरे पर कोई डर का भाव नहीं था। नोएडा पुलिस ने इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम बहुत ही चुपचाप किया। 

 पुलिस को यह आशंका थी कि अगर एल्विश की गिरफ्तारी जल्दी फैल गई तो उसके फॉलोवर्स आकर हंगामा कर सकते हैं। इस कारण पुलिस अधिकारियों ने इस पूरे ऑपरेशन को गोपनीय रखा। जब पुलिस की टीम एल्विश यादव को लेकर सूरजपुर कोर्ट पहुंची और वहां अपना पक्ष रखा तो एल्विश के वकील का तर्क काम नहीं आया। पुलिस सभी साक्ष्यों, एफएसएल रिपोर्ट को कोर्ट के सामने रखकर अपील की थी कि एल्विश यादव का बाहर रहना वन्य जीव के लिए खतरनाक है। बाहर रहकर यह साक्ष्यों के साथ खिलवाड़ भी कर सकता है।

 मुझे कुछ नहीं बोलना है

जब पुलिस टीम सेक्टर-29 रविवार को पुलिस चौकी पर पूछताछ कर रही थी तब पहला सवाल यही था कि आपका सांपों के विष, रेव पार्टी में विष सप्लाई करने और सपेरों के साथ आखिर क्या संबंध है। इस पर एल्विश यादव ने छूटते ही कहा कि मुझे इस बारे में कुछ नहीं बोलना है। इसके बाद इससे संबंधित कई सवाल पूछे गए लेकिन एल्विश की तरफ से एक ही जबाव मिला।

 150 से अधिक सवाल पूछे पुलिस ने

एल्विश यादव से नोएडा पुलिस की टीम ने 150 से अधिक सवाल पूछे और इसमें ज्यादातर जबाव में कुछ नहीं बोला तो कुछ के जबाव हां या ना में दिया। पुलिस ने पीएफए केस से जुड़े चार सपेरों व उसके साथी राहुल यादव से संबंध में सवाल किए। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर वायरल हुए सांपों के साथ कई वीडियो को लेकर भी सवाल पूछे। हालांकि वह इस दौरान सवालों को टालता रहा और पुलिस को इसमें सहयोग नहीं किया। इसके बाद उसकी गिरफ्तारी हुई।

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