वाराणसी: गुरूवार की रात करीब 10.30 बीच सड़क गोलियां तड़तड़ाई तो आसपास के लोग खौफ में आ गए। थोड़ी ही देर में यह बात आग की तरह फैली कि हिस्ट्रीशीटर रहे दूध कारोबारी सोनू यादव को किसी ने गोली मार दी। हत्यारों ने सोनू के सिर और सीने में गोली मारी जिससे उसकी मौत हो गई। घटना वाराणसी के मंडुआडीह थानाक्षेत्र के जलालीपट्टी नई बस्ती का है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि 4 अज्ञात लोगों ने सोनू को घेरकर एक साथ गोली मारी जिसमें एक गोली सिर पर और दो गोलियां सीने में धंस गई। हत्यारों का मकसद सोनू को मारकर दहशत फैलाना भी था क्योंकि गोली मारने के बाद सभी हथियार लहराते और चिल्लाते हुए वहां से फरार हुए। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
नाथूपुर डगरा निवासी सोनू यादव पुत्र रामाशीष यादव दूध का कारोबार करता था। गुरुवार की रात 10.30 बजे उसने घर पर खाना खाया और बाहर टहलने निकल गया। वह टहलते हुए घर से करीब 200 मीटर जलालीपट्टी नई बस्ती तक पहुंचा। उस वक्त सोनू का भाई राकेश घर के बाहर ही मोबाइल से बात कर रहा था।
राकेश ने पुलिस को बताया कि बुलेट व पल्सर पर सवार होकर चार लोग सोनू के पास पहुंचते हैं और गाड़ी खड़ी करके गालियां देनी शुरू कर देते हैं। चारों ने सोनू को घेर लिया और पिस्टल निकालकर सोनू को सटा दिया। एक हमलावर ने सिर में दूसरे ने सीने पर पिस्टल लगाई। तीसरे और चौथे ने पीछे कमर और पीठ पर पिस्टल लगा दी। तब सोनू ने मदद के लिए आवाज लगाई तब तक दो हमलावरों ने गोलियां दाग दीं। पहली गोली सोनू के सिर पर फिर दो गोलियां सीने पर लगीं। फायरिंग की आवाज सुनकर भाई समेत घर के लोग दौड़े तो सोनू लहूलुहान जमीन पर गिरा था। तुरंत एंबुलेंस मंगाकर सोनू को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
उसकी हत्या करने वाले शातिर और हथियारों के जानकार हैं। हमलावरों ने सोनू पर प्रतिबंधित बोर की 9 एमएम पिस्टल से हमला किया। सभी हथियारों से लैस थे। उन्होंने जिस तरह से गोली मारी इससे साफ होता है कि बदमाश पेशेवर शूटर हैं और वह हत्या की नीयत से ही आए थे। पुलिस ने मौके से चार खोखे बरामद किए हैं, जबकि पांच राउंड फायरिंग हुई थी।
मृत सोनू यादव मंडुवाडीह थाने का हिस्ट्रीशीटर भी था। उसके खिलाफ थाने में हत्या के प्रयास और लूट, रंगदानी और धमकाने समेत कई धाराओं में कुल 7 केस दर्ज है। उस पर 2015 में पहला मुकदमा दर्ज किया गया। इसमें पीड़ित ने खुद पर जानलेवा हमले और धमकाने की तहरीर दी थी।
इसके बाद सोनू के खिलाफ लूट, हत्या का प्रयास सहित अन्य दूसरे आरोपों में 2017 में ही छह मुकदमे दर्ज किए गए। यह सभी मुकदमे मंडुवाडीह और लंका थाने में दर्ज हैं। 2018 में पुलिस ने सोनू की हिस्ट्रीशीट खोली और उसे हिस्ट्रीशीटर बना दिया।
2014 में पिता की लाठी-डंडों से पीटकर हुई थी हत्या, सोनू यादव के पिता रामाशीष यादव की हत्या वर्ष 2014 में क्रिकेट खेलने के विवाद में लाठी-डंडे से पीटकर की गई थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि पाल और यादव बिरादरी के लोगों के बीच विवाद हुआ था। फिर रामाशीष ने मामले को सुलझाने के लिए पंचायत करानी चाही, जिसे पाल समाज के लोगों ने नहीं माना।
बीच बचाव में विवाद शुरू हो गया और उसी विवाद की रंजिश में रामाशीष यादव की हत्या हो गई थी। हमलावरों को कोर्ट ने सजा दी लेकिन उससे जुड़े लोगों को सोनू हमेशा खटकता रहा। माना जा रहा है कि पुरानी रंजिश में ही सोनू का मर्डर हुआ।
मंडुवाडीह थाना क्षेत्र का सोनू यादव दूध का व्यापार करता था। दूध के कारोबार में शामिल अभिषेक और सुनील पटेल से उसका कुछ दिन पहले ही विवाद हो गया था। पुलिस प्रथम दृष्टया इस वारदात को उस विवाद से भी जोड़कर देख रही है।
सोनू यादव तीन बहनों और दो भाइयों में तीसरे नंबर का था। तीन साल पहले ही उसकी शादी बबिता से हुई थी। पिछले वर्ष सोनू को बेटा हुआ था, जो अब आठ महीने का है। सोनू यादव के छोटे भाई राकेश यादव उर्फ चंदू ने बताया कि भाई की मौत के बाद परिवार में बुरा हाल है।
मां-बहन और भाभी का रो-रोकर बुरा हाल है। मां भुड़क्का देवी और पत्नी बबिता देवी की हालत बेसुध जैसी हो गई हैं। मां और पत्नी होश में आने पर पर बार-बार यही कह रहीं है कि भगवान ई का अनर्थ हो गईल...? मां और पत्नी को संभालने में अपनों के भी आंसू नहीं रुक रहे।